जिन बच्चों ने अपनी ग्रेजुएशन के बाद एमबीए की है या आगे करना चाहते हैं तो ऐसे में उनके मन में यह सवाल आता है कि एमबीए के बाद क्या करें? MBA जो कि 2 साल का पोस्टग्रेजुएट प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है जो आपको मैनेजमेंट की फील्ड में मास्टर डिग्री प्रदान करता है।
तो आज हम इसी के बारे में जाने के लिए कि MBA Ke baad kya kare और एमबीए करने के बाद कौन सा कोर्स, जॉब्स करियर ऑप्शन, शॉर्ट टर्म कोर्स होते हैं। साथ ही बात करेंगे MBA ke baad sarkari naukri कौन सी है।
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बैंक मैनेजर
किसी भी बैंक ब्रांच का एडमिन बैंक मैनेजर होता है। जिसका काम बैंक को अच्छे से चलाना, बैंक के उद्देश्य को पूरा करना और ग्राहक की समस्याओं का हल देना होता है। अगर आप एमबीए बैंकिंग, फाइनेंस जैसी स्पेशलाइजेशन के साथ करते हैं तो आप आसानी से बैंक मैनेजर बन सकते हैं
योगिता | एमबीए इन बैंकिंग, फाइनेंस |
एवरेज सैलेरी | 8 लाख से 12 लाख सलाना |
डाटा साइंटिस्ट
डाटा साइंटिस्ट का काम किसी भी ऑर्गेनाइजेशन में डाटा को संभाला और मैनेज करना होता है। इसके लिए आपके पास अच्छी मैथमेटिकल स्टैटिकल स्किल्स होनी चाहिए साथ ही प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकरी भी होनी चाहिए। हर एक बिजनेस और कंपनी के लिए डाटा काफी महत्वपूर्ण होता है। तो ऐसे में डाटा साइंटिस्ट की मांग हर एक कंपनी में होती है। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन का भी यही कहना है कि आने वाली टेक्नोलॉजी के युग में डाटा काफी महत्वपूर्ण है।
योगिता | एमबीए इन फाइनेंस, मार्केटिंग, ह्यूमन रिसोर्सेज, + सर्टिफिकेट इन डाटा साइंस/ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज |
एवरेज सैलेरी | 10 लाख से 15 लाख सलाना |
फाइनेंशियल रिस्क मैनेजमेंट
हर कंपनी अपने प्रॉफिट को ज्यादा से ज्यादा और फाइनेंशियल रिस्क को कम से कम रखना चाहती है। तो ऐसे हर एक कंपनी को फाइनेंशियल रिक्स मैनेजर की जरूरत पड़ती है जो कि कंपनी के risk को कम से कम रखें और बैंक के कार्यों से होने वाले संभावित रिक्स को खोजें तथा इनको हल करें।
योगिता की बात करें तो आप मास्टर के बाद CFA कोर्स कर सकते हैं जोकि 2.5 से 3 साल का कोर्स होता है। इसके बाद आपको इंटरनेशनल लेवल सर्टिफिकेट मिलता है जो कि यूएसए की संस्था द्वारा दिया जाता है। जिससे माध्यम से आप दुनिया में किसी भी कंपनी में फाइनेंस मैनेजर के पद पर योग्य हो जाते हैं।
योगिता | एमबीए इन फाइनेंस + CFA |
एवरेज सैलेरी | 10 लाख से 20 लाख सलाना |
डिजिटल मार्केटर
इस डिजिटल युग में हर कंपनी अपना डिजिटल विस्तार चाहती है तो ऐसे में डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट की जरूरत पड़ती है। यह वह स्पेशलिस्ट होते हैं जोकि किसी कंपनी की मार्केट स्ट्रैटेजिस, एडवरटाइजिंग, सोशल मीडिया, SEO को संभालते हैं
एक प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटर बनने के लिए आपको एमबीए इन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करना होता है। जनरल एमबीए करने के बाद आप डिजिटल मार्केटिंग में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं जो आमतौर पर 6 महीने के होते हैं।
योगिता | एमबीए इन डिजिटल मार्केटिंग या जनरल एमबीए + सर्टिफिकेट इन डिजिटल मार्केटिंग |
एवरेज सैलेरी | 6 लाख से 10 लाख सलाना |
इन्वेस्टमेंट बैंकर
