IPS यानी इंडियन पुलिस सर्विस में जाना लाखों भारतीय युवाओं का सपना होता है। यह सिर्फ एक Level-A की जॉब नहीं, बल्कि देश की सेवा करने, समाज में बदलाव लाने और सम्मान का जीवन जीने का एक अवसर है। लोग इसकी तैयारी स्कूल के समय से ही शुरू कर देते हैं। तो आज का हमारा विषय है आईपीएस क्या होता है और 12वीं के बाद आईपीएस कैसे बनें?
सपना (The Dream)
एक IPS ऑफिसर के रूप में, आप कानून और व्यवस्था बनाए रखते हैं, अपराध की जांच करते हैं, और वीआईपी सुरक्षा से लेकर आतंकवाद विरोधी अभियानों तक का नेतृत्व करते हैं। ASP, DSP, SP, SSP, DIG, IG, DGP जैसे सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी IPS ही होते हैं।
🎯 हकीकत (The Reality)
IPS बनने का रास्ता UPSC द्वारा आयोजित सिविल सर्विस परीक्षा (CSE) से होकर गुजरता है, जो भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसके लिए सालों की कड़ी मेहनत, अटूट धैर्य और सही रणनीति की जरूरत होती है।
IPS बनने के लिए योग्यता (Eligibility Checklist)
IPS की तैयारी शुरू करने से पहले, यह जानना बहुत जरूरी है कि क्या आप इसके लिए योग्य हैं। हमने आपके लिए एक आसान चेकलिस्ट बनाई है:
शैक्षणिक योग्यता
किसी भी विषय में ग्रेजुएशन डिग्री
आयु सीमा (General)
21 - 32 वर्ष
राष्ट्रीयता
भारत का नागरिक
कद (पुरुष)
165 सेमी (ST के लिए 160 सेमी)
कद (महिला)
150 सेमी (ST के लिए 145 सेमी)
आंखों की रोशनी
6/6 or 6/9 (स्वस्थ आंख)
*OBC को 3 साल, SC/ST को 5 साल और अन्य आरक्षित श्रेणियों को नियमों के अनुसार आयु में छूट मिलती है।*
IPS परीक्षा का पैटर्न: 3 चरणों का महाचक्रव्यूह
UPSC सिविल सर्विस परीक्षा (CSE) एक लंबी और थका देने वाली प्रक्रिया है, जो लगभग एक साल तक चलती है। इसे पार करने के लिए आपको तीन चरणों के महाचक्रव्यूह को भेदना होगा।
प्रीलिम्स (The Filter)
यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है, जिसका उद्देश्य लाखों उम्मीदवारों में से गंभीर उम्मीदवारों को छांटना है। इसके अंक फाइनल मेरिट में नहीं जुड़ते।
मेन्स (The Real Test)
यह आपकी ज्ञान, समझ और लिखने की क्षमता की असली परीक्षा है। इसमें 9 पेपर होते हैं और इसी के आधार पर मेरिट लिस्ट का बड़ा हिस्सा तय होता है।
इंटरव्यू (The Final Hurdle)
यह आपके व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और प्रशासनिक योग्यता का परीक्षण है। यह चयन प्रक्रिया का अंतिम और निर्णायक चरण है।
Stage 1: प्रीलिम्स एग्जाम (Qualifying Stage)
प्रीलिम्स में 2-2 घंटे के दो पेपर होते हैं, दोनों ही मल्टीपल चॉइस (MCQ) आधारित होते हैं।
- Paper 1: जनरल स्टडीज (GS): 200 अंक (100 प्रश्न)। कट-ऑफ इसी पेपर के आधार पर बनती है। इसमें इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, विज्ञान और करंट अफेयर्स से सवाल पूछे जाते हैं।
- Paper 2: CSAT: 200 अंक (80 प्रश्न)। यह सिर्फ Qualifying Paper है, जिसमें आपको केवल 33% (लगभग 66 अंक) लाने होते हैं। इसमें रीजनिंग, कॉम्प्रिहेंशन और बेसिक मैथ्स के सवाल होते हैं।
Stage 2: मेन्स एग्जाम (Merit Stage)
