जब भी आप इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के बारे में सुनते हैं तो आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है?  इन्वेस्टमेंट, शेयर मार्केट, स्टार्टअप, मर्जर्स एंड एक्विजिशंस, IPO, फंड मैनेजमेंट या इसके अलावा भी बहुत कुछ इन्वेस्टमेंट बैंकर का सीधा सा मतलब होता है ” मध्यस्थ ” तो अगर आप विस्तार में जानना चाहते हैं कि इन्वेस्टमेंट बैंकर क्या होता है? और इनवेस्टमेंट बैंकर कैसे बने – रोडमैप ? तो इस आर्टिकल से जुड़े रहिए।

बैंकिंग सिस्टम में दो तरह के बैंक होते हैं एक कमर्शियल बैंक (PNB) जो आम लोगों का पैसा जमा और लेनदेन करते हैं और दूसरा इन्वेस्टमेंट बैंक (JP Morgan) जो बड़े-बड़े फॉर्म्स और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट को इन्वेस्टमेंट की सलाह देते हैं जिससे कंपनी अपने पैसों का सही इस्तेमाल कर सके और आय को बढ़ा सके।

इन्वेस्टमेंट बैंक्स का मुख्य काम किसी कंपनी के विस्तार के लिए कैपिटल इकठा करना और उन्हें अच्छे इन्वेस्टर ढूंढ कर देना। अगर किसी कंपनी को शेयर खरीदने है तो उसके बारे में जानकारी प्रदान करना इन्वेस्टमेंट बैंकर्स का काम होता है। इसके बदले में इन्वेस्टमेंट बैंकर्स अपना कमीशन रखते हैं।

इन्वेस्टमेंट बैंकिंग क्या है?

यह फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की वह शाखा है जिसमें सरकार, बड़ी कॉरपोरेशन, पूंजीपति लोगों को वित्तीय सलाह प्रदान करता है। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के जरिए छोटी कंपनियां अपने शेयर्स बेचकर मार्केट से पैसा उठा सकती हैं और बड़ी कंपनियां अपना पैसा लगाकर छोटी कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं। इन दोनों के बीच में मध्यस्थ करवाने का काम इन्वेस्टमेंट बैंकर का होता है।

इन्वेस्टमेंट बैंक्स अपने ग्राहक या बिजनेस के इनिशियल पब्लिक आफरिंग (आईपीओएस), मर्ज एंड एक्विजिशंस, शेयर मार्केट और इन्वेस्टमेंट के जिम्मेदार होते हैं। इनका काम कंपनी की कैपिटल यानी पूंजी का इस्तेमाल करके छोटी कंपनियों में पैसा लगाना और उनके शेयर खरीदना होता है जिससे कि आगे जाकर कंपनी या बिजनेस को वित्तीय लाभ प्राप्त हो।

इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में क्या होता है?

बिजनेस द्वारा कमाए गए पैसों को सही ढंग से शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड्स में लगाकर प्रॉफिट बनाना इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के अंतर्गत आता है।  बड़ी-बड़ी कंपनियों में फाइनेंस डिपार्टमेंट के अंतर्गत काम करने वाले इस डिपार्मेंट का मुख्य उद्देश्य बिजनेस के प्रॉफिट का इस्तेमाल करके उसे म्युचुअल फंड्स और शेयर मार्केट में लगाना होता है ताकि लंबे समय में इससे वित्तीय लाभ प्राप्त किया जा सके।

इन्वेस्टमेंट बैंकर के काम

  • सिक्योरिटी:  इन्वेस्टमेंट बैंकर्स का मुख्य उद्देश्य कंपनी के शेर, बोंड और अन्य सिक्योरिटीज की बिक्री में मदद करना होता है ताकि शुरुआती तौर पर कंपनी अच्छे फंड उठा सके।  जब कोई प्राइवेट कंपनी अपने शेयर्स को मार्केट में उतरती है जिसे आईपीओ कहा जाता है जिससे वह बिजनेस के विस्तार के लिए पूंजी प्राप्त करती है। इसमें बॉन्ड और शेयर की कीमत और कितने शेयर मार्केट में उतारने चाहिए यह सब इन्वेस्टमेंट बैंक द्वारा देखा जाता है।
  • मर्ज एंड एक्विजिशंस:  यह एक तरह की प्रक्रिया है जिसमें एक कंपनी दूसरी कंपनी की पूर्ण हिस्सेदारी खरीदती है (एक्विजिशंस) या फिर दो कंपनियां आपस में मिलकर एक नई कंपनी बनाते हैं (मर्ज) इसमें भी इन्वेस्टमेंट बैंकर बिचौलिए बनकर सहायता प्रदान करते हैं।
  • कैपिटल मार्केट:  जब किसी प्राइवेट कंपनी को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) लाना होता है तो इन्वेस्टमेंट बैंकर उससे जुड़ा सारा काम करके देते हैं ताकि उसे कंपनी का आईपीओ सफलतापूर्ण मार्केट में लाया जा सके।

इन्वेस्टमेंट बैंकर कौन होते हैं?