हर एक बिजनेस को अपने प्रॉफिट को सही ढंग से इन्वेस्ट करने के लिए इन्वेस्टमेंट बैंकर की जरूरत पड़ती है। इसमें आप किसी कंपनी के स्टॉक्स, प्रॉफिट को इन्वेस्ट करना, नए छेत्र में बिजनेस का विस्तार, के बारे में कंपनी को सलाह देता है।
योगिता | एमबीए + CPA |
एवरेज सैलेरी | 10 लाख से 15 लाख सलाना |
मार्केटिंग मैनेजर
कंपनी की मार्केटिंग, डिजिटल विस्तार, एसीओ, एडवरटाइजिंग, सोशल मीडिया विस्तार इत्यादि का काम मार्केटिंग मैनेजर द्वारा देखा जाता है। मार्केटिंग किसी भी कंपनी का मुख्य डिपार्टमेंट होता है जिसके जरिए वह ज्यादा से ज्यादा ग्राहक तक पहुंचती है। इसके लिए आप एमबीए सेल्स एंड मार्केटिंग से पूरा कर सकते हैं और साथ ही मार्केटिंग में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स हासिल कर सकते हैं।
योगिता | एमबीए इन सेल्स एंड मार्केटिंग |
एवरेज सैलेरी | 8 लाख से 15 लाख सलाना |
ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर
ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर का काम होता है: कंपनी के लिए नए लोगों की भर्ती करना और उन्हें कंपनी मुताबिक ट्रेनिंग देना। कंपनी में नई भर्ती के लिए इंटरव्यू एचआर ऑफिसर द्वारा ही लिया जाता है। कंपनी के उच्च पदों पर काम कर रहे अधिकारियों को कंपनी के आने वाली नई बिजनेस स्ट्रेटजी और नियमों के बारे में बताना भी HR ऑफिसर का काम होता है।
योगिता | एमबीए इन हुमन रिसोर्स/HR मैनेजमेंट |
एवरेज सैलेरी | 8 लाख से 12 लाख सलाना |
एमबीए के बाद बैंक में जॉब/MBA bank jobs
बैंकिंग सेक्टर भारत का तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर है जिसमें सरकारी और प्राइवेट बैंक शामिल है। बैंक में जॉब का यह फायदा है कि इसमें आपको अतिरिक्त फैसिलिटी से मिलती है जो किसी और जॉब में नहीं मिलती जैसे सरकारी बैंक पेंशन, इंश्योरेंस कवरेज, मेडिकल चेकअप, इत्यादि। इन पदों पर बैंक में काम कर सकते हैं:
- अकाउंट मैनेजर
- इन्वेस्टमेंट बैंकर
- क्रेडिट / लोन मैनेजर
- एडमिनिस्ट्रेटर ऑफिसर
- एचआर मैनेजर
- सेल्स मैनेजर
- बिजनेस एनालिस्ट
- मार्केटिंग मैनेजर
एमबीए के बाद खुद का बिजनेस /जॉब्स
अपना बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास एनालिटिकल स्किल्स, मैनेजिंग स्किल्स और अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स होनी चाहिए तभी आप अपने अंतर्गत काम कर रहे चलो एंप्लॉय को अच्छे से मैनेज कर पाएंगे।
स्टार्टअप | अगर आपके पास ऐसा idea है जिससे आप दूसरे बिजनेसेस और लोगों की मदद कर सकते हैं तो आप खुद का स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं |
एंटरप्रेन्योर | MBA में आप बिजनेस वर्ल्ड में जानकारी लेते हैं; जिससे आप एक बिजनेस में के रूप में अपना करियर शुरू कर सकते हैं। |
कंसलटिंग | MBA ke baad खुद का कंसलटेंसी बिजनेस शुरू कर सकते हैं जिसमें आप जिस भी फील्ड में एक्सपर्ट है उस फिल्म से जुड़े हुए सवालों का हल दूसरे लोगों को दे सकते हैं। |
फ्रीलांसर | आप आप घर से बैठकर अपने ग्राहकों को सर्विस देते हैं इसमें आप जैसे freelancer अपवर्क upwork जैसे कुछ फ्रीलैंसिंग वेबसाइट है; जहां पर आप प्रोजेक्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आप किसी भी फील्ड में स्पेशलिस्ट होने चाहिए। जिसके लिए आपको एमबीए स्पेशलाइजेशन के साथ करना होगा जैसे फाइनेंस, इंश्योरेंस, मार्केटिंग इत्यादि। इसके लिए आपको सोशल मीडिया इंगेजमेंट भी बढ़ाना होगा जिससे आपकी पहचान बड़े। |
