अगर कोई भी विद्यार्थी इंजीनियर की पढ़ाई करना चाहता है तो उसके लिए IIT सबसे बेहतर इंस्टिट्यूट माना जाता है। मौजूदा वक्त में भारत में कुल 23 IIT हैं जिस में एडमिशन लेने के लिए हर साल लाखों विद्यार्थी अप्लाई करते हैं लेकिन उसमें से कुछ ही विद्यार्थी IIT में एडमिशन लेने में सफल होते हैं। तो आज हम बात करेंगे कि IIT kya hai, IIT fees और IIT ki tyaari kaise kare और साथ ही हम बात करेंगे कि iit ki fees kitni hai पूरी जानकारी तो चलिए शुरू करते हैं।
IIT kya Hai | IIT ki fees kitni hai
IIT एक ऐसा कॉलेज है जो विद्यार्थियों को इंजीनियर की उच्च शिक्षा प्राप्त करवाता है और पहला IIT कॉलेज खड़कपुर के नाम से बना था जिसकी स्थापना 1951 में हुई थी। और अगर अब बात करें तो भारत के पास कुल 23 IITs है। IIT में प्रवेश करने के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करना होता है। यहां से engineering करने के बाद लोग करोड़ों का पैकेज पाते हैं। IIT अच्छे-अच्छे engineer बनाती है जो देश विदेश में जाकर बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर काम करते हैं।
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Full Form : Indian Institute for Technology
हिन्दी में : भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान
IIT kaise kare
अगर IIT में एडमिशन लेने के लिए योग्यता को देखा जाए तो सबसे पहली योग्यता है कि विद्यार्थी 10 + 2 पास होना चाहिए और साथ ही साथ आपके पास साइंस स्ट्रीम होनी चाहिए जहां उसको पी.सी.एम (PCM= physics, chmistry, maths) से बोर्ड परीक्षा पास करनी होगी और आपके पास कम से कम 75% के साथ 12वीं पास करनी होगी । और जो समय-समय पर बदलता भी रहता है तो आप इसका भी ध्यान रखें।
IIT kitne saal ka hota hai
IIT में इंजीनियर का कोर्स 4 साल का होता है और अगर आप Btech कर रहे हैं तो यह 4 साल की होगी अगर आप Btech + Mtech कर रहे हैं तो यह 5 साल का होगा और अगर आप अकेला Mtech कर रहे हैं तो यह 2 साल का होता है।
IIT Jee Exam kya hai
अगर आप IIT से अपना इंजीनियर का कोर्स करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। पहले Jee mains और बाद में Jee advance देना होगा। पहले जाते हैं Jee mains kya hai और यह किस तरीके का पेपर होता है उसके बाद जानेगे के लिए Jee advance paper कौन कौन दे सकता है।
Paper-1 of Jee mains
यह पेपर 3 घंटे का होता है जिसमें विद्यार्थियों से भौतिक विज्ञान यानी फिजिक्स, गणित यानी मैथ और रसायन विज्ञान यानी केमिस्ट्री के प्रश्न पूछे जाते हैं । पेपर हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में उपलब्ध है । उम्मीदवार अपनी जरूरत के हिसाब से आवेदन पत्र भरते समय इसका चयन करता है । आपके हर एक सही जवाब पर आपको चार अकं दिए जाएंगे और आप वही प्रश्न हल कीजिए जो आपको अच्छे से आता है क्योंकि हर एक गलत जवाब पर आप का एक अंक काट लिया जाएंगा यानी आपको इसमें नेगेटिव मार्किंग का भी ध्यान रखना होगा।
विषय | प्रश्न | अकं |
फिज़िक्स | 25 | 100 |
केमिस्ट्री | 25 | 100 |
मैथ | 25 | 100 |
कुल | 75 | 300 |
Paper-2 of Jee mains
