पुराने जमाने में संदेश को पहुंचाने के साधन अलग होते थे लेकिन आज के समय में यह जगह मास कम्युनिकेशन ने ले ली है। आपने भी कहीं ना कहीं इस शब्द के बारे में सुना होगा और यह जानने के इच्छुक होंगे कि मास कम्युनिकेशन क्या होता है? तो आज के इस लेख में हम जानेंगे मास कम्युनिकेशन क्या है? मास कम्युनिकेशन के कोर्स कौनसे हैं।

मास कम्युनिकेशन क्या होता है?

मास कम्युनिकेशन एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति यि ऑर्गनाइजेशन अपना संदेश अन्य लोगों तक पहुंचाता है जिसके लिए एक कम्युनिकेशन चैनल का इस्तेमाल किया जाता है। यह कम्युनिकेशन चैनल ब्रॉडकास्ट टेलीविजन, रेडियो, सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया (अखबार) होते हैं।

अगर आसान भाषा में समझे तो जनता तक अपनी आवाज को पहचानने के माध्यम को मास कम्युनिकेशन कहते हैं। मास कम्युनिकेशन में शामिल होता है जनरलिज्म, एडवरटाइजिंग, पब्लिक रिलेशन, इंटरव्यू इत्यादि।

मास कम्युनिकेशन और जनरलिज्म में अंतर

कुछ लोग इन दो शब्दों का मतलब एक ही समझते हैं लेकिन इनका मतलब अलग-अलग होता है। मास कम्युनिकेशन का दायरा जनरलिज्म से काफी बड़ा होता है। जहां जर्नलिज्म सिर्फ न्यूज़ चैनल की रिपोर्टिंग से जुड़ा होता है। वही मास कम्युनिकेशन में एडवरटाइजिंग, सोशल मीडिया, रेडियो, टीवी, फिल्म डायरेक्शन,पब्लिक रिलेशन, इवेंट मैनेजमेंट जैसी चीजें शामिल होती हैं।

मास कम्युनिकेशन काफी तेजी से बढ़ती हुई इंडस्ट्री है जैसे पहले सिर्फ दूरदर्शन चैनल हुआ करता था लेकिन अब सैकड़ों टीवी चैनल बन चुके हैं। साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया का विस्तार होने लगा है तो ऐसे में यहां टेक्निकल पोस्ट के लिए जॉब के अवसर निकलेंगे। मास कम्युनिकेशन के माध्यम से आप इन मुख्य पांच क्षेत्रों में अपना कैरियर बना सकते हैं: टेलीविजन, रेडियो, सिनेमा, न्यूज़पेपर, डिजिटल मीडिया।

मास कम्युनिकेशन कोर्स

अगर आप मास कम्युनिकेशन की फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप 12वीं के बाद विभिन्न बैचलर कोर्स कर सकते हैं जिसके बाद आप मास्टर और पीजी कोर्स भी कर सकते हैं यह मास कम्युनिकेशन कोर्स की सूची है:

  • डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मैस कम्युनिकेशन
  • बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मैस कम्युनिकेशन (BJMC)
  • बैचलर ऑफ जर्नलिज्म (BJ)
  • बैचलर ऑफ मास कम्युनिकेशन (BMC)
  • मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (MJMC)
  • मास्टर ऑफ जर्नलिज्म (MJ)
  • मास्टर ऑफ मास कम्युनिकेशन (MMC)
  • पीजी डिप्लोमा इन मैस कम्युनिकेशन
  • पीजी सर्टिफिकेट कोर्स इन हिंदी जर्नलिज्म
  • पीजी डिप्लोमा इन हिंदी जर्नलिज्म
  • पीएचडी इन मास कम्युनिकेशन

मास कम्युनिकेशन कोर्स योग्यता

मास कम्युनिकेशन कोर्स की योग्यता अलग-अलग कोर्स पर निर्भर करती है लेकिन शुरुआती तौर पर आपको अपनी 12वीं कक्षा न्यूनतम 50% अंक के साथ पास करनी होगी। जिसके बाद आप जनरलिज्म और मास कम्युनिकेशन के बैचलर कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

कुछ प्रतिष्ठित और सरकारी कॉलेज से मास कम्युनिकेशन कोर्स करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम भी देना पड़ सकता है। यह कुछ टॉप एंट्रेंस एग्जाम है:

