अगर आपने 12th पूरी कर ली है और आगे मेडिकल की फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं आज हम बात करेंगे मेडिकल की फील्ड में बैचलर कोर्सेज । अगर आपने 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से की है तब भी आप इन कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं तो चलिए बात करते हैं NEET के बिना 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स

BSc Radiography

बीएससी रेडियोग्राफी 3 साल का अंडर-ग्रेजुएट कोर्स है। अगर किसी दुर्घटना में हड्डियां टूट जाना या कैंसर होना या दिमाग में कोई दिक्कत होना तो इन सब को देखने के लिए जो मशीनों का उपयोग किया जाता है जैसे: CT Scan, MRI, PET scan को करने के लिए रेडियोलॉजिस्ट की जरूरत पड़ती है। इसी के साथ जब सोनोग्राफी, एक्स-रे की जरूरत पड़ती है तब भी वह रेडियोलॉजिस्ट द्वारा ही की जाती है।

रेडियोलॉजिस्ट बनने के बाद आपकी शुरुआती सैलरी 2 लाख प्रतिवर्ष हो सकती है जो समय के साथ बढ़कर 10 लाख प्रति वर्ष तक भी जा सकती है। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके पास 12वीं में पीसीबी यानी  (फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) होना चाहिए साथ ही 12th कक्षा में 50% अंक होने चाहिए।

BSc Audiology

ऑडियोलॉजिस्ट सुनने की शक्ति के कम होने के संबंधित डॉक्टर होते हैं।जैसा कि कुछ बच्चों को जन्म से ही सुनने में दिक्कत होती है वहीं कुछ लोगों की समय के साथ सुनने की शक्ति कम हो जाती है। तो जो उनके द्वारा एक मशीन का उपयोग किया जाता है तो वह मशीन कैसे काम करती है इन सब की जानकारी आप बीएससी ऑडियोलॉजी में सीखते हैं।

बीएससी ऑडियोलॉजी 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स है जो कि आप 12th कक्षा के बाद कर सकते हैं जिसमें आपके पास पीसीबी सब्जेक्ट होना जरूरी है इसी के साथ 50% अंक होने चाहिए। इसकी सैलरी भी 3 लाख से शुरू होकर 10 लाख प्रतिवर्ष हो सकती है। बीएससी ऑडियोलॉजी के लिए कुछ बेहतर कॉलेज है :

•  CMC Vellore
•  AFMC Pune they
•  DY Patil University Navi Mumbai
•  BJ medical college Ahmedabad

B.Pharma

अगर आपको रुचि है कि दवाइयां कैसे बनती है यह कैसे काम करती है तो आप बीफार्मा कोर्स के लिए जा सकते हैं.। यह 4 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स है जिसमें आपको फार्मास्यूटिकल साइंस, मेडिसिंन, मेडिकल केमिस्ट्री जैसे विषयों को पढ़ाया जाता है। इसकी शुरुआती सैलरी 4 लाख से 12 लाख प्रतिवर्ष तक जा सकती है। बीफार्मा कोर्स करने के बाद आप ड्रग इंस्पेक्टर, फॉर्मेलिस्टिक पदों पर नौकरी पा सकते हैं

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नेफ्रोलॉजी क्या होता है? Nephrologist kaise baneNEET के बिना 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स

BA Psychology

बीए साइकोलॉजी 3 साल का फुल टाइम अंडरग्रैजुएट कोर्स है। यह 6 सेमेस्टर में होता है इसमें 4 सेमेस्टर थ्योरी पढ़ाई जाती है वही 2 सेमेस्टर आपके इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट के होते हैं। साइकोलॉजी में आपको मनुष्य के व्यवहार के बारे में बताया जाता है। बीए साइकोलॉजी करने के बाद आप इन पद पर नौकरी पा सकते हैं :

•  Counselling psychologist
•  Career counsellor
•  Health educator
•  Social worker

BSc Forensic Science

बीएससी फॉरेंसिक साइंस 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स है। इस कोर्स में वैज्ञानिक तरीकों से अपराधी घटना का पता लगाना होता है। इस कोर्स को करने के बाद आप गवर्नमेंट सेक्टर में भी अच्छी नौकरी पा सकते हैं क्योंकि गवर्नमेंट सेक्टर में भी बीएससी फॉरेंसिक साइंटिस्ट के पद पर नौकरी निकलती रहती है। NEET के बिना 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स में यह सबसे लोकप्रिय विकल्प है । इसमें आपकी औसत सैलरी 3 लाख से लेकर 25 प्रति वर्ष तक हो सकती है। यह कुछ अच्छे कॉलेज है जो आपको बीएससी फॉरेंसिक साइंस की डिग्री उपलब्ध करवाते हैं :

•  PU / Punjabi University
•  MU / Manipal University
•  AU / Amity University
•  MGU / Mahatma Gandhi University

BSc Optometry

जैसे-जैसे छोटी उम्र में चश्मा आना, आंख से संबंधित अन्य बीमारी का सामने आना बढ़ता जा रहा है वैसे ही ऑप्टोमेट्रिस्ट की मांग भी काफी बढ़ रही है। तो ऐसे में अगर आप भी बीएससी  ऑप्टोमेट्री करते हैं तो इसमें काफी अच्छा स्कोप रहने वाला है।

यह कोर्स 3 साल का होता है इसमें आपको आंख से संबंधित विभिन्न मशीनों के बारे में सिखाया जाता है। इसकी शुरुआती सैलरी 5 लाख से लेकर 20 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है। अनुभव बढ़ने के बाद आपकी सैलरी इससे ज्यादा भी बढ़ सकती है और आप खुद का भी ऑप्टोमेट्री क्लिनिक खुल सकते है।

BSc Cardiac Perfusion

बीएससी कार्डियक परफ्यूशन 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स है। पूरी दुनिया में दिल से संबंधित बीमारियां काफी तेजी से बढ़ रही है; हार्ट अटैक जैसी खतरनाक बीमारी भी काफी बढ़ चुकी है तो ऐसे में कार्डियोलॉजिस्ट की मांग भी काफी बढ़ रही है। इसमें कार्डियोलॉजी से संबंधित विभिन्न मशीनों के बारे में सिखाया जाता है जैसे: कार्डियोवैस्कुलर मशीन। इस कोर्स को करने के बाद आप हेल्थ सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं और किसी प्राइवेट मशीन मैन्युफैक्चरर कंपनी में भी काम कर सकते हैं। इसमें शुरुआती सैलरी 3 लाख से लेकर 20 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है।

BSc Physician Assistant

बीएससी फिजीशियन असिस्टेंट 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है। जब भी आप हॉस्पिटल में गए होंगे तो आपने देखा होगा कि सर्जरी करने वाले डॉक्टर के साथ दो चार ओर लोग होते हैं जोकि मुख्य डॉक्टर को मदद कर रहे होते हैं इन्हें फिजीशियन असिस्टेंट कहते है। जब एक मरीज हॉस्पिटल में आता है तो उस मरीज की रिपोर्ट बनाना और रोजाना रिपोर्ट को देखने का काम फिजीशियन असिस्टेंट का होता है ।

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