यह पेपर 3 घंटे का होता है और विकलांग विद्यार्थियों के लिए 4 घंटे का समय दिया जाता है। जिसमें विद्यार्थियों से ड्राइंग एप्टिट्यूड और गणित के प्रश्न पूछे जाएंगे। यह पेपर B.Arch और B.Plan में एडमिशन लेने के लिए होता है । Jee mains paper-1 की तरह यह भी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। हर एक सही जवाब पर आपको चार नंबर दिए जाएंगे जबकि एक गलत जवाब पर आपके वन फोर्थ (¼ ) नंबर काट लिए जाएंगे। तो जब भी आप पेपर करें तो आप सिर्फ उन्हीं सवालों का जवाब दीजिए जो आपको सटीकता से पता है।
B.Arch Exam pattern | ||
विषय | प्रश्न | अकं |
मैथ | 25 | 100 |
एप्टिट्यूड | 50 | 200 |
ड्राइंग | 2 | 100 |
कुल | 82 | 400 |
B.Plan Exam Pattern | ||
विषय | प्रश्न | अकं |
मैथ | 25 | 100 |
एप्टिट्यूड | 50 | 200 |
प्लानिंग टेस्ट | 25 | 100 |
कुल | 150 | 400 |
Jee advance paper pattern
जेईई मेंस पेपर देने के बाद आप लगभग भारत के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए योग्य हो जाते हैं। इसी के साथ आप नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी /NITs, गवर्नमेंट फडेंड टेक्निकल इंस्टिट्यूट/ GFTI में भी एडमिशन ले सकते है।
लेकिन अगर भारत के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज आईआईटी में एडमिशन लेना है तब आपको जेईई एडवांस का पेपर भी पास करना होगा। जेईई एडवांस का पेपर जेईई मेंस से थोड़ा मुश्किल होता है। अगर आपने सभी विषयों के बेसिक अवधारणाओं को अच्छे से समझा हुआ है और अच्छे से अप्लाई करना जानते हैं तब आपको एडवांस में काफी सहायता होगी।
जेईई एडवांस में आपको काफी बारीकी से प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें आपकी एनालिटिकल स्किल्स, लॉजिकल रीजनिंग, स्किल्स, ग्राफिकल एनालिसिस, कंप्रीहेंशन एबिलिटी स्किल्स काम आती है।
यह परीक्षा 3 घंटे की होती है जोकि कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है इसमें तीन विश्व से प्रश्न पूछे जाते हैं फिजिक्स, मैथ और केमिस्ट्री। यह पेपर दो भागों में बटा होता है पेपर 1 और पेपर 2। प्रत्येक भाग में 18 प्रश्न पूछे जाते हैं जोकि अधिकतम 66 अंक के होते हैं। इसमें आपसे न्यूमेरिकल प्रश्न, बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
IIT ki fees kitni hai ( आईआईटी की फीस )
IIT में बीटेक करने का पूरा खर्चा सालाना (iit total fees for 4 years) 1,50,000 से 2,00,00 तक आ जाता है।
अगर किसी विद्यार्थी का घर की सालाना इनकम एक लाख से कम है तो उनके लिए IIT fees बिल्कुल मुफत है और वही जिनकी सालाना इनकम 1,00,000 से 5,00,000 के बीच है उन्हें फीस का आधा तिहाई हिस्सा देना पड़ता है और यह सभी कैटेगरी यानी जनरल ओबीसी पर लागू होता है।
और हॉस्टल की फीस, मेस फीस, खाने-पीने का खर्चा, मेडिकल फीस यह सभी विद्यार्थियों को चुकाना अनिवार्य है इसमें कोई तरह की कटौती नहीं की जाती।
SC / ST वर्ग के विद्यार्थियों को उनके घर की सालाना आय के हिसाब से IIT fees में छूट दी जाती है लेकिन फिर भी उन्हें हॉस्टल का खर्चा और मैस फीस देनी पड़ती है।
Name of Institutes | IIT Fees(per/year) |
Indian Institute of Technology, Gandhinagar | 1,45,500 |
Indian Institute of Technology, Madras | 1,37,180 |
Indian Institute of Technology, Kanpur | 1,24,617 |
