अगर आप मास्टर कोर्स पूरा कर चुके हैं और आगे किसी कॉलेज / यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद के पर जॉब करना चाहते हैं। तो ज्यादातर कॉलेज नेट पास कैंडिडेट को महत्ता देते हैं। तो आज हम जानेंगे कि NET JRF kya hota hai और इसके लिए क्या योग्यता होती है?
NET kya hai ?
नेट यानी नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट/ National eligibility test। एक सर्टिफिकेट यानी प्रमाणपत्र होता है जिसको पाने के बाद कोई भी छात्र किसी भी सरकारी या प्राइवेट यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए योग्य हो जाता है। नेट एग्जाम NTA और CSIR द्वारा आयोजित किया जाता है।
जो बच्चे आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम से होते हैं उनका एग्जाम NTA द्वारा आयोजित किया जाता है और जो बच्चे साइंस स्ट्रीम से होते हैं उनका एग्जाम CSIR द्वारा आयोजित किया जाता है। तो जो बच्चे आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम से होते हैं उनके लिए इस एग्जाम का नाम नेट एग्जाम होता है और वही जो साइंस फील्ड से होते हैं उनके लिए इस एग्जाम नाम CSIR होता है। लेकिन इन दोनों का मतलब एक ही होता है ।
JRF Kya Hai ?
जीआरएफ यानी जूनियर रिसर्च फैलोशिप /Junior research fellowship यह एक तरह की फेलोशिप यानी स्कॉलरशिप होती है जोकि केंद्र सरकार द्वारा किसी केंद्रीय यूनिवर्सिटी में PhD करने वाले क्षात्र को दी जाती है। यह जीआरएफ भी एक तरह का सर्टिफिकेट यानी प्रमाणपत्र ही होता है। नेट जेआरएफ का एग्जाम एक ही होता है इनमें कोई भी अंतर नहीं होता है।
लेकिन ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को नेट क्वालिफाइड/ NET qualified किया जाता है वही थोड़े कम अंक प्राप्त करने वालों को जीआरएफ क्वालिफाइड किया जाता है। इन दोनों का पेपर एक ही होता है लेकिन रिजल्ट आने पर ज्यादा कटऑफ वालों को नेट क्वालिफाइड कहां जाता है और थोड़ी कम कटऑफ वालों को JRF क्वालिफाइड कहा जाता है। आपको बता देगी नेट और JRF के छात्रों के अंकों में सिर्फ 10% का ही अंतर होता है।
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जेआरएफ के लिए योग्यता
JRF सर्टिफिकेट मिलने के बाद अगर आप 3 साल के अंदर किसी भी केंद्रीय यूनिवर्सिटी में पीएचडी में एडमिशन लेना चाहते हैं तब आपको 5 साल तक केंद्र सरकार द्वारा फेलोशिप यानी स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। लेकिन स्कालरशिप लेने के लिए आपको JRF सर्टिफिकेट मिलने के 3 साल के अंदर किसी भी केंद्रीय यूनिवर्सिटी में पीएचडी में एडमिशन होगा । यह फेलोशिप सिर्फ केंद्रीय यूनिवर्सिटी में है अगर आप प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं तब आपको कोई भी फेलोशिप नहीं दी जाएगी।
यह फेलोशिप आपको प्रतिमाह मिलती है पहले 3 साल तक आपको जूनियर रिसर्च फैलोशिप मिलती है और 2 साल तक आपको सीनियर रिसर्च फैलोशिप मिलती है। अगर कुल फेलोशिप की बात करें तो लगभग 5 साल में छात्र को 25 लाख रुपए मिलते हैं
नेट पास करने के फायदे
नेट सर्टिफिकेट मिलने के बाद छात्र किसी भी केंद्रीय यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए योग्य हो जाता है साथ ही उसे केंद्रीय यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने के लिए कोई भी प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पड़ती और वह सीधा इंटरव्यू के आधार पर चयनित हो जाते हैं। इसी के साथ वह क्षात्र रिसर्च में भी जा सकता है और पीएसयू यानी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में भी नौकरी कर सकता है।
नेट योगिता
नेट एग्जाम के लिए योग्यता आपकी पोस्ट ग्रेजुएशन पास होनी । आप यह MA, MCom, MSc से कर सकते हैं। जनरल कैंडिडेट के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन में 55% अंक होने चाहिए वही SC/ ST/ OBC के लिए 50% अंक होने चाहिए।
उम्र सीमा की बात करें तो नेट एग्जाम के लिए कोई भी निर्धारित उम्र सीमा नहीं है लेकिन जब आप JRF एग्जाम देते हैं तो :
SC /ST /OBC के लिए | 35 साल |
जनरल कैटेगरी के पुरुष कैंडिडेट के लिए | 30 साल |
महिला ( किसी भी वर्ग से) | 30 साल |
पूर्व सैनिक | 5 साल की अतिरिक्त छूट |
LLM डिग्री वालों को | 3 साल अतिरिक्त छूट |
नेट एप्लीकेशन फीस
अगर एप्लीकेशन फीस की बात करें तो जनरल कैटेगरी के लिए ₹1000 है, ओबीसी के लिए ₹500, SC /ST /PWD के लिए ₹250 है।
नेट का पेपर कैसा होता है ?
नेट एग्जाम साल में दो बार होता है पहला जून दूसरा दिसंबर में होता है। यह कंप्यूटर बेस्ड ऑनलाइन एग्जाम होता है; इसमें मल्टीपल चॉइस प्रश्न पूछे जाते हैं जोकि इंग्लिश और हिंदी भाषा में होता है।
यह एग्जाम दो पेपर में होता है पहले पेपर में 50 प्रश्न पूछे जाते हैं जोकि 100 अंक के होते हैं दूसरे पेपर में जो 100 प्रश्न पूछे जाते हैं जोकि 200 अंक के होते हैं। इसको करने के लिए आपको 3 घंटे का समय दिया जाता है और इसमें किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नहीं की जाती है।
नेट पास करने के लिए कितने नंबर चाहिए
नेट एग्जाम क्वालीफाई करने के लिए जनरल कैटेगरी को पेपर 1 और पेपर 2 में न्यूनतम 40% अंक लाने होते हैं वही SC/ ST/ OBC को पेपर 1 और पेपर 2 में 35% अंक लाने होते हैं।
नेट एग्जाम सिलेबस
paper 1
पेपर 1 में कुल 10 विषय होते हैं और प्रत्येक विषय से 5 प्रश्न पूछे जाते हैं यह वह 10 विषय है :
Teaching aptitude | research aptitude |
comprehension | communication |
mathematical reasoning and aptitude | logical reasoning |
data interpretation | ICT |
people, development and environment | higher education system |
paper 2
पेपर 2 में उन विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें आपने पोस्ट ग्रेजुएशन कर रखा हो। तो जो भी आप का सब्जेक्ट हो चाहे वह साइंस, आर्ट्स या कॉमर्स हो उससे संबंधित विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं।