11वीं कक्षा की केमिस्ट्री शुरू करते हैं हमारे पास विभिन्न तरह के नए सब्जेक्ट आते हैं जिनके के बारे में हमने दसवीं कक्षा में थोड़ा सा पढ़ा या नाम ही सुना होता है। जैसे: पूरे पीरियोडिक टेबल को याद करना, कार्बन के बारे में पढ़ना और हाइड्रोकार्बन के बारे में जानकारी। 11वीं और 12वीं की ऑर्गेनिक केमिस्ट्री को अच्छे से जानने के लिए इन विषयों पर पकड़ होना काफी जरूरी है। तो आज हम इन्हीं में से एक हाइड्रोकार्बन क्या है? और इसके प्रकार के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। साथ संतृप्त और असंतृप्त हाइड्रोकार्बन के बारे में जानेंगे।

हाइड्रोकार्बन क्या होते हैं?

अगर हम इस शब्द पर ध्यान दें तो यह दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है हाइड्रो + कार्बन। वैसे केमिस्ट्री में हाइड्रो का मतलब ज्यादातर पानी होता है लेकिन यहां पर हाइड्रो ” हाइड्रोजन “को दर्शा रहा है और कार्बन का मतलब C (एटॉमिक नंबर 7) है। तो कार्बन और हाइड्रोजन से बने हुए यौगिक (कंपाउंड्स) को हाइड्रोकार्बन कहते हैं।

कार्बन के अंतिम कोष में चार इलेक्ट्रॉन होते हैं जो अनपेयर्ड होते हैं यानी इसकी वैलेंसी 4 होती है। हाइड्रोजन के अंतिम कोष में एक ही इलेक्ट्रॉन है तो इसकी वैकेंसी 1 होती है। कार्बन की चार वैलेंसी होती है तो यह दूसरे कार्बन एटम के साथ 1 से 4 बोडं बना सकता है और अलग-अलग यौगिक का निर्माण कर सकता है। कार्बन सीधी चैन, रिंग, साइक्लिक में भी यौगिक बनता है। कार्बन-कार्बन बोंड में बची हुई वैलेंसी को हाइड्रोजन द्वारा पूरा किया जाता है जैसे कार्बन के साथ दो कार्बन जुड़े हैं तो बची हुई दो वैलेंसी हाइड्रोजन द्वारा पूरी की जाएगी।

हाइड्रोकार्बन का वर्गीकरण

मुख्य तौर पर इसका वर्गीकरण दो भागों में किया जाता है open chain hydrocarbon ( खुली श्रृंखला वाला हाइड्रोकार्बन) और closed chain ( बंद श्रृंखला हाइड्रोकार्बन )। यह दोनों भी आगे भागों में बंटे हुए हैं जो कि इस प्रकार है:

  • खुली श्रृंखला वाले हाइड्रोकार्बन: कार्बन के इस तरह के यौगिक में कोई भी बंद चैन नहीं होती यानी कि यह सीधी श्रृंखला वाले कार्बन यौगिक होते हैं। यह भी आगे दो प्रकार के होते हैं चलिए जानते ही की संतृप्त और असंतृप्त किसे कहते हैं:
    • संतृप्त (सैचुरेटेड) हाइड्रोकार्बन: इस तरह के यौगिक में कार्बन-कार्बन के बीच एक ही बंध होता है। यानी कार्बन की चार वैलेंसी को एक-एक कार्बन या हाइड्रोजन ने पूरा किया होता है। संतृप्त हाइड्रोकार्बन 1 प्रकार का होता है : एल्केन (Alkane) ।
    • असंतृप्त (अनसैचुरेटेड) हाइड्रोकार्बन: यह वह यौगिक होते हैं जिनमें कार्बन-कार्बन के बीच में एक से ज्यादा बंध होते हैं यह दो और तीन बंध हो सकते हैं। जैसे कार्बन की चार वैलेंसी में से दो को हाइड्रोजन द्वारा पूरा किया गया है और बची हुई दो को एक ही कार्बन एटम द्वारा पूरा किया गया है इसमें कार्बन-कार्बन के बीच दो बंध का निर्माण होता है। असंतृप्त हाइड्रोकार्बन के प्रकार 2 होते है: अल्किन (Alkene) और एल्काइन (Alkyne) ।
  • बंद श्रृंखला वाले हाइड्रोकार्बन: इस तरह के यौगिक के स्ट्रक्चर में कार्बन और हाइड्रोजन चक्रीय रचना का निर्माण कर रहे होते हैं जिसे हम रिंग कहते हैं। यह भी आगे तीन प्रकार के होते हैं: अली-साइक्लिक, बायसाइक्लिक और एरोमेटिक।

