कुछ बच्चों की रुचि काउंटिंग में होती है और वह अकाउंटेंट की फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। इसी कारण वह बच्चे 12वीं कक्षा में कॉमर्स सब्जेक्ट को रखते हैं ताकि वह एकाउंट्स की जानकारी ले सकें। आज हम बताएंगे कि Accountant kaise bane और अकाउंटेंट के क्या काम होते हैं। अकाउंटेंट बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है और इसकी फीस क्या होती है। इसी के साथ हम बात करेंगे की Tally क्या होती है और tally accountant kaise bane
Accounting kya hai
सबसे पहले जानते हैं कि एकाउंटिंग क्या होती है तो किसी कंपनी के पूरे लेन-देन का हिसाब रखना ही अकाउंटिंग कहलाता है। एकाउंटिंग बहुत तरह की होती है जैसे : गवर्नमेंट अकाउंटिंग, पब्लिक अकाउंटिंग, कॉस्ट अकाउंटिंग, फॉरेंसिक अकाउंटिंग, मैनेजमेंट अकाउंटिंग,टैक्स अकाउंटिंग, फाइनेंशियल अकाउंटिंग
किसी अकाउंटेंट की जरूरत किसी संस्था या बिजनेस के लिए बहुत जरूरी होती है क्योंकि वह व्यक्ति उस बिजनेस का पूरा लेन-देन का हिसाब रखता है जैसे : कंपनी के क्या प्रॉफिट और लॉस है, कितने कर्मचारी उस कंपनी में काम कर रहे हैं और अन्य सभी तरह के रिकार्ड्स की जिम्मेदारी अकाउंटेंट की होती है।
Accountant kaise bane
अकाउंटेंट बनने के लिए आपको 3 साल का ग्रेजुएशन कोर्स करना होता है; ग्रेजुएशन बीकॉम या फिर अन्य कोर्स से भी कर सकते हैं। इसी के साथ आपको Tally जैसे सॉफ्टवेयर की भी जानकारी रखनी चाहिए। यह सब आपको एक सफल अकाउंटेंट बनाएंगे।
अकाउंटेंट बनने के लिए कॉमर्स फील्ड सबसे अच्छी मानी जाती है क्योंकि इसमें विद्यार्थी पहले ही एकाउंटिंग से जुड़े विषयों को 12वीं कक्षा में पढ़कर आता है हालांकि साइंस और आर्ट्स के बच्चे भी अकाउंटिंग कोर्स कर सकते हैं।
तो अकाउंटेंट बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा पास होनी चाहिए । यह किसी भी स्ट्रीम से हो सकती है लेकिन अगर कॉमर्स से हो तो आगे आपको काफी मदद मिलेगी। अगर आप दसवीं कक्षा में है और आगे अकाउंटेड बनना चाहते हैं तो वह 12वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम को ही चुने।
अकाउंटेंट बनने के लिए कौन सा कोर्स करें?
आप बीकॉम विभिन्न विषयों में कर सकते हैं यह आपकी रूचि पर निर्भर करता है जैसे :
• BCom in accounting and Finance
• BCom in accounting and Commerce big
• Bachelor of Commerce in accountancy
• BCom in accounting and taxation
• BBA in accounting and Finance
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एक सफल अकाउंटेंट बनने के लिए आपका मैथमेटिक्स और स्टैटिक्स काफी अच्छा होना चाहिए क्योंकि अकाउंटेंट का मुख्य काम रिकॉर्ड को ही संभालना होता है तो इसके लिए मैथ और स्टैटिक्स का अच्छा होना जरूरी है।
अकाउंटेंट फीस
अगर फीस की बात करें तो बीकॉम कोर्स की आम तौर पर फीस 20,000 से लेकर 30,000 तक प्रतिवर्ष हो सकती है। यह आपके कॉलेज पर निर्भर करता है हालांकि प्राइवेट कॉलेज में फीस थोड़ा ज्यादा हो सकती है। क्योंकि यह कोर्स 3 साल का होता है तो इसके लिए आपको एक लाख तक की फीस लग सकती है।
Graduation ke baad Accountant Kaise Bane
ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद आपको 1 साल का इंटरशिप करना चाहिए जिससे कि आपको इंडस्ट्री की जानकारी मिल सके और असल में पता चल सके कि कंपनी के लिए अकाउंटिंग कैसे की जाती है। इंटर्नशिप करने से आपकी जॉब प्रोफाइल में बढ़ोतरी होगी जोकि आपको आगे नौकरी मिलने में सहायक होगी।
