इतिहास: कैसे, कब और कहाँ MCQ | Class 8 SST History Ch 1

प्रश्न 1 / 26

Class 8 Social Science Chapter 1 Objective Questions in Hindi

प्रिय छात्रों, यहाँ कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान (इतिहास) अध्याय 1 “कैसे, कब और कहाँ” के लिए ऑनलाइन MCQ टेस्ट प्रस्तुत है। यह क्विज़ सीखने के उद्देश्यों को स्पष्ट करता है और स्वमूल्यांकन में सहायक है।

इस ऑनलाइन टेस्ट में, निम्नलिखित विषयों से संबंधित objective questions मिलेंगे:

  • इतिहास के स्रोत: प्राथमिक/द्वितीयक, मौखिक/लिखित, अभिलेखागार और गजेटियर
  • तिथियाँ, काल-विभाजन, टाइमलाइन और कारणता की समझ
  • मानचित्र-पठन: स्केल, लीजेंड, सीमाएँ और स्थान-काल परिवर्तन
  • औपनिवेशिक अभिलेख, जनगणना/सर्वे और स्रोत-पक्षपात की पहचान
  • अंतर्विषयक दृष्टि और स्रोत-समीक्षा की मूल तकनीकें

सभी 25 प्रश्नों के उत्तर दें और अंत में अपना स्कोर देखकर तैयारी का विश्लेषण करें। व्याख्याएँ अवश्य पढ़ें—गलतियों से सीखने में मदद मिलती है। शुभकामनाएँ!


इतिहास में ‘काल-विभाजन’ का उद्देश्य क्या है?

काल-विभाजन परिवर्तन और निरंतरता को व्यवस्थित समझने में मदद करता है।

‘प्राथमिक स्रोत’ किसे कहते हैं?

जो दस्तावेज़ या वस्तु घटना के समय बनी हो, उसे प्राथमिक स्रोत मानते हैं।

औपनिवेशिक अभिलेखागार का महत्व क्या है?

नीतियों और शासन-प्रक्रिया को समझने के विश्वसनीय स्रोत उपलब्ध होते हैं।

‘इतिहास’ और ‘वृत्तांत (क्रॉनिकल)’ में मुख्य अंतर क्या है?

इतिहास कारण-परिणाम पर बल देता है; वृत्तांत समय-क्रम का वर्णन करता है।

मौखिक इतिहास का प्रमुख लाभ क्या है?

लिखित अभाव में मौखिक स्रोत सामाजिक-सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि देते हैं।

‘आर्काइव’ का अर्थ है:

ऐसा स्थान/संस्थान जहाँ ऐतिहासिक अभिलेख संरक्षित किए जाते हैं।

मानचित्रों का इतिहास-अध्ययन में उपयोग क्यों है?

मानचित्र स्थानिक संदर्भ और परिवर्तन को स्पष्ट करते हैं।

तिथियों की भूमिका इतिहास में क्यों आवश्यक है?

तिथियाँ समय-रेखा पर घटनाओं के संबंध स्पष्ट करती हैं।

जनगणना अभिलेख किस अध्ययन में सहायक हैं?

समाज की संरचना व परिवर्तन की प्रवृत्तियाँ समझ आती हैं।

‘पुरालेखन’ (Palaeography) किसका अध्ययन है?

पुराने दस्तावेज़ पढ़ने, समझने और दिनांकित करने का विज्ञान है।

‘पूर्वाग्रह’ (bias) इतिहास-पाठ में क्यों ध्यानयोग्य है?

पूर्वाग्रह चयन और व्याख्या को प्रभावित कर निष्कर्ष बदल सकता है।

प्राथमिक बनाम द्वितीयक स्रोत—सही युग्म:

विश्वसनीय निष्कर्ष हेतु दोनों का समन्वित उपयोग किया जाता है।

समय-रेखा (Timeline) का लाभ नहीं है:

टाइमलाइन क्रम-सहसंबंध दिखाती है, स्रोत छिपाने का औजार नहीं।

औपनिवेशिक मानचित्रों को पढ़ते समय सावधानी क्यों?

मानचित्र राजनीतिक उद्देश्यों से भी निर्मित/संशोधित होते रहे।

सांख्यिकीय आँकड़ों का उपयोग इतिहास में किसलिए?

डेटा-श्रृंखलाएँ परिवर्तन और रुझान का प्रमाण देती हैं।

‘कारणता’ (Causation) का अध्ययन क्यों महत्त्वपूर्ण है?

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सामाजिक-राजनीतिक प्रक्रियाएँ स्पष्ट होती हैं।

मौखिक व लिखित स्रोतों का संयुक्त उपयोग क्यों करें?

विभिन्न स्रोतों का मेल त्रुटि/पूर्वाग्रह घटाता है।

गजेटियर किस प्रकार का स्रोत है?

गजेटियर स्थान-विशेष की भौगोलिक-सामाजिक सूचनाएँ देता है।

उपनिवेशवाद की एक पहचान:

औपनिवेशिक शक्तियाँ संसाधनों और नीतियों पर नियंत्रण स्थापित करती थीं।

इतिहास में ‘संदर्भ’ (Context) क्यों आवश्यक है?

संदर्भहीन उद्धरण भ्रामक निष्कर्ष दे सकता है।

पुरातत्त्वीय स्रोत में सम्मिलित नहीं है:

यह आधुनिक लिखित अभिलेख है, पुरातात्त्विक साक्ष्य नहीं।

तिथि-प्रणालियों (ईसा/विक्रम) का रूपांतरण क्यों?

अंतरराष्ट्रीय तुलना हेतु सामान्य मापक की ज़रूरत होती है।

इतिहास-मानचित्र में ‘लीजेंड’/‘स्केल’ क्यों पढ़ें?

लीजेंड-स्केल से मानचित्र की सूचना सही तरह समझ आती है।

समाज-विज्ञान में अंतर्विषयक (Interdisciplinary) दृष्टि क्यों?

बहु-दृष्टि से घटनाओं के कई पहलू स्पष्ट होते हैं।

‘स्रोत-समीक्षा’ (Source criticism) का पहला कदम क्या?

यह जाँच स्रोत की विश्वसनीयता आँकने का आधार है।

इतिहास का प्राथमिक लक्ष्य क्या है?

इतिहास वर्तमान को समझने व भविष्य की दिशा के संकेत देता है।

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