मास कम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम

12वीं के बाद मास कम्युनिकेशन कोर्स

  • बीजेएमसी: BJMC यानी बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है जो आप बारहवीं कक्षा के बाद कर सकते हैं। आप बारहवीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम से न्यूनतम 50% अंक के साथ पास कर सकते हैं। इस कोर्स करने के बाद आप प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम कर सकते हैं। BJMC कोर्स की औसत फीस ₹50000 से ₹300000 तक हो सकती है। इस कोर्स के दौरान आपको इंट्रोडक्शन टो कम्युनिकेशन एंड मीडिया, जर्नलिज्म (रिपोर्टिंग, एडिटिंग), इंडियन सोशल सिस्टम इत्यादि विषयों के बारे में पढ़ाया जाएगा। BJMC कोर्स करने के बाद आप टीवी एंकर, रेडियो जॉकी, ऑडिटर, क्रिएटिव डायरेक्टर, रिपोर्टर, पब्लिक रिलेशन मैनेजर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।
  • बीएमसी: BMC यानी बैचलर इन मास कम्युनिकेशन भी 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है। इस कोर्स के माध्यम से आप जानकारी को मास मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाने के बारे में सीखते हैं। 12वीं कक्षा पास करने के बाद यह कोर्स कर सकते हैं इस कोर्स के दौरान आपको ह्यूमन कम्युनिकेशन, कंप्यूटर एप्लीकेशन, सोशल साइंस एडिटिंग, रिपोर्टिंग, मीडिया इत्यादि के बारे में सिखाया जाता है। जिसको करने के बाद आप ऑल इंडिया रेडियो, टीवी चैनल्स, प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो, न्यूज़पेपर इत्यादि में जॉब पा सकते हैं।
  • बीए जर्नलिज्म: b.a. इन जर्नलिज्म 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है। यह कोर्स 12वीं कक्षा में आर्ट्स से पढ़ने वाले छात्रों के लिए बनाया गया है इस कोर्स की औसत फीस 15,000 से 80,000 हो सकती है।
  • बीएससी जर्नलिज्म: BSc इन जर्नलिज्म 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है। यह कोर्स 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करने वाले छात्रों के लिए बनाया गया इसकी औसत फीस 25,000 से 90,000 तक हो सकती है।

मास कम्युनिकेशन डिप्लोमा

  • डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मैस कम्युनिकेशन (DJMC)
  • डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन (DAPR)
  • डिप्लोमा इन फिल्म एंड टेलिविजन प्रोडक्शन (DFTP)
  • डिप्लोमा इन डिजिटल मीडिया (DDM)
  • डिप्लोमा इन मल्टीमीडिया
  • डिप्लोमा इन फोटोग्राफी
  • डिप्लोमा इन एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया
  • डिप्लोमा इन रेडियो एंड ब्रॉडकास्टिंग
  • डिप्लोमा इन सोशल मीडिया
  • डिप्लोमा इन कॉरपोरेट कम्युनिकेशन

मास कम्युनिकेशन कोर्स फीस

मास कम्युनिकेशन कोर्स की औसत फीस कोर्स पर निर्भर करती है। मास्टर और पीएचडी कोर्स की फीस थोड़ा ज्यादा होती है वही बैचलर कोर्स जैसे (बीजेएमसी, बीएमसी) की थोड़ी कम होती है। वहीं अगर औसत देखे तो यह है सरकारी कॉलेज में 20,000 से 40,000 तक हो सकती है वह प्राइवेट में 40,000 से 80,000 प्रति वर्ष तक हो सकती है।

टॉप 10 मास कम्युनिकेशन कॉलेज

  • सिंबोसिस इंस्टीट्यूट आफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन पुणे
  • लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन दिल्ली
  • मणिपाल इंस्टीट्यूट आफ कम्युनिकेशन मणिपाल
  • एमिटी स्कूल आफ कम्युनिकेशन नोएडा
  • क्रिस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरू
  • दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स न्यू दिल्ली
  • इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन न्यू दिल्ली
  • केसी कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स साइंस एंड कॉमर्स मुंबई
  • कमला नेहरू कॉलेज फॉर विमेन दिल्ली
  • मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज चेन्नई

