आज हम बात करेंगे NCC kya hai; यह वह संस्था जो अंग्रेजों द्वारा शुरू की गई थी लेकिन आज भारत की सबसे प्रतिष्ठित संस्था बन चुकी है। जोकि देश के लाखों कॉलेजों और स्कूलों में संचालित की जाती है। अगर आप एनसीसी में ज्वाइन होते हैं तो आपको भारत की तीनों सेनाओं : जल, थल और वायु सेना में भर्ती होने में मदद मिलती है।
अपने एनसीसी का नाम पहले भी सुना होगा जो स्कूलों और कॉलेजों में सेना की ट्रेनिंग करवाती है। तथा सेना में भर्ती होने के पहले सारे कायदे व नियम समझाती है। इसके साथ जुड़कर आप एक सैनिक की तरह काम करना सीख जाते हैं।
जैसा कि हमें पता है कि भारत में बहुत सारे युवा सेना में भर्ती होना चाहते हैं। वह युवा सिर्फ नौकरी के लिए सेना में भर्ती नहीं होना चाहते बल्कि लाखों करोड़ों युवा अपने देश के प्रति समर्पण को दिखाने के लिए भी सेना में भर्ती होते हैं। NCC ऐसे ही युवाओं को तैयार करती है जो भारत की किसी भी सेना में भर्ती होना चाहते हैं।
एनसीसी क्या होता है ?
अगर बात करें एनसीसी की फुल फॉर्म की तो इसकी फुल फॉर्म है नेशनल कैडेट कॉर्प्स / National Cadets Corps। इसे हिंदी में राष्ट्रीय कैडेट कोर कहा जाता है।
इसे भारतीय सशस्त्र बल की युवा शाखा कहा जाता है। जिसका मतलब है की एक ऐसी शाखा जो भारतीय युवाओं को भारत की किसी भी सेना में शामिल होने की ट्रेनिंग देती हैं। जिसमें देशभक्ति और अनुशासन के बारे में बताया जाता है। हर साल एनसीसी लाखों बच्चों की भर्ती करता है।
एनसीसी का इतिहास क्या है ?
एनसीसी का इतिहास आजादी से पहले का है। अंग्रेजों के समय से स्थापित होने के बाद इसमें बहुत सारे बदलाव किए गए जो आजादी के बाद एनसीसी के रूप में स्थापित हुई। एनसीसीसी रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है।
दरअसल प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों को सैनिकों की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा था। इसी के कारण अंग्रेजों ने यूनिवर्सिटी कोर्ट की स्थापना की थी । इसका पहला कोर्ट कोलकाता विश्वविद्यालय में खोला गया था। इसके बाद 1920 में इसका नाम बदलकर यूटीसी कर दिया गया जिसे इसे यूनिवर्सिटी ट्रेडिंग कोड कहां गया। फिर 1942 में इसके नाम में बदलाव करके यूओटीसी यानी यूनिवर्सिटी ऑफिसर ट्रेनिंग कोर्प कर दिया गया।
इतने बदलाव होने के बावजूद भी इसमें बहुत ही कम छात्रों की रूचि रही थी यानी यह योजना असफल हो रही थी। तो इसके बाद 1946 में राष्ट्रीय कैडेट कोर्प की स्थापना की गई।
इसके लिए सरकार द्वारा एक समिति बनाई गई। इस समिति ने दुनिया भर में मिलने वाले सैनिक प्रशिक्षण का अध्ययन करने के बाद साल 1947 में सरकार को रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद सरकार ने इस समिति की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए 16 जुलाई 1948 को रक्षा मंत्रालय के अधीन एनसीसी का गठन किया।
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एनसीसी में क्या होता है ?