इन्वेस्टमेंट बैंक्स में काम करने वाले कर्मचारियों को इन्वेस्टमेंट बैंकर्स कहा जाता है। लेकिन इसमें करियर बनाने के लिए आपको कुछ शैक्षणिक योग्यता पास करनी होगी जो कि कुछ इस प्रकार है।

इन्वेस्टमेंट बैंकर कैसे बने?

इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के क्षेत्र में शुरुआती करियर बनाने के लिए  अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री फाइनेंस संबंधित कोर्स के माध्यम से पास करनी होगी जैसे बीबीए इन फाइनेंस, B.com ( Hons ) in Finance या B.com ( Hons ) in Accounting  इत्यादि। हालांकि आप आर्ट और अन्य स्ट्रीम्स के बाद भी इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की फील्ड में जा सकते हैं लेकिन फाइनेंस से संबंधित फील्ड से डिग्री प्राप्त करने के बाद आपको इंटरव्यू में सहायता मिलती है। अगर आपने 12वीं कक्षा Arts Stream से पास की है तब आप BA in Finance / Economics  करने के बाद इन्वेस्टमेंट बैंकर बन सकते हैं।

अगर आप एनालिस्ट के लेवल से इन्वेस्टमेंट बैंकर की फील्ड में जाना चाहते हैं तब मास्टर डिग्री की आवश्यकता पड़ती है जैसे एमबीए इन फाइनेंस, चार्टर्ड अकाउंटेंट इत्यादि।

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यह सब करने के बाद आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे indeed, naukri.com के जरिए जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं या फिर किसी बैंक में आर्टिकलशिप यानी  ट्रेनिंग के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आर्टिकलशिप में बैंकिंग से जुड़ी जरूरी स्किल्स को सिखाते हैं जिसके बाद सीधा जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं इससे जॉब मिलने में आसानी होगी।

अगर आप शुरुआती तौर पर हैं तो हो सके एसोसिएट लेवल से इन्वेस्टमेंट बैंकिंग का करियर शुरू करना पड़ सकता है। क्योंकि ज्यादतर कंपनियां इन्वेस्टमेंट बैंकर के तौर पर मास्टर डिग्री कैंडिडेट और अनुभव प्राप्त कैंडिडेट को ही महत्वता देती है। हालांकि बाद में प्रमोशन कर दिया जाता है जो की एसोसिएट से एनालिस्ट और मैनेजर तक भी हो सकता है।

इन्वेस्टमेंट बैंकर बनने का रोडमैप

अगर आप इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में फ्रंटेंड के तौर पर काम करना चाहते हैं तो आप एमबीए फाइनेंस के बाद इसमें अप्लाई कर सकते हैं। इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में दो तरह के काम होते हैं फ्रंटेंड और बैकऐंड।

फ्रंटेंड में सीधा क्लाइंट्स और कंपनी के साथ प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से बातचीत करनी होती है। और जो फ्रंटेंड टीम डाटा इस्तेमाल कर रही होती है वह बनाने का काम बैकएंड टीम का होता है। बैकऐंड टीम का मुख्य काम फ्रंटेंड टीम को डाटा, एनालिसिस और रिसर्च करके देना होता है। बस आप इतना समझ लीजिए जितने भी एनालिस्ट यानी प्राइवेट एनालिस्ट, रिसर्च एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट यह सब बैकऐंड के तौर पर काम करते हैं। भारत में ज्यादातर यह बैकऐंड जॉब ही ऑफर की जाती है।

प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन

इन्वेस्टमेंट बैंकर बनने के लिए इस फील्ड में काफी सर्टिफिकेशन कोर्स उपलब्ध है जैसे CA, CFA, CMA, FRM। लेकिन इनमें से सिर्फ आपको एक ही सर्टिफिकेशन की आवश्यकता है वह है CFA यानी Certified Finance Analyst वह भी सिर्फ लेवल 1 तक। अगर आप ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में है तो आपको CFA की तैयारी करनी चाहिए जिसमें 8 से 12 महीने का समय लगता है।

अगर आप टीयर-1 कॉलेज जैसे IIT, IIM से नहीं है और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के सेक्टर में अच्छी सैलरी के साथ जाना चाहते हैं तो आप CFA सर्टिफिकेट कोर्स को जरूर करें।

इसके साथ आप इंटर्नशिप के लिए अप्लाई करें और इंटर्नशिप ढूंढने के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म लिंकडइन है।आप लिंकडइन प्लेटफार्म के माध्यम से इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किए जा सकते हैं जिसके लिए आप रिफेरल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी के साथ एक वैकल्पिक सुझाव भी है की आपको कम से कम एक डेटाबेस जैसे एसक्यूएल सीखना चाहिए जिससे  डाटा एनालिसिस में सहायता प्राप्त होगी।

ऑनलाइन कोर्स

Udemy, कोर्सरा जैसे ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफार्म पर इन्वेस्टमेंट बैंकिंग से संबंधित ऑनलाइन कोर्सेज मिलते हैं जिससे आप इस फील्ड में गहराई में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं लेकिन एक अच्छी जॉब के लिए आपको सीएफए लेवल 1 जरूर पास करना चाहिए

ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम करें और फाइनेंशियल रिपोर्ट बनाना सीखे जिसके बाद अपनी CV में इसे जोड़ सकते हैं जो आपको इंटरव्यू शॉर्टलिस्ट करने में सहायक होगी।

स्किल्स

जैसा कि इसमें ज्यादातर डाटा एनालिसिस का काम होता है तो आपको एमएस-एक्सल,  प्रेजेंटेशन के लिए पावर पॉइंट आना चाहिए क्योंकि इन्वेस्टमेंट बैंक में बैकऐंड टीम में रहकर आपको ज्यादातर डाटा एनालिसिस का काम करना होता है या किसी कंपनी की रिपोर्ट्स बनानी होती है।

इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के क्षेत्र में टॉप कंपनी
  • Goldman Sachs- data resource team
  • JP Morgan and Bank of America – Backend
  • Bain capability network
Boutique कंपनी

इनमें वह कंपनियां आती हैं जो बहुत ही छोटे लेवल पर या फिर किसी खास सेक्टर में इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की सर्विस प्रदान करती हैं। जो बच्चे शुरुआती तौर पर जॉब लेना चाहते हैं तो उन्हें सबसे पहले इन कंपनियो में जॉब के लिए अप्लाई करना चाहिए।

  • Acuity knowledge partners
  • SG analytics
  • TreaVista
  • Genpact
  • Cians analytics
  • Verity knowledge solution
  • Evalueserve

इन्वेस्टमेंट बैंकर सैलेरी

भारत में बैकऐंड इन्वेस्टमेंट बैंकर के शुरुआती सैलरी 6 से 8 लाख प्रतिवर्ष हो सकती है जिसमें टैक्स और अन्य सर्विस काटने के बाद आपकी प्रतिमाह सैलेरी 40,000 तक हो सकती है। बाकी अन्य बोनस आपके कार्य और कंपनी के प्रॉफिट पर निर्भर करता है।

इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में करिअर

Corporate Finance

अगर आप इन्वेस्टमेंट बैंकर बनकर Corporate Finance में जाना चाहते हैं तो इसमें आपको अपने ग्राहक को मदद करनी होगी ताकि वह अपने पैसे से मुनाफा करके उसे बढ़ा सकें।

जैसे कि ग्राहक ने मार्केट में कोई नया प्रोडक्ट लॉन्च करना है तो वह कैसे मार्केट में शुरुआत करें इसके बारे में आप अपने ग्राहक को बताएंगे। इसी के साथ आप अपने ग्राहक को यह भी बताओगे कि शुरुआत में कितना पैसा खुद का इन्वेस्ट करें यानी Owns Funds और कितना मार्केट से उधार लेंगे ताकि आपका मुनाफा ज्यादा से ज्यादा हो सके। इसके लिए आपको अप्लाइड मैथमेटिक्स / Applied Mathematics की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।

Mergers And Acquisitions

किसी भी इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी के लिए Mergers And Acquisitions सबसे सबसे महत्वपूर्ण डिपार्टमेंट होता है और इसमें सैलरी भी अधिक मिलती है। अगर आपको इस डिपार्टमेंट में काम करना है तो आपके पास कम से कम 4 से 5 साल तक का फाइनेंशियल सर्विसेज एक्सपीरियंस ( Financial Services Experience ) होना चाहिए।

जैसे मान लीजिए कि कोई कंपनी है वह किसी दूसरी कंपनी को खरीदना चाहती है ताकि बाजार में उसका प्रतिस्‍पर्धा ( competition ) खत्म हो जाए। तो यहां पर इन्वेस्टमेंट बैंकर दोनों कंपनियों के बीच में मध्यस्था करके उन्हें रणनीतियां बताता है।

Capital Markets

अगर आपकी रूचि शेयर मार्केट में है और आप अच्छे से जान जाते हैं कि कब कोई शेयर की कीमत गिरती है या उठती है तो आप Capital Markets career  में जा सकते हैं। इसमें आपको कंपनी को बताना होता है कि कब वह सही समय है जब उसे शेयर खरीदने या बेचने चाहिए ताकि उसे मुनाफा हो सके। अगर कोई कंपनी अपने Share, securities या bonds बाजार में ला रही है तो उसकी क्या कीमत होनी चाहिए यह भी आप उस कंपनी को बताते हैं।

Sales and Training

ज्यादातर कंपनी खुद ट्रेडिंग नहीं करती वह कोई ऐसा व्यक्ति रख लेती है जो कि उनके आधार पर मार्केट में से शेयर खरीदे और बेचे तो अगर आपके पास शेयर मार्केट की जानकारी है तो आप Sales and Training career में जा सकते हैं।

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