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हाइड्रोकार्बन को नाम कैसे दें?

IUPAC ने हाइड्रोकार्बन को नाम देने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जिसके माध्यम से किसी भी ऑर्गेनिक कंपाउंड को नाम दे सकते हैं। फिलहाल के लिए नीचे दी गई टेबल में कार्बन की संख्या के आधार पर नाम दिए गए हैं जिसको आप अच्छे से याद कर ले।

कार्बन की संख्यानाम
1Meth
2Eth
3Prop
4But
5Pent
6Hex
7Hept
8Oct
9Non
10Dec

हाइड्रोकार्बन के प्रकार क्या है?

  • अल्केन: इस तरह के हाइड्रोकार्बन में कार्बन-कार्बन के बीच एक ही बंंध होता है। इसका सामान्य सूत्र CnH2n+2 होता है जिसमें n कार्बन की संख्या को दर्शाता है। उदाहरण के लिए अगर n की संख्या दो है तो C2H6 यौगिक बनेगा जिसका नाम होगा एथेन (Ethane) क्योंकि इसमें कार्बन की संख्या दो है और दो कार्बन के लिए हम eth का इस्तेमाल करते हैं। यह एल्केन है जिसके लिए ane का इस्तेमाल किया जाते हैं। किसी भी अल्केन हाइड्रोकार्बन का नाम आप इस फार्मूले के माध्यम से बना सकते हैं: alk + ane ।
  • अल्किन: इसमें कम से कम दो कार्बन होते हैं जिनके बीच दो बंध का निर्माण होता है। इसका सामान्य सूत्र CnH2n होता है; इसमें जितने कार्बन होंगे उसके दोगुने हाइड्रोजन एटम होंगे। इसके नमीकरण के लिए alk + ene का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए n की संख्या 3 होने पर C3H6 प्रोपीन (propene) नामक यौगिक बनेगा।
  • एल्काइन: इसमें दो कार्बन के बीच तीन बंध का निर्माण होता है और बची हुई एक वैलेंसी हाइड्रोजन यह अन्य कार्बन द्वारा पूरी की जाती है। इसका सामान्य सूत्र CnH2n-2है। इसका नाम alk + yne द्वारा दिया जाता है। उदाहरण के लिए n की संख्या 4 होने पर C4H2 butyne नामक यौगिक बनेगा।

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हाइड्रोकार्बन के उपयोग क्या है?

  • एल्केन समूह का प्रथम सदस्य मिथेन कोयले की खानों और दलदली जगह पर मिलता है। मीथेन गैस का उपयोग मोटरों के टायर, प्रिंटिंग की स्याही, पेंट में किया जाता है।
  • ब्यूटेन का उपयोग सिगरेट की लाइटर में किया जाता है।
  • प्रोपेन और ब्यूटेन का उपयोग पेट्रोलियम (लिक्विड पेट्रोलियम गैस) में किया जाता है।
  • एथिलीन रंगहीन, मिट्टीगंध वाली गैस होती है। कच्चे फलों को पकाने के लिए इस गैस का उपयोग किया जाता है। इसी गैस को बेहोशी के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। मस्टर्ड गैस बनने के लिए भी एथिलीन गैस का उपयोग किया जाता है।
  • एसिटिलीन रंगहीन, गंधहीन और वायु से हल्की गैस होती है। इस गैस का उपयोग वेल्डिंग में किया जाता है।
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