अगर आप बैंकिंग सेक्टर में एक ऑफिसर के तौर पर अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपको बैंक पीओ का फॉर्म अप्लाई करना चाहिए। बैंकिंग सेक्टर भारत के सबसे तेजी से विकसित होने वाले क्षेत्रों में से एक है, जो देश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चलिए जानते हैं Bank PO Kaise Bane? और इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
बैंक पीओ (Bank PO) क्या होता है?
बैंक पीओ का फुल फॉर्म प्रोबेशनरी ऑफिसर (Probationary Officer) होता है, जिसे असिस्टेंट मैनेजर भी कहा जाता है। यह एक बैंक में ऑफिसर लेवल की शुरुआती पोस्ट है। एक बैंक पीओ को प्रोबेशन पीरियड (Probation Period) के दौरान किसी भी तरह का काम दिया जा सकता है, जैसे कि क्लर्क या असिस्टेंट की जिम्मेदारी, ताकि उसे बैंक के विभिन्न कार्य क्षेत्रों के बारे में व्यावहारिक जानकारी हो सके।
बैंक पीओ का काम क्या है?
बैंक पीओ को प्रोबेशन पीरियड के दौरान फाइनेंस, अकाउंटिंग, मार्केटिंग और इन्वेस्टमेंट की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही, स्क्रोलिंग, पोस्टिंग और अकाउंट तैयार करने जैसे काम भी सिखाए जाते हैं।
प्रोबेशन पीरियड पूरा होने के बाद, बैंक पीओ को किसी भी शाखा में असिस्टेंट बैंक मैनेजर के रूप में नियुक्त किया जाता है। यहां पर बैंक पीओ दैनिक ग्राहक लेनदेन (Customer Transactions), पासबुक प्रिंटिंग, ड्राफ्ट और कैश जारी करने जैसे महत्वपूर्ण काम करता है।
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बैंक पीओ बनने के लिए योग्यता (Bank PO Qualification)
बैंक पीओ बनने के लिए आपका ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य है। आप जिस भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करें, वह भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होनी चाहिए। आप किसी भी स्ट्रीम (साइंस, कॉमर्स, या आर्ट्स) से ग्रेजुएट होकर यह फॉर्म भर सकते हैं। इसके अलावा, कंप्यूटर की बेसिक जानकारी होना भी जरूरी है क्योंकि बैंकिंग का सारा काम कंप्यूटर पर ही होता है।
उम्र सीमा (Age Limit)
बैंक पीओ के लिए न्यूनतम आयु 20 वर्ष और अधिकतम आयु 30 वर्ष निर्धारित की गई है। आरक्षित वर्गों को सरकारी नियमों के अनुसार आयु में छूट दी जाती है:
- OBC: 3 साल
- SC/ST: 5 साल
- PWD (दिव्यांग): 10 साल
- एक्स-सर्विसमैन: 5 साल
ग्रेजुएशन में कितने प्रतिशत चाहिए?
बैंक पीओ का फॉर्म भरने के लिए ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है, लेकिन इसमें किसी न्यूनतम प्रतिशत की आवश्यकता नहीं होती है।
बैंक पीओ कैसे बनें? (Selection Process)
बैंक पीओ बनने के लिए आपको IBPS (इंस्टिट्यूट ऑफ़ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन) द्वारा आयोजित परीक्षा देनी होती है। IBPS लगभग सभी सरकारी बैंकों के लिए एक साथ परीक्षा आयोजित करता है। इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपनी परीक्षा अलग से लेता है।
फॉर्म कब आता है?
