डिजाइनिंग जोकि एक बहुत ही बेहतरीन करियर ऑप्शन है। यह ऐसा करियर ऑप्शन जो कभी खत्म नहीं होगा। हर दिन नए प्रोडक्ट आएंगे नई, चीजें बनेगी और उनकी मार्केटिंग के लिए हमें ग्राफिक डिजाइनर की जरूरत पड़ेगी रहेगी। अगर ऐसे में आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छा करियर स्कोप रह सकता है।
इस डिजिