BSc Cardiology kya hai ? 12वीं के बाद कार्डियोलॉजिस्ट कैसे बनें?

अगर आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद मेडिकल की फील्ड में कैरियर बनाना चाहते हैं तो आज अब बात करेंगे BSc CT यानी बीएससी कार्डियक टेक्नोलॉजी कोर्स क्या है और कैसे करें ?

BSc CT Kya hai

बीएससी सिटी 3 साल का फुल टाइम अंडरग्रैजुएट कोर्स है जोकि 6 सेमेस्टर में होता है। बीएससी सिटी प्रैक्टिकल कोर्स है जिसमें प्रैक्टिकल जानकारी पर ध्यान ज्यादा दिया जाता है।

योग्यता

अगर आपने बारहवीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास कर ली है तब आप बीएससी सिटी कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस कोर्स में अप्लाई करने के लिए आपके पास 12वीं कक्षा में पीसीबी यानी फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलॉजी विषय होना जरूरी है। इसी के साथ पीसीएम यानी मैथमेटिक के साथ भी आप इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

बीएससी सिटी के लिए कोई भी नेशनल लेवल एंट्रेंस एग्जाम नहीं है बल्कि हर एक कॉलेज/ यूनिवर्सिटी खुद का एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करवाती है।

कार्डियोलॉजी की फीस कितनी है?

बीएससी सिटी की फीस हर यूनिवर्सिटी/ कॉलेज पर निर्भर करती है और साथ ही इस पर भी निर्भर करेगी कि वह कॉलेज सरकारी है या प्राइवेट। आमतौर सरकारी कॉलेज में फीस कम होती है वही बीएससी की कुल फीस 40 हजार से लेकर 1.5 लाख प्रतिवर्ष हो सकती है। बीएससी सिटी प्रैक्टिकल कोर्स है जिसमें प्रैक्टिकल जानकारी पर ध्यान ज्यादा दिया जाता है इसी कारण इस कोर्स की फीस आम बीएससी कोर्स से ज्यादा होती है।

Bsc cardiology subjects

इसमे आपको प्रैक्टिकल विषयों को पढ़ना होता है इसी के साथ cardiovascular and thoracic instruments, electrocardiogram मशीन को सीखना होता है।

1st year2nd year3rd year
human anatomymedicine revelant cardiac carecardiac care Technology clinical
psychologyapplied pathologycardiac care Technology applied
biochemistryapplied Pharmacologycardiac care Technology advance
Pathologyintroduction to cardiac Technology

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स्कोप

बीएससी सिटी कैंडिडेट का स्कोप सबसे ज्यादा हॉस्पिटल्स में होता है खासतौर पर उन हॉस्पिटल में जहां कार्डियो डिवीजन होता है। बीएससी सीटी कोर्स करने के बाद जब आप हॉस्पिटल में कार्डियो डिपार्टमेंट में ज्वाइन करते हैं तब आप शुरुआती तौर पर इन पोस्ट पर नौकरी कर सकते हैं :

• कार्डियोलॉजी टेक्निशियंस
• कार्डियोलॉजी टेक्नोलॉजिस्ट
• मेडिकल सोनोग्राफर

इन पदों पर रहकर आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि जब कार्डियक डॉक्टर्स की टीम सर्जरी के लिए जाएगी तब तब वहां रखी मशीनों को सही से शुरू करना और उनकी देखभाल करना होता है।

कार्डियोलॉजी की सैलरी कितनी है?

सैलरी आपकी इस बात पर निर्भर करती है कि आपकी जॉब सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में लगी है। आमतौर पर शुरुआती तौर पर bsc-it कैंडिडेट 3 लाख से लेकर 8 लाख प्रतिवर्ष कमा सकता है। अनुभव के साथ आपकी सैलरी 15 लाख प्रतिवर्ष तक भी हो सकती है।

कार्डियोलॉजी कॉलेज

भारत में बहुत सारी कॉलेज है जो आपको बीएससी आईटी कोर्स उपलब्ध करवाते हैं इसी के साथ कुछ प्राइवेट यूनिवर्सिटीज भी है जो आपको यह कोर्स उपलब्ध करवाती हैं। जब भी आप इस कोर्स के लिए कॉलेज चुने तो यह ध्यान रखें कि उसका प्लेसमेंट कितना अच्छा है।बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल जैसे मैक्स, अपोलो कुछ बड़े कॉलेजों के साथ जुड़े होते हैं तो अगर आप इन कॉलेज को चुनते हैं तो आपकी प्लेसमेंट काफी अच्छी हो होगी।

Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education & ResearchGeetanjali Medical College
Christian Medical CollegeAll India Institute of Medical Sciences
Sri Venkateswara Institute of Medical SciencesPostgraduate Institute of Medical Education and Research

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