IBPS हर साल बैंक पीओ की वैकेंसी निकालता है। इसके ऑनलाइन फॉर्म आमतौर पर अगस्त महीने में आते हैं और अक्टूबर तक भरे जाते हैं।
बैंक पीओ परीक्षा पैटर्न (Exam Pattern)
आईबीपीएस बैंक पीओ की चयन प्रक्रिया में 3 चरण होते हैं:
- प्रीलिम्स परीक्षा (Prelims Exam)
- मेन्स परीक्षा (Mains Exam)
- इंटरव्यू (Interview)
प्रीलिम्स परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार ही मेन्स परीक्षा में बैठ सकते हैं। यह दोनों परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में होती हैं।
बैंक पीओ का सिलेबस (Bank PO Syllabus)
1. प्रीलिम्स (Prelims)
यह पेपर कुल 100 अंकों का होता है, जिसमें 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए 1 घंटे का समय दिया जाता है।
- इंग्लिश (English): 30 प्रश्न (30 अंक), 20 मिनट
- मैथमेटिक्स/क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड (Mathematics): 35 प्रश्न (35 अंक), 20 मिनट
- रीजनिंग (Reasoning): 35 प्रश्न (35 अंक), 20 मिनट
2. मेन्स (Mains)
यह परीक्षा कुल 200 अंकों की होती है, जिसमें 155 प्रश्न होते हैं। इसके लिए 3 घंटे का समय मिलता है।
- रीजनिंग एंड कंप्यूटर एप्टीट्यूड: 45 प्रश्न (60 अंक), 60 मिनट
- जनरल इकोनॉमी/बैंकिंग अवेयरनेस: 40 प्रश्न (40 अंक), 35 मिनट
- इंग्लिश लैंग्वेज: 35 प्रश्न (40 अंक), 40 मिनट
- डाटा एनालिसिस एंड इंटरप्रिटेशन (मैथ्स): 35 प्रश्न (60 अंक), 45 मिनट
यह दोनों परीक्षाएं आप हिंदी या इंग्लिश किसी भी भाषा में दे सकते हैं।
3. डिस्क्रिप्टिव टेस्ट (Descriptive Test)
मेन्स परीक्षा के साथ ही एक डिस्क्रिप्टिव टेस्ट भी होता है, जिसमें आपको कंप्यूटर पर निबंध और पत्र टाइप करना होता है।
- कुल प्रश्न: 2
- कुल अंक: 25
- समय: 30 मिनट यह पेपर सिर्फ क्वालिफाइंग होता है, इसके अंक फाइनल मेरिट में नहीं जुड़ते।
बैंक पीओ इंटरव्यू (Bank PO Interview)
प्रीलिम्स और मेन्स पास करने के बाद उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इंटरव्यू 100 अंकों का होता है। जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों को पास होने के लिए कम से कम 40% अंक और आरक्षित वर्ग (OBC, SC/ST, PWD) को 35% अंक लाने होते हैं। फाइनल मेरिट लिस्ट मेन्स परीक्षा और इंटरव्यू के अंकों के आधार पर बनती है।
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बैंक पीओ की सैलरी कितनी होती है?
बैंक पीओ की बेसिक सैलरी लगभग ₹23,700 प्रति माह होती है। इसके साथ महंगाई भत्ता (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), और अन्य कई भत्ते मिलते हैं। इस तरह, एक बैंक पीओ की कुल शुरुआती सैलरी ₹38,000 से ₹42,000 प्रति माह तक हो जाती है, जो बैंक और पोस्टिंग की जगह के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
बैंक पीओ की तैयारी कैसे करें?
- सिलेबस को समझें: सबसे पहले परीक्षा के सिलेबस को अच्छी तरह से समझें।
- टाइम टेबल बनाएं: हर विषय के लिए एक टाइम टेबल बनाएं और उसका सख्ती से पालन करें।
- कमजोर विषयों पर ध्यान दें: जिस विषय में आप कमजोर हैं, उसे अपने टाइम टेबल में ज्यादा समय दें।
- पिछले वर्षों के पेपर हल करें: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करने से आपको एग्जाम पैटर्न का पता चलेगा।
- मॉक टेस्ट दें: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें ताकि आपकी स्पीड और एक्यूरेसी बढ़ सके।