Indian Institute of Technology, Jodhpur | 1,40,100 |
Indian Institute of Technology, Dharwad | 1,42,800 |
Indian Institute of Technology, Jammu | 1,24,450 |
Indian Institute of Technology, Ropar | 1,13,650 |
Indian Institute of Technology, Roorkee | 1,38,480 |
Indian Institute of Technology, Hyderabad | 1,33,560 |
Indian Institute of Technology, Kharagpur | 1,42,900 |
Indian Institute of Technology, Indore | 1,28,650 |
Indian Institute of Technology, Delhi | 1,24,550 |
Indian Institute of Technology, Patna | 1,15,900 |
Indian Institute of Technology, Mandi | 1,32,750 |
Indian Institute of Technology, Bombay | 1,25,700 |
Indian Institute of Technology, Bhubaneswar | 1,43,000 |
Indian Institute of Technology, Tirupati | 1,46,450 |
Indian Institute of Technology, Palakkad | 1,40,200 |
Indian Institute of Technology, Varanasi | 1,32,750 |
Indian Institute of Technology, Goa | 1,37,876 |
Indian Institute of Technology, Bhilai | 1,51,400 |
Indian Institute of Technology, Guwahati | 1,45,780 |
आईआईटी की तैयारी कैसे करें?
अगर आपका लक्ष्य है कि आपको आईआईटी से इंजीनियरिंग करनी है तो आपको 11वीं और 12वीं की कक्षा से इसकी तैयारी शुरू कर देनी होगी आप ऐसा मानकर चल दीजिए कि 11वीं और 12वीं को अगर ढंग से पढ़ लिया तो आपको आईआईटी में प्रवेश पाने में कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि Jee में 11वीं और 12वीं कक्षा से ही प्रश्न पूछे जाते है।
कोचिंग
किसी भी एग्जाम को पास करने के लिए आपको एक सही मार्ग की जरूरत होती है और यह सही मार्ग आपको कोचिंग इंस्टिट्यूट दिखाते हैं। जेईई मेंस और एडवांस में आप कितना पढ़ते हैं यह मायने नहीं रखता बल्कि आप क्या पढ़ते हैं यह मायने रखता है। तो इसके लिए आपको एक कोचिंग जरूर ज्वाइन करनी चाहिए आप चाहे तो ऑनलाइन कोचिंग भी ले सकते हैं या अपने शहर में भी एक अच्छी कोचिंग के लिए जा सकते हैं।
किताबें
आईआईटी की तैयारी शुरू करते समय अच्छी किताबों का होना बहुत जरूरी है। सही किताबों का चयन करने से ही आप समझ पाएंगे कि आईआईटी का सिलेबस किस तरह का होता है और उसमें कैसे प्रश्न पूछे जाते हैं। यह कुछ किताबें हैं जो आप आईआईटी की तैयारी के समय पढ़ सकते हैं।
JEE Mains Books | ||
Physics | Chemistry | Maths |
HC Verma Part 1 HC Verma Part 2 | NCERT 11th NCERT 12th | A Das Gupta |
Arihant PQY | Arihant PYQ | RD Sharma |
JEE Advance Books | ||
Physics | Chemistry | Maths |
DC Pandey | Physical Chemistry | DR. SK Goyal |
IE Irodov | Inorganic Chemistry | Play with Graphs |
HC Verma Part 1 HC Verma Part 2 | Organic Chemistry |
यह कुछ अच्छी किताबें हैं जिसको ज्यादातर कोचिंग इंस्टीट्यूट सुझाव देते हैं। हमारा एक सुझाव है कि आप एक साथ सारी किताबें ना खरीदें बल्कि सबसे पहले NCERT को खत्म करें और अपनी कोचिंग इंस्टिट्यूट की किताबों को हल करें।
इसके बाद आप अपनी इच्छा के अनुसार इनमें से कोई भी एक किताब को हल करना शुरू करें जैसे एडवांस फिजिक्स की किताबों में DC Pandey और HC Verma में से आप कोई भी एक चुन सकते हैं। अगर आप दोनों किताबों को हल करना चाहते हैं तो सबसे पहले एक किताब की तरफ जाएं और उसे पूरा करने के बाद दूसरी किताब को हल करें।