दरअसल एनसीसी भारत में अनेक कॉलेजों और स्कूलों में छात्रों को सेना की ट्रेनिंग दिए जाने का हिस्सा है। एनसीसी के छात्रों को सेना के संबंधित सभी तरह की ट्रेनिंग दी जाती है। इसी के साथ सेना में अनुशासन से कैसे रहना है इसके बारे में भी जानकारी दी जाती है। इसी के साथ छात्रों को छोटे हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है।
एनसीसी का लक्ष्य क्या है ?
NCC का मुख्य लक्ष्य है कि जो छात्र आगे चलकर सेना में भर्ती होना चाहते हैं उन्हें पहले सेना की बेसिक ट्रेनिंग देना है। जिसमें हथियारों की जानकारी और अनुशासन शामिल है। आज एनसीसी भारत के एक लाख से ज्यादा स्कूल और कॉलेज/यूनिवर्सिटी में चल रही है।
एनसीसी के नियम क्या है ?
अगर आप एनसीसी से ट्रेनिंग लेना चाहते हैं तो उसके लिए कुछ नियम है। जो आपको पूरे करने होंगे :
• पहला इसमें हमेशा मुस्कान के साथ आज्ञा का पालन करना चाहिए।
• समय बहुत कीमती है समय का ख्याल रखें और पाबंद रहें।
• कठिन परिश्रम करो और किसी भी परिस्थिति में बहाने नहीं बनाना चाहिए तथा झूठ बिल्कुल नहीं बोलना चाहिए।
एनसीसी कैसे जॉइन करें ?
कॉलेज और स्कूल में पढ़ने वाला कोई भी छात्र एनसीसी ज्वाइन कर सकता है। लेकिन इसमें कोई जरूरी नहीं है कि आपको ज्वाइन करना ही होगा आप अपनी रुचि के हिसाब से इसे ज्वाइन कर सकते हैं। एनसीसी जॉइन करने के लिए कुछ नियम है:
• एनसीसी जॉइन करने के लिए छात्र की उम्र 13 से 26 साल के बीच होनी चाहिए। और इसके लिए फिजिकल टेस्ट होता है।
• NCC जॉइन करने के लिए फॉर्म भरना होता है। अगर आपके कॉलेज में यह नहीं है तो आप पास के कॉलेज में ज्वाइन कर सकते हैं।
• इसमें दो डिवीजन होते हैं पहला जूनियर, दूसरा सीनियर।, छात्रों की उम्र और कक्षा के हिसाब से डिवीजन तय किया जाता है।
एनसीसी के झंडे में तीन रंग किसका प्रतीक होते हैं ?
जैसा कि हमने बात की की एनसीसी में भारत की तीनों सेनाओं का प्रतिनिधित्व होता है। इसलिए एनसीसी के झंडे में तीनों सेनाओं के रंगों की झलक दिखती है। इसमें जो तीन रंग है वो जल, थल और वायु सेना के प्रतीक है। पहली पट्टी लाल रंग की है जो थल सेना को, बीच वाली पट्टी नीले रंग की है जो जल सेना को ,तीसरी पट्टी आसमानी नीले रंग की है जो वायु सेना को दर्शाती है।
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एनसीसी सर्टिफिकेट के फायदे क्या है ?
एनसीसी में आपको सेना से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाती है। तो जब भी आप आगे चलकर किसी भी सेना यानी वायु, जल, थल में भर्ती के लिए अप्लाई करेंगे तो आपको कई प्रकार की छूट दी जाएगी।
इसमें सबसे पहला फायदा है एनसीसी छात्र के लिए सेना में अलग से सीट रिजर्व की जाती है। जिसमें आपको डायरेक्ट एंट्री मिल जाती है। इसके लिए आपको सिर्फ इंटरव्यू और मेडिकल निकालना होता है। इसी के साथ आपको आगे की पढ़ाई करने के लिए बहुत सारी स्कॉलरशिप भी दी जाती है। इसी के साथ भारत सरकार में पुलिस की नौकरी पाने के लिए भी आपको बहुत सहायता मिलती है।