वेंचर कैपिटल लिस्ट | अगर आप की वित्तीय स्थिति अच्छी है तो आप दूसरे के स्टार्टअप में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसमें आपकी फ्यूचर थिंकिंग होनी चाहिए तभी आप सोचकर किसी अच्छे और वैल्युएबल स्टार्टअप में इन्वेस्ट कर पाएंगे। |
एमबीए के बाद सेल्स एंड मार्केटिंग सेक्टर जॉब
जैसा कि हर कंपनी अपने आप को डिजिटल रूप से स्थापित करना चाहती है तो ऐसे में उन्हें सेल्स और मार्केटिंग डिपार्टमेंट में स्पेशलिस्ट कैंडिडेट चाहिए होते हैं। अगर आपने एमबीए सेल्स और मार्केटिंग जैसे स्पेशलाइजेशन के साथ किया है तो आप इन पदों पर काम कर सकते हैं:
- ब्रांड मैनेजर
- मार्केटिंग मैनेजर
- प्रोडक्ट मैनेजर
- ऑपरेशन मैनेजर
- आईटी मैनेजर
- MIS मैनेजर
- रिसर्च& डेवलपमेंट मैनेजर
- कस्टम सपोर्ट मैनेजर
- इंटरनेशनल बिजनेस मैनेजर
एमबीए के बाद फाइनेंशियल सेक्टर जॉब
फर्नीचर सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों का मुख्य काम फाइनेंशियल सर्विसेज को मैनेज और फाइनेंसियल कैपिटल ट्रांसफर करना होता है। फाइनेंशियल सर्विसेज कई भागों में बंटी हुई है जैसे:
म्युचुअल फंड्स | इंश्योरेंस |
वेल्थ मैनेजमेंट | स्टॉक मार्केट |
टैक्स ऑडिट | ट्रेजरी और debt |
तो अगर आपने एमबीए इन फाइनेंस स्पेशलाइजेशन के साथ किया है तो आप इन पदों पर फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में काम कर सकते हैं:
- इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट
- पोर्टफोलियो मैनेजर
- इन्वेस्टमेंट बैंकर
- स्टॉक ब्रोकर
- क्रेडिट मैनेजर
- फाइनेंस ऑफिसर
- बिजनेस कंसलटेंट
एमबीए के बाद एजुकेशन सेक्टर
एजुकेशन सेक्टर काफी तेजी से बढ़ने वाला सेक्टर है; जिसमें जॉब की अपार संभावनाएं हैं। एमबीए करने के बाद आप इन पदों पर काम कर सकते हैं।
टीचर और लेक्चरर
MBA+B.ed करने के बाद स्कूल में टीचर के पद के लिए योग्य हो जाते हैं; जिसमें आप कक्षा बारहवीं तक के छात्रों को मैनेजमेंट से जुड़े विषयों को पढ़ा सकते हैं। जैसे एकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स, बिजनेस इत्यादि
एंट्रेंस एग्जाम इंस्टिट्यूट
जैसा कि एमबीए एंट्रेंस एग्जाम के लिए लाखों बच्चे तैयारी करते हैं तो ऐसे में आप कोचिंग इंस्टीट्यूट जॉइन कर सकते हैं; जो एमबीए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करवाते हो। इसी के साथ आप खुद का भी कोचिंग इंस्टिट्यूट खोल सकते हैं।
ऑनलाइन क्लास
अगर आपको लगता है कि आप किसी खास सब्जेक्ट में पढ़ाने में अच्छे हैं; तो आप युटुब जैसे प्लेटफार्म पर ऑनलाइन क्लास भी ले सकते हैं । जैसे-जैसे आपके पास ज्यादा बच्चे जुड़ेंगे तो आप खुद का कोर्स भी लांच कर सकते हैं।
एमबीए के बाद गवर्नमेंट जॉब/ MBA ke baad sarkari naukri
गवर्नमेंट जॉब का सपना हर एक विद्यार्थी का होता है। क्योंकि इसमें जॉब सिक्योरिटी के साथ-साथ कई अन्य तरह की फैसिलिटी दी जाती है; जो किसी प्राइवेट जॉब में नहीं होती है। लेकिन गवर्नमेंट जॉब पाना इतना आसान नहीं है क्योंकि हर साल लाखों बच्चे सीमित सीटों के लिए आवेदन करते हैं एसे में आपको गवर्नमेंट जॉब एंट्रेंस एग्जाम की अच्छे से तैयारी करनी होगी यह कुछ टॉप एमबीए गवर्नमेंट जॉब है।
- सिविल सर्विस एग्जाम – यूपीएससी
- बैंक पीओ/क्लर्क
- स्पेशलिस्ट ऑफिसर
- एसएससी सीजीएल
- रेलवे
एमबीए के बाद कौनसा कोर्स करें?