अगर आप इंटर्नशिप के दौरान कोई गलती करते हैं तो आपको कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन अगर आप किसी कंपनी में जॉब करते समय कोई गलती के कारण कंपनी का कोई नुकसान होता है तो उसका आपकी प्रोफाइल में काफी नकारात्मक छवि बनेगी।
आमतौर पर ग्रेजुएशन करने के बाद आपको किसी भी कंपनी में सीधा अकाउंटेंट की जॉब नहीं मिलेगी इससे पहले आपको इंटरशिप करनी होगी। इंटर्नशिप में आप एक सीए के अंतर्गत काम करते हैं जोकि आपको बहुत ही कम सैलरी पर रखता है। लेकिन शुरुआती तौर पर आपको पैसे की चिंता नहीं करनी है और 1 साल तक अच्छे से एकाउंटिंग का काम सीखना है।
एक सीए के अंतर्गत रहकर आप एकाउंटिंग के मूल उद्देश्य को सीख जाओगे। 1 साल बाद इंटरशिप करने के बाद आप किसी बड़ी या छोटी कंपनी में अकाउंटेंट के पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
Tally Accountant kaise bane
अगर आप एक अच्छे अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो आपको टैली कोर्स जरूर सीखना चाहिए। क्योंकि ज्यादातर कंपनी में टैली सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। tally की मदद से आप अपने काम तेजी से पूरा कर सकते हैं।
आप चाहे अपनी ग्रेजुएशन के दौरान टेली को सीख सकते हैं इसी के साथ आपको माइक्रोसॉफ्ट द्वारा दिए गए सभी साफ्टवेयर जैसे : एक्सेल, पावर पॉइंट सीखना चाहिए।
अकाउंटेंट का क्या क्या काम होता है?
एक अकाउंटेंट किसी कंपनी का मुख्य व्यक्ति होता है जोकि उस कंपनी के सारे रिकॉर्ड का ध्यान रखता है।अकाउंटेंट को उस कंपनी के प्रॉफिट और लॉस की पूरी जानकारी रहती है।
अकाउंटेंट का काम होता है किसी कंपनी के वित्तीय अभिलेख को बनाना और उसे सही से प्रबंधित करना करता है। इसी के साथ अकाउंटेंट उस कंपनी को बताता है कि उसको अपने खर्चे कैसे कम करने हैं और आय कैसे बढ़ानी है। कपनी के सभी टैक्स समय पर भरने और उनका रिकॉर्ड रखना भी अकाउंटेंट का काम होता है।
Acountant ke baad job
जैसा कि हर बिजनेस में अकाउंटेंट की जरूरत होती है तो अकाउंटेंसी करने के बाद आपको जॉब पर काफी अवसर मिलेंगे। आप सभी क्षेत्र की कंपनियों में जॉब पा सकते हैं जैसे :
पब्लिक अकाउंटिंग | टैक्स प्रिपरेशन |
ऑडिट | फाइनेंस एंड इंश्योरेंस |
मैनेजमेंट ऑफ कंपनीज एंड इंटरप्राइजेज | रियल स्टेट फाइनेंस |
बजट एनालिसिस | इनवेस्टमेंट मैनेजर |
इसी के साथ आप गवर्नमेंट सेक्टर में भी अकाउंटेंट के पद के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
Accountant Salary
इंटर्नशिप के बाद किसी कंपनी में अकाउंटेंट बनने के बाद आपकी शुरुआती सैलरी थोड़ी कम हो सकती है। लेकिन आपके एक्सपीरियंस और काम करने की गुणवत्ता के आधार पर यह बढ़ती जाएगी।
शुरुआती दौर में किसी छोटी कंपनी में आपकी सैलरी 15,000 प्रतिमाह तक हो सकती है। 5 साल के एक्सपीरियंस के बाद आपकी सैलरी 70,000 प्रतिमाह तक हो सकती है। अकाउंटिंग कोर्स करने के बाद आप इन पदों पर जॉब पा सकते हैं।
पद | सैलरी (प्रतिमाह ) |
जूनियर अकाउंटेंट | 40 हजार |
अकाउंटेंट | 40-50 हजार |
सीनियर अकाउंटेंट | 70 हजार |
फाइनेंस मैनेजर | 90 हजार |
फाइनेंशियल एडवाइजर्स | 80 हजार – 1.2 लाख |
फाइनेंशियल कंट्रोलर | 1.2 लाख |
सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट | 1.8 लाख |
चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) | 2 लाख |
चार्टर्ड मैनेजमेंट अकाउंटेंट | 2.5 लाख |
कंपनी सेक्रेट्री | 3+ लाख |
Need a job
I did bcom and i need a job in accountant..