यूजीसी परीक्षा दिशानिर्देश 2020: जब से सुप्रीम कोर्ट ने Jee/Neet की परीक्षाओं को तालने की बात खारिज की है तब से सभी विद्यार्थियों और उनके माता-पिता की नजरें सुप्रीम कोर्ट के UGC Guidelines के फैसले पर है। सुप्रीम कोर्ट जल्द ही एग्जाम Jee/Neet गाइडलाइंस पर फैसला देगा।
जानकारी के लिए बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 18 अगस्त को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और इसके अलावा सभी पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए 3 दिन का अतिरिक्त समय भी दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने यह तय करना था कि डिग्री की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 30 सितंबर से पहले हो जानी चाहिए।
जब से सुप्रीम कोर्ट ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को डिग्री की अंतिम वर्ष की परीक्षा देने लेने के लिए अनुमति दे दी है तब से विद्यार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि इस महामारी के समय में परीक्षाओं को पोस्टपोन कर दिया जाए। कई छात्रों ने आग्रह किया था कि परीक्षा रद्द कर दी जाए और छात्रों के परिणामों की गणना उनके आंतरिक मूल्यांकन या पिछले प्रदर्शन के आधार पर की जाए।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने यूजीसी की ओर से अदालत को बताया कि यह निर्णय निकाय द्वारा ही लिया जा सकता है क्योंकि यह केवल डिग्री प्रदान कर सकता है। उन्होंने आगे की परीक्षाओं को रद्द करने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत महाराष्ट्र और दिल्ली की सरकारों द्वारा लिए गए निर्णय पर सवाल उठाया।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र और दिल्ली सरकार को परीक्षा रद्द करने के फैसले को रिकॉर्ड पर रखने के लिए कहा था। गृह मंत्रालय से भी इस मामले पर अपने रुख के बारे में पूछा गया।
अदालत उन याचिकाओं के एक समूह की सुनवाई कर रही है, जिन्होंने COVID-19 महामारी के कारण अंतिम अवधि की परीक्षा रद्द करने की मांग की थी। यूजीसी ने कहा कि विश्वविद्यालयों से परीक्षा के संचालन की स्थिति के बारे में सूचित करने के लिए संपर्क किया गया था और 818 विश्वविद्यालयों (121 डीम्ड विश्वविद्यालयों, 291 निजी विश्वविद्यालयों, 51 केंद्रीय विश्वविद्यालयों, और 355 राज्य विश्वविद्यालयों) से प्राप्त प्रतिक्रियाएँ प्राप्त हुई थीं।
818 विश्वविद्यालयों में से, 603 ने या तो परीक्षा आयोजित की है या आयोजित करने की योजना बना रहे हैं। 209 अन्य ने पहले ही परीक्षा (ऑन-लाइन / ऑफ-लाइन) आयोजित की है, 394 अगस्त या सितंबर में परीक्षा (ऑन-लाइन / ऑफ-लाइन / मिश्रित मोड) आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।
विद्यार्थी और अभावक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका तर्क है कि महामारी के संकट में इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा करवाना उनकी सुरक्षा के लिए सही नहीं है। लेकिन इसके बावजूद यूजीसी परीक्षाएं तय समय पर करवाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा की एग्जाम केंद्र की सूची जारी कर दी है। सुप्रीम कोर्ट जल्द ही JEE/ NEET UGC Guidelines पर अपना फैसला देगा।