मास कम्युनिकेशन कॉलेज और कोर्स

कॉलेजकोर्स ऑफर
जामिया मिलिया इस्लामिया– बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (बीजीएमसी)
– मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (एमजेएमसी)
सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मीडिया एंड कम्युनिकेशन /SIMC– एमबीए कम्युनिकेशन मैनेजमेंट
– एमए मास कम्युनिकेशन
– एमए इन कन्वर्जेंट जनरलिज्म
– एमए इन ऑडियो ब्रांडिंग
जेवियर इंस्टीट्यूट आफ कम्युनिकेशन/ XIC– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मैस कम्युनिकेशन (PGDJMC)
– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन एंड कॉरपोरेट कम्युनिकेशन (PGDPR)
– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग कम्युनिकेशन (PGDAMC)
लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन/ LSR – b.a. जनरलिज्म (ऑनर्स )
– बीए मल्टीमीडिया एंड मास कम्युनिकेशन (ऑनर्स)
मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशनपोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट कम्युनिकेशन (PGDM-C)
एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन– b.a. जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन ऑनर्स
– m.a. इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
– पीएचडी इन जर्नलिज्म एंड मैस कम्युनिकेशन
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन/ IIMC– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन जनरलिज्म ( इंग्लिश हिंदू हिंदी उर्दू उड़िया)
– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन
– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन रेडियो एंड टेलिविजन जर्नलिज्म
– पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन विजुअल कम्युनिकेशन

मास कम्युनिकेशन कोर्स स्पेशलाइजेशन

मास कम्युनिकेशन एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें अलग-अलग तरह की स्पेशलाइजेशन ऑफर की जाती हैं जिसमें से यह कुछ प्रमुख स्पेशलाइजेशन है:

  • फिल्म मेकिंग
  • मीडिया प्लैनिंग
  • वीडियो एडिटिंग
  • डायरेक्शन और एक्टिंग
  • विजुअल कम्युनिकेशन
  • इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (टीवी, रेडियो)
  • कैमरा हैंडलिंग एंड लाइटिंग
  • रिर्पोटिंग और प्रिंट मीडिया

मास कम्युनिकेशन सिलेबस

इंट्रोडक्शन टू मास कम्युनिकेशनजनरलिज्मएडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन
डिजिटल मीडिया एंड सोशल मीडियामीडिया प्रोडक्शनफिल्म एंड टेलिविजन प्रोडक्शन
मीडिया लॉ एंड एथिक्सविजुअल कम्युनिकेशनफोटोग्राफी
मीडिया रिसर्च एंड एनालिसिसरेडियो एंड ब्रॉडकास्टिंगमीडिया मैनेजमेंट
रिर्पोटिंग/एडिटिंगमीडिया इकोनॉमिक्स इन इंडस्ट्रीमास कम्युनिकेशन थ्योरी
प्रिंट जर्नलिज्मइलेक्ट्रॉनिक मीडियाफोटोजर्नलिज्म
मीडिया मैनेजमेंट एंड मार्केटिंगग्लोबल मीडिया एंड कम्युनिकेशनप्रोजेक्ट वर्क एंड इंटर्नशिप

मास कम्युनिकेशन कोर्स इन हिंदी

फील्ड कोर्स
जर्नलिज्म• बैचलर इन जर्नलिज्म (BJ)
• बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (BJMC)
• बैचलर ऑफ आर्ट्स इन जर्नलिज्म
• बैचलर ऑफ साइंस इन जर्नलिज्म
एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन• बैचलर ऑफ एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन (BAPR)
• बैचलर ऑफ आर्ट्स इन एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन
• बैचलर ऑफ साइंस इन एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन
फिल्म एंड टेलिविजन• बैचलर ऑफ फिल्म एंड टेलिविजन प्रोडक्शन
• b.a. इन फिल्म स्टडीज
• बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (BFA) इन फिल्म प्रोडक्शन
डिजिटल मीडिया• बीएससी इन डिजिटल मीडिया
• बीए इन डिजिटल कम्युनिकेशन
मीडिया स्टडीज• बीए इन मीडिया स्टडीज एंड कम्युनिकेशन
• बीएससी इन मीडिया एंड कम्युनिकेशन
विजुअल कम्युनिकेशन• बैचलर ऑफ डिजाइन इन विजुअल कम्युनिकेशन
• बैचलर ऑफ आर्ट्स इन विजुअल कम्युनिकेशन
एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया• बीएससी इन एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया
• बीए इन एनीमेशन
रेडियो एंड ब्रॉडकास्टिंग• बीए इन रेडियो प्रोडक्शन
• बीएससी इन ब्रॉडकास्टिंग
फोटोग्राफीबीए इन फाइन आर्ट्स (फोटोग्राफी)
न्यू एंड सोशल मीडिया• बैचलर ऑफ आर्ट्स इन न्यू मीडिया एंड कम्युनिकेशन
• बीएससी इन सोशल मीडिया कम्युनिकेशन
सिनेमा स्टडीजबीए इन सिनेमा एंड मीडिया स्टडीज