जो उम्मीदवार प्रीलिम्स पास करते हैं, वे मेन्स परीक्षा के लिए बैठते हैं। यह एक लिखित परीक्षा है और यहीं से आपकी रैंक तय होनी शुरू होती है। इसमें कुल 9 पेपर होते हैं।
अनिवार्य भारतीय भाषा और अंग्रेजी
अंक: 300 + 300 (Qualifying)
निबंध (Essay)
अंक: 250
भारतीय विरासत, संस्कृति, इतिहास और भूगोल
अंक: 250
शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय
अंक: 250
प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, पर्यावरण, सुरक्षा
अंक: 250
नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि (Ethics)
अंक: 250
वैकल्पिक विषय (Optional Subject) - Paper 1 & 2
अंक: 250 + 250
*मेरिट लिस्ट कुल 1750 (मेन्स) + 275 (इंटरव्यू) = 2025 अंकों में से बनती है।*
Stage 3: इंटरव्यू (Personality Test)
मेन्स परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को UPSC के दिल्ली स्थित कार्यालय में इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। यह 275 अंकों का होता है और इसे पर्सनालिटी टेस्ट कहा जाता है। इसमें आपकी किताबी नॉलेज से ज्यादा आपके सोचने का तरीका, आत्मविश्वास, ईमानदारी और दबाव में निर्णय लेने की क्षमता को परखा जाता है। आपका पहनावा, बात करने का तरीका और आपकी बॉडी लैंग्वेज, हर चीज पर ध्यान दिया जाता है।
IPS की तैयारी कैसे शुरू करें? (A Practical Guide)
- अखबार को अपना दोस्त बनाएं: हर दिन कम से कम एक राष्ट्रीय अखबार (जैसे The Hindu या Indian Express) पढ़ने की आदत डालें। यह आपको करंट अफेयर्स और निबंध के पेपर के लिए तैयार करेगा।
- NCERT से नींव मजबूत करें: तैयारी की शुरुआत कक्षा 6 से 12 तक की NCERT की किताबों से करें, खासकर इतिहास, भूगोल और राजनीति विज्ञान की।
- एक ऑप्शनल विषय चुनें: एक ऐसा वैकल्पिक विषय चुनें जिसमें आपकी गहरी रुचि हो और जिसका स्टडी मटेरियल आसानी से उपलब्ध हो।
- उत्तर लिखने का अभ्यास करें: मेन्स परीक्षा पूरी तरह से लिखने पर आधारित है। इसलिए पहले दिन से ही हर दिन 2-3 प्रश्नों के उत्तर लिखने का अभ्यास करें।
- खुद पर विश्वास रखें: यह एक लंबी यात्रा है। इसमें उतार-चढ़ाव आएंगे। सकारात्मक रहें और अपनी मेहनत पर विश्वास रखें।
IPS की सैलरी और करियर ग्रोथ
IPS ऑफिसर की सैलरी 7वें वेतन आयोग के अनुसार तय होती है और यह पद और अनुभव के साथ बढ़ती जाती है। सैलरी के अलावा, IPS अधिकारियों को बंगला, गाड़ी, सुरक्षा गार्ड, मुफ्त बिजली और मेडिकल जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं।
Deputy Superintendent of Police (DSP)
बेसिक सैलरी: ₹56,100 प्रति माह
Additional Superintendent of Police (ASP)
बेसिक सैलरी: ₹67,700 प्रति माह
Superintendent of Police (SP)
बेसिक सैलरी: ₹78,800 प्रति माह
Senior Superintendent of Police (SSP)
बेसिक सैलरी: ₹1,18,500 प्रति माह
Deputy Inspector General (DIG)
बेसिक सैलरी: ₹1,31,100 प्रति माह
Inspector General of Police (IGP)
बेसिक सैलरी: ₹1,44,200 प्रति माह
Director General of Police (DGP)
बेसिक सैलरी: ₹2,25,000 (Highest Rank) प्रति माह