Computer science क्या है?

Computer की बेसिक चीजें और इसके उपयोग के अध्ययन या पढ़ाई को Computer science कहा जाता है। Computer science courses के अंतर्गत Computer और Computer से जुड़े उपकरणों के बारे में अध्ययन करवाया जाता है। इस में software और software बनाने के काम के ऊपर खासतौर पर ध्यान दिया जाता है। Computer science में Electrical Computer engineer के बिल्कुल विपरीत काम करने के तरीके होते हैं। इसमें केवल Computer के software सिस्टम से जुड़े कार्य किए जाते हैं। 

Computer दो चीजों से जोड़ करके बनाया गया है एक hardware और दूसरा है software। इन दोनों के मिलाने पर ही यह काम करता है। Computer engineer में सभी तरह के hardware के हिस्सों के बारे में पढ़ाया जाता है और Computer science के अंतर्गत: 

▪︎ System software 

कंप्यूटर में सिस्टम सॉफ्टवेयर का काम होता है कंप्यूटर के हार्डवेयर को कंट्रोल करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम भी कंप्यूटर सिस्टम सॉफ्टवेयर का ही उदाहरण हैं। ये मुख्य रूप से आपके कंप्यूटर को मैनेज करता है और उसे सही ढंग से चला कर रखाता है। 

▪︎ Multiplemedia applications 

जब कोई application कई सारी चीजें जैसे ग्राफिक्स,ऑडियो, टेक्स्ट, एनीमेशन का एक साथ इस्तेमाल करती है तब हम उसे मल्टीमीडिया एप्लीकेशंस कहते हैं। इसका इस्तेमाल कई जगह किया जाता है क्योंकि यह बहुत ज्यादा यूजर फ्रेंडली होती हैं। 

▪︎ Digital electronics 

जहां सबकुछ Digital रूप से हो यानी इनपुट और आउटपुट डिजिटली तरीके से हो उसे डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स कहा जाता है।  Digital electronics लॉजिक गेट पर काम करती है

▪︎ Database systems 

Database systems इसलिए काम में लाया जाता है ताकि कोई भी यूजर आराम से अपने डाटा को डिलीट, मैनेज और बना सके। डेटाबेस वे होता है जहां सभी यूजर्स का डाटा जमा रहता है और उसे मैनेज करना Database systems management के अंतर्गत आता है

Computer science में software के अलावा यह भी पढाया जाता है :  

▪︎ Algorithms

Algorithms एक ऐसी प्रक्रिया है जो किसी भी प्रॉब्लम का हल देती है। यह क्रमश/ step by step काम करती है। Algorithms में छात्र को सिखाया जाता है कि वह प्रॉब्लम सॉल्विंग और हैलपींग एल्गोरिज्म कैसे बना सकते हैं और उसे कंप्यूटर में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।

▪︎ Programming language

कंप्यूटर को प्रोग्राम करने के लिए कुछ आदेश देने पड़ते हैं और यह एक अलग भाषा में दिए जाते हैं। इस भाषा को ही प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहा जाता है।  जिससे कि कंप्यूटर समझता है कि उसे किस चीज का जवाब मांगा जा रहा है क्योंकि कंप्यूटर आम भाषण नहीं समझता इसके लिए उसके लिए एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनाई गई है। ये कुछ प्रमुख प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस है।

PythonJava
C++Ruby

Computer science का अध्ययन करने से प्रमुख क्षेत्र है:

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसनेटवर्क
डाटाबेससॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
मशीन लर्निंग विज़न एंड ग्राफ़िक्स
सॉफ्टवेयर डेवलपरडाटा साइंस

तो यह सभी अलग अलग क्षेत्र है। जिसमें छात्र अपनी रुचि के हिसाब से subject को चुनकर पढ़ाई कर सकते हैं।

Computer science की डिग्री हासिल करने के बाद एक छात्र code बना सकते हैं, program लिख सकते हैं, problem solving algorithm बना सकते हैं। Computer  scientists हमेशा कुछ नया खोजने का प्रयास करते रहते हैं। वे Computer के द्वारा नई चीजें करवाने या कार्यों को अधिक कुशलता से पूरा करने के लिए software बनाते हैं और software program विकसित करते हैं।

Computer science सीखने के लिए कौन-कौन से कोर्स करने होते हैं

आज हर काम Computer  पर ही किया जा रहा है; लिहाजा इसे संचालित करने और संभालने के लिए लोगों की डिमांड भी काफी बढ़ रही है। इसीलिए इसमें बेहतर करियर के ऑप्शन मौजूद है, जिनमें करियर बनाया जा सकता है। Computer science के कोर्स आप online या किसी institute में दाखिला लेकर पूरा कर सकते हैं। यहां पर हमने कुछ कोर्स के बारे में बताया है जिन्हें आप Computer science में पढाई करने के लिए चुन सकते हैं :

▪︎  Degree course in computer science 

Computer science की डिग्री कोर्स में आप अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टरेट की डिग्री की पढ़ाई कर सकते हैं। इन कोर्सों को पूरा करने की समय सीमा 3 साल से लेकर के 5 साल तक की होती है। अगर आप यूजी (UG) डिग्री के बाद पीजी (PG) की डिग्री भी पूरी करना चाहते हैं, तो आपको 5 साल का समय लगेगा। इसके अलावा अगर आप यूजी और पीजी करने के बाद डॉक्टरेट की डिग्री भी हासिल करना चाहते हैं, तो आपको पढ़ाई पूरी करने में 8 से 10 साल का समय लग सकता है।

