भारत में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी देने वाला विभाग रेलवे विभाग है। रेलवे में विभिन्न प्रकार की पोस्ट होती है उसी में से एक पोस्ट है ट्रेन ड्राइवर या रेलवे ड्राइवर और जिसे लोको पायलट भी कहते हैं। रेलवे मंत्रालय द्वारा समय-समय पर लोको पायलट के लिए भर्ती निकाली जाती है। यह काफी लोकप्रिय पोस्ट है तो अगर आप भी भारतीय रेलवे में लोको पायलट की जॉब करना चाहते हैं
तो आज हम आपको बताएंगे कि Loco pilot Kaise Bane और लोको पायलट बनने के बाद आप की पोस्टिंग कहां होती है। इसी के साथ बात करेंगे कि लोको पायलट बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए और लोको पायलट सैलरी क्या है।
लोको पायलट क्या काम करता है ?
लोको पायलट को अलग-अलग तरह की ट्रेन चलानी होती है तथा इनकी पोस्टिंग हर 15 दिन बाद हर बदलती रहती है। लोको पायलट को उस रेल का मुख्य व्यक्ति भी कहा जाता है क्योंकि ट्रेन को सही समय पर स्टेशन पर पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी लोको पायलट पर होती है।
एक लोको पायलट समय के अनुसार पैसेंजर ट्रेन, मालगाड़ी और एक्सप्रेस ट्रेन चलाता है। सबसे पहले एक लोको पायलट को माल गाड़ी चलाने की जिम्मेदारी दी जाती है क्योंकि इसमें ज्यादा भीड़ नहीं होती तथा 5 साल के एक्सपीरियंस आने के बाद लोको पायलट एक्सप्रेस ट्रेन भी चला सकता है।
लोको पायलट योग्यता
सबसे न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आपकी 10th कक्षा पास होनी चाहिए साथ ही आपके पास आईटीआई या डिप्लोमा होना चाहिए। इसी के साथ अगर आपने बारहवीं कक्षा के बाद अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली है तो भी आप लोको पायलट बन सकते हैं।
बताये गए कोर्स आपने इलेक्ट्रिकल, ऑटोमोबाइल या मैकेनिकल की स्ट्रीम से किया होना चाहिए और जिस भी कॉलेज से आप यह कोर्स कर रहे हैं वह AICTE ( All India Council for Technical Education) से मान्यता प्राप्त होना चाहिए।
उम्र सीमा की बात करें तो जनरल कैटेगरी के लिए 18 वर्ष से लेकर 28 वर्ष तक उम्र होनी चाहिए। वही ओबीसी के लिए 18 वर्ष से लेकर 33 वर्ष तक उम्र होनी चाहिए यानी ओबीसी को 5 साल की अतिरिक्त छूट मिलती है।
लोको पायलट बनने के लिए हाइट की कोई भी सीमा नहीं है। लेकिन आपका वजन आपकी हाइट के अनुसार होना चाहिए और आपकी आंखों की रोशनी पूरी यानी vision 6/6 होना चाहिए; साथ ही आपको आंखों के संबंधित कोई भी बीमारी नहीं होनी चाहिए।
Loco Pilot kaise bane
लोको पायलट बनने के लिए आपके पास विभिन्न प्रकार के विकल्प रहते हैं। आप इन कोर्स के माध्यम से लोको पायलट बन सकते हैं।
1. आईटीआई
2. डिप्लोमा
3. इंजीनियरिंग
4. ग्रेजुएशन
ITI
अगर आप आईटीआई करते हैं तो आपको आईटीआई कोर्स इलेक्ट्रिकल, ऑटोमोबाइल, मैकेनिकल की स्ट्रीम से करना होगा । आईटीआई 2 साल का कोर्स होता है जिसकी फीस 30,000 से लेकर 80,000 तक हो सकती है।
Diploma
अगर आप डिप्लोमा करते हैं तब भी आपको इलेक्ट्रिकल, ऑटोमोबाइल, मैकेनिकल की स्ट्रीम से करना होगा ।डिप्लोमा 3 साल का कोर्स होता है जिसकी फीस 50,000 से लेकर 1 लाख तक हो सकती है।
Engineering
आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के जरिए लोको पायलट बन सकते हैं। इंजीनियरिंग 4 साल का कोर्स होता है। जिसकी फीस ₹5 लाख सकती है 8 लाख तक हो सकती है।
Graduation
आप किसी भी फील्ड से ग्रेजुएशन करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल, ऑटोमोबाइल, मैकेनिकल में करके लोको पायलट बन सकते हैं।
पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा 1 से 2 साल का कोर्स होता है जिसकी फीस 50,000 तक हो सकती है।
कुछ बच्चे सोचते हैं कि उन्होंने आईटीआई कोर्स किया है तो उनकी मान्यता डिग्री कोर्स से कम होगी। लेकिन ऐसा नहीं है जो लोटो पायलट का एग्जाम होगा उसमें आपका चयन नंबर के हिसाब से ही होगा और यह एग्जाम सामान्य ज्ञान पर होता है।
लोको पायलट इग्ज़ैम पैटर्न
लोको पायलट बनने के लिए आपको आरआरबी एएलपी/RRB ALP एग्जाम देना होता है यह एग्जाम 120 अंक का होता है। इसमें सारे प्रश्न लिखित में होते है इसके बाद आपको कंप्यूटर एग्जाम देना होता है। यह कुछ इस तरह रहता है ।
विषय | अंक |
गणित | 20 |
सामान्य विज्ञान | 30 |
तकनीकी योग्यता | 30 |
सामान्य बुद्धि | 5 |
तर्क कौशल | 10 |
सामान्य जागरूकता | 25 |
RRB ALP CBT
यह परीक्षा में आपको मल्टीपल चॉइस प्रश्न पूछे जाते हैं जोकि 250 अंक के होते हैं। इसको करने के लिए आपको 2.5 घंटे का समय दिया जाता है। इस परीक्षा में नेगेटिव 0.25 की नेगेटिव मार्किंग की जाती है यानी प्रत्येक चार गलत उत्तर पर आपका 1 अंक काट लिया जाएगा। यह कुछ इस तरह रहता है ।
भाग | अधिकतम प्रश्न की संख्या | समय |
भाग 1 | 75 | 60 मिनट |
भाग 2 CBT part A | 100 | 90 मिनट |
भाग 2 CBT part A | 75 | 60 मिनट |
इसके बाद आपका इंटरव्यू होता है जिसमें आप से विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। इंटरव्यू पास करने के बाद आपके डॉक्यूमेंट की जांच की जाती है।
लोको पायलट पोस्टिंग
लोको पायलट बनने के बाद आपको सीधा ट्रेन नहीं चलाने दी जाती सबसे पहले आपको 15 से 20 दिन की ट्रेनिंग मिलती है। इसके बाद आपको माल गाड़ी चलाने को दी जाती है । इसके बाद आप लोकल पैसेंजर ट्रेन चला सकते हैं । 5 से 7 साल के अनुभव के बाद आपको एक्सप्रेस ट्रेन चलाने को दी जाती है।
लोको पायलट सैलरी
क्योंकि रेलवेज एक सरकारी विभाग है तो लोको पायलट बनने के बाद आप एक सरकारी नौकरी का फायदा लेंगे। शुरुआती तौर पर देखे तो आपकी सैलरी 25,000 से लेकर 35,000 प्रतिमाह तक हो सकती है। वही 2 साल के बाद आपको 50,000 तक की सैलरी दी जाती है और लोको पायलट सैलरी 5 साल बाद 80,000 से लेकर 1 लाख तक की दी जाती है।
इसी के साथ लोको पायलट के परिवार जनों को ट्रेन में फ्री टिकट दी जाती है। जब लोको पायलट एक्सप्रेस ट्रेन चलाता है तो उसके रहने और खाने का खर्च भी रेलवे मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
लोको पायलट सिलबस
ratios and propositions | algebra |
geometry and trigonometry | data interpretation and Proficiency |
syllogism | coding and decoding |
Ven diagram | mathematical operations |
simple and compound interest | analogs |
analytical reasoning | jumbling |
heat and temperature | basic electricity |
reasoning and assessment Etceter | relationships |
elementary statics fractions | number system, BODMAS |