एमबीए में उच्च शिक्षा के लिए अच्छा करियर विकल्प पीएचडी होता है जो कि आपको मैनेजमेंट की फील्ड में विशेषज्ञता हासिल करवाता है। इसी के अलावा आप शॉर्ट टर्म कोर्सेज जैसे CFA, FRM के लिए भी जा सकते हैं। आईये देखते हैं MBA ke baad konsa course kare
MBA ke baad Phd
पीएचडी इन एमबीए 3 से 5 साल का डॉक्टरेट लेवल कोर्स होता है। इस कोर्स के माध्यम से आप मैनेजमेंट और फाइनेंस की फील्ड गहराई में जानकारी ले सकेंगे। पीएचडी के बाद मिलने वाले करियर ऑप्शंस और सैलरी पैकेज भी ज्यादा होता है। पीएचडी आप इन स्पेशलाइजेशन के साथ कर सकते हैं।
- पीएचडी इन फाइनेंस
- पीएचडी इन मार्केटिंग
- पीएचडी इन ऑपरेशन मैनेजमेंट
- पीएचडी इन हुमन रिसोर्स
- पीएचडी इन बिजनेस इकोनॉमिक्स
- पीएचडी इन अकाउंटिंग
- पीएचडी इन ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
- पीएचडी इन इंटरनेशनल रिलेशंस
एमबीए पीएचडी करने के बाद आप बड़ी-बड़ी कंपनियों में आसानी से जॉब पा सकेंगे क्योंकि हर एक कंपनी को अपनी फील्ड में स्पेशलिस्ट लोगों की जरूरत होती है।
MBA ke baad Phd kaise kare
सबसे पहले आपको किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एमबीए 55% अंक के साथ पास करना होगा। इसके बाद आपको यूजीसी नेट एग्जाम पास करना होगा जिसके माध्यम से आप सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पीएचडी में एडमिशन ले सकते हैं। इसी के साथ कुछ टॉप प्राइवेट यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। यह कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है:
MBA Phd कॉलेज
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी पिलानी
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बैंगलोर
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली
- एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल नोएडा
- AIMA सेंटर फॉर मैनेजमेंट एजुकेशन दिल्ली
UGC- NET
यूजीसी नेट एग्जाम पास करने के बाद आप विभिन्न कॉलेजेस में पीएचडी में एडमिशन ले सकते हैं। नेट यानी नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट/ National eligibility test। एक सर्टिफिकेट यानी प्रमाणपत्र होता है जिसको पाने के बाद कोई भी छात्र किसी भी सरकारी या प्राइवेट यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए भी योग्य हो जाता है। नेट एग्जाम NTA और CSIR द्वारा आयोजित किया जाता है।
UGC- NET JRF
जीआरएफ यानी जूनियर रिसर्च फैलोशिप /Junior research fellowship यह एक तरह की फेलोशिप यानी स्कॉलरशिप होती है जोकि केंद्र सरकार द्वारा किसी केंद्रीय यूनिवर्सिटी में PhD करने वाले क्षात्र को दी जाती है। यह जीआरएफ भी एक तरह का सर्टिफिकेट यानी प्रमाणपत्र ही होता है। नेट जेआरएफ का एग्जाम एक ही होता है इनमें कोई भी अंतर नहीं होता है।
इन दोनों का पेपर एक ही होता है लेकिन रिजल्ट आने पर ज्यादा कटऑफ वालों को नेट क्वालिफाइड कहां जाता है और थोड़ी कम कटऑफ वालों को JRF क्वालिफाइड कहा जाता है।
एमबीए के बाद शॉर्ट टर्म कोर्सेज
- डिप्लोमा इन इवेंट मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन इकोनॉमिक्स
- डिप्लोमा इन कॉर्पोरेट स्ट्रेटजिस्ट
- डिप्लोमा इन मीडिया मैनेजर
- डिप्लोमा इन डिप्लोमा इन कंसलटेंट
- डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटर
MBA ke baad Salary
एमबीए के बाद मिलने वाली सैलरी आपकी जॉब प्रोफाइल, जॉब लोकेशन,स्किल्स और कंपनी पर निर्भर करती है। अगर आप शुरुआती तौर पर ही किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़े हैं तो आपकी शुरुआती सैलरी 10 लाख से लेकर 20 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है। नीचे यह कुछ पोस्ट है और उनकी एवरेज सैलेरी है।
पोस्ट | एवरेज सैलेरी (सलाना) |
ऑपरेशन मैनेजर | 7.49 लाख |
सीनियर बिजनेस एनालिस्ट | 9.44 लाख |
ह्यूमन रिसोर्सेज जनरलिस्ट | 3.85 लाख |
मार्केटिंग मैनेजर | 7.82 लाख |
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर | 6.92 लाख |
बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव | 4.92 लाख |
प्रोजेक्ट मैनेजर | 7.92 लाख |
रिलेशनशिप मैनेजर | 4.26 लाख |
सेल्स मैनेजर | 7.28 लाख |