इन कोर्स में दाखिला लेने की योग्यता की अगर बात की जाए तो यूजी में दाखिला लेने के लिए आपकी बारवी कक्षा पास होनी चाहिए। इसमें आपको साइंस सब्जेक्ट लेकर के पढ़ाई पूरी करनी होगी तभी आप यूजी में Computer science की पढ़ाई कर सकते हैं। Computer science में ग्रेजुएट होने के लिए दो कोर्स होते हैं,एक होता है बीएससी ( BSC ) जिसका मतलब है Bachelor in Computer science और दूसरा होता है बीसीए ( BCA ) जिसका मतलब है Bachelor in Computer  Application।

आपको दोनों में से किसी एक कोर्स को चुन करके ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करनी होती है। पीजी की डिग्री के लिए आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। पीजी में एमएससी ( MSC ) औक ( MCA) की पढ़ाई करवाई जाती है। जिसकी समय सीमा 2 साल की होती है। डॉक्टरेट डिग्री के लिए आपके पास पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। इसमें पीएचडी की पढ़ाई करवाई जाती है जिसकी समय सीमा 3 से 5 साल की होती है। भारत में कई सारी यूनिवर्सिटी है जहां पर आप इनके के लिए दाखिला ले सकते हैं।

▪︎  Diploma course in Computer science 

जिन बच्चों को Computer science की फील्ड में कम पड़ाई करनी है, लेकिन उन्हे यूजी और पीजी की पढ़ाई नहीं करनी है। तो वह डिप्लोमा कोर्स करके अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स में कंप्यूटर साइंसऔर आईटी (IT) के फंडामेंटल पढ़ाए जाते हैं। इस कोर्स को किसी इंस्टिट्यूट या कॉलेज में दाखिला ले करके किया जा सकता है। डिप्लोमा का कोर्स करने के लिए आपके पास कम से कम मैट्रिकुलेशन ( Metriculation ) का सर्टिफिकेट होना चाहिए और उसको उसकी समय सीमा 1 साल से लेकर 3 साल तक की होती है। डिप्लोमा की डिग्री के बाद अब बहुत सारे जॉब प्रोफाइल पर काम कर सकते हैं। जैसे :

  • सिस्टम एनालिटिक्स
  • ऑपरेशन एक्जीक्यूटिव
  • प्रोग्रामर
  • टेक्निकल राइटर
  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर

Computer science के डिग्री कोर्स बहुत सारे सब्जेक्ट को पढ़ाया जाता है। जैसे: 

वेब टेक्नोलॉजीडाटा स्ट्रक्चर
प्रोग्रामिंग लैंग्वेजडाटाबेस सिस्टम
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसमशीन लर्निंग
ग्राफिक्स ,ऑडियो डिजाइनमाइक्रोप्रोसेसर
ऑपरेटिंग सिस्टम्सएल्गोरिदम्स
कंप्यूटर साइंस मैथ्सकंप्यूटर नेटवर्क्स 

इन कंप्यूटर इंजीनियरिंग सब्जेक्ट को पढ़ने के बाद आप Computer की फील्ड में किसी भी तरह का सॉफ्टवेयर डेवलपमेंटकरने के काबिल हो जाएंगे ।

Computer science में किस तरह के करियर के option मिलते

तो Computer science की फील्ड में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट का भविष्य बहुत शानदार होता हैं। आजकल हम जिस दुनिया में रह रहे हैं उसे टेक्नोलॉजी की दुनिया कहते हैं। यहां पर हर कोई टेक्नोलोजी से जुड़ा हुआ है और हर कोई इस पर निर्भर है। तो पूरी दुनिया में software कंपनीज और IT Hub की बढ़ती हुई संख्या से इस बात का साफ पता चलता है कि तकनीकी क्षेत्र में बहुत तेजी से विकास हो रहा है।  इस विकास की वजह से बेहतरीन Computer वैज्ञानिकों की मांग लगातार बढ़ रही है Computer science मैं रोजगार के बहुत से क्षेत्र है। जैसे:

सॉफ्टवेयर कंपनीज आईटी कंपनीस
बैंकिंग सेक्टरफाइनेंशियल मार्केट्स
गवर्नमेंट एजेंसीस्कूल और कॉलेज 

कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बनने के बाद आप प्रमुख इन पदों पर काम कर सकते हैं।  

सॉफ्टवेयर डेवलपरकंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट
डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटरवेब डेवलपर
इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एनालिस्टमोबाइल ऐप्लिकेशंस डेवलपर
टेलीकम्यूनिकेशन मैनेजरसॉफ्टवेयर सिस्टम इंजीनियर
कंप्यूटर नेटवर्ककंप्यूटर इन्फर्मेशन्स रिसर्च साइंटिस्ट

तो इन्हीं सारे ऑप्शन्स के साथ Computer का उपयोग लगभग सभी क्षेत्रों में होने लगा है  जैसेएजुकेशन, हॉस्पिटल, साइंस एंड रिसर्च, एंटरटेनमेंट, गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन, वेदर डिपार्टमेंट, बैंकिंग सेक्टर, इत्यादि। तो जाहिर सी बात है कि कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की मांग समय के साथ-साथ बढ़ती ही जाएगी।  इसीलिए अगर आप इस में अपना करियर बनाने के बारे में सोच रहे हैं। तो बेफिक्र होकर आप कंप्यूटर साइंस का कोर्स कर सकते हैं।

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