मास कम्युनिकेशन जॉब प्रोफाइल

डेक्स राइटररिपोर्टरएडिटर
साउंड मिक्सर एंड साउंड रिकॉर्डररेडियो जॉकीटीवी एंकर
रेडियोइलस्ट्रेटरफोटोजर्नलिस्ट
प्रोड्यूसरकार्टूनिस्टपब्लिक रिलेशन ऑफिसर
ब्लॉग राइटरक्रिएटिव डायरेक्टरस्क्रिप्ट राइटर
इवेंट प्लानरस्टेज डेकोरेटरसेलिब्रिटी मैनेजर
मीडिया प्लानरलॉजिस्टिक मैनेजरमार्केट रिसर्च एग्जीक्यूटिव

मास कम्युनिकेशन टॉप कंपनी

  • हिंदुस्तान टाइम्स ग्रुप पब्लिकेशन
  • एनडीटीवी नेटवर्क
  • जी टीवी नेटवर्क
  • टाइम्स ऑफ इंडिया पब्लिकेशन
  • बीबीसी
  • बिग एंटरटेनमेंट

मास कम्युनिकेशन सैलरी क्या है?

मास कम्युनिकेशन फील्ड में सैलरी की बात करें तो यह आपकी जॉब प्रोफाइल, लोकेशन और कंपनी पर निर्भर करता है। वहीं अगर शुरुआती तौर की बात करें तो यह 10,000 से 20,000 प्रतिमाह तक हो सकती है। वहीं 3 से 5 साल का अनुभव आने के बाद आप 40 से 50 हजार प्रतिमाह तक की सैलरी भी प्राप्त कर सकते हैं। इसी के साथ अगर आप फ्रीलांसर के तौर पर काम करते हैं तो आप जितना काम करेंगे उतना ही कमा सकते हैं

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FAQs

जनसंचार के लिए कौन सी डिग्री सबसे अच्छी है?

बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (BJMC) जनसंसार के क्षेत्र में सबसे अच्छी डिग्री है जो कि 3 साल की होती है। इस कोर्स को करने के बाद आप न्यूज़पेपर, टीवी,रेडियो, डिजिटल मीडिया जैसे क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। इनके अलावा आप बीएमएस “बैचलर ऑफ मीडिया स्टडीज” कोर्स भी कर सकते हैं।


मास कम्युनिकेशन में जॉब क्या है?


मास कम्युनिकेशन में विभिन्न प्रकार की जॉब हो सकती है जैसे कि जर्नलिस्ट, फील्ड रिपोर्टर, विशेष समाचार पत्रकार, एडिटर डिजिटल एंड सोशल मीडिया मार्केटर, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर, एडिटर इत्यादि।


क्या 12वीं के बाद मास कम्युनिकेशन कर सकते हैं?


जी बिल्कुल आप किसी भी स्ट्रीम से 12वीं कक्षा पास करने के बाद मास मास कम्युनिकेशन कोर्स कर सकते हैं जिसमें से बीए बीएससी इन मास कम्युनिकेशन कोर्स लोकप्रिय हैं और साथ ही इस फील्ड में स्पेशलाइजेशन कोर्स BJMC, BMS कर सकते है।

मास कम्युनिकेशन कोर्स कितने साल का होता है?


मास कम्युनिकेशन बैचलर कोर्स 3 साल के होते हैं वही डिप्लोमा कोर्स 1 से 2 साल के हो सकते हैं। मास कम्युनिकेशन मास्टर कोर्स 2 साल के होते हैं वही पीएचडी 4 से 6 साल की हो सकती है। अगर आप ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स करते हैं तो यह 6 महीने से 1 साल के हो सकते हैं।

मास कम्युनिकेशन कैसे करें


मास कम्युनिकेशन करने के लिए सबसे पहले 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम से पास करें और बैचलर कोर्स जैसे बीजेएमसी, बीएमएस, बीएससी, बीए इन मल्टीमीडिया कोर्स में एडमिशन ले और इसके बाद विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर कोर्स करें।

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