प्रश्न हल कीजिए
जेईई मेंस और एडवांस में आपको 75 प्रश्न करने के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है यानी प्रत्येक प्रश्न करने के लिए आपको 2.5 मिनट का समय दिया जाता है तो इसके लिए आपको अपनी प्रश्न को हल करने की स्पीड बढ़ानी होगी। जिसके लिए आप ज्यादा से ज्यादा प्रश्न को हल कीजिए।
केमिस्ट्री में आपको ज्यादातर चीजें याद करनी होती है; वही फिजिक्स और मैथ में आपको टॉपिक को समझकर प्रश्न हल करने होते हैं। इसके लिए आप पिछले साल के प्रश्न पत्र और मॉक टेस्ट सॉल्व कर सकते हैं। आपको यह ध्यान रखना है कि जेईई मेंस में विषय की समझ होने के साथ प्रश्न हल करने की स्पीड भी अच्छी होनी चाहिए तभी आप अपनी रैंक को बढ़ा सकेंगे।
Engineer क्या होता है और यह क्या काम करता है ?
जब विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास कर लेता है तब वे बी.टेक (B-Tech) के माध्यम से इंजीनियरिंग करता है और उसके बाद जब वह अपनी डिग्री पूरी कर लेता है तब उसे इंजीनियर कहा जाता है। अगर बात करें इंजीनियर का काम तो इंजीनियर कई तरह के होते हैं क्योंकि इंजीनियरिंग के अनगिनत क्षेत्र है जहां विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार stream पसंद करता है और उसी स्ट्रीम का इंजीनियर बनता है। जैसे उदाहरण के लिए कोई Automobile engineer है तो वह है Automobile को बनाने का काम करता है और जैसे कोई architected इंजीनियर है तो वह डिजाइन बनाने का काम करता है।
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इंजीनियरिंग करने के फायदे
आसानी से जॉब प्लेसमेंट
सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण फायदा होता है IIT से इंजीनियरिंग करने का वह है ” Placements ” जैसे ही आप IIT से इंजीनियर बन कर बाहर निकलते हैं तो कंपनियां आपको नौकरी के लिए ज्यादा महत्वता देंगी और इसके अतिरिक्त आपको अच्छी खासी सैलरी भी मिल जाती है। आईआईटी से कुछ बच्चों का पैकेज करोड़ों में भी लग जाता है।
आदर और सम्मान
IIT से Btech करना एक अपने आप में ही गर्व की बात है तो जब भी आप IIT से पढ़ कर आते हैं तो आपकी सोसाइटी आपके मोहल्ले में आपका बहुत आदर सम्मान बढ़ जाता है क्योंकि आप वह उच्च इंजीनियरिंग की शाखा से पढ़कर आए हैं जहां विद्यार्थी पढ़ने का सपना देखते हैं।
ब्रांड से पढ़ाई करना
IIT बहुत प्रतिष्ठित कॉलेज है और अगर आप यहां से इंजीनियरिंग करते हैं तो आपका आत्मविश्वास बहुत बढ़ जाता है। क्योंकि यहां पर विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ में हर एक चीज सिखाई जाती है जो उन्हें एक जिंदगी में अच्छा इंसान बनाए । यानी आपकी यहां पर ओवरऑल डेवलपमेंट की जाती है तो ऐसे में जब आप IIT से ग्रेजुएट होते हैं और बाहर कहीं जॉब ढूंढने जाते हैं तो कंपनियां आपको झट से नौकरी पर रख लेती है क्योंकि IIT एक ब्रांड कि तरह काम करता है और कंपनियां यह सोचती हैं कि IIT से पढ़ा हुआ विद्यार्थी हर एक काम और मुसीबत को संभालने में सक्षम होगा।
हमें आशा है कि आपको IIT ki fees kitni hai और IIT kya hai की जानकारी प्राप्त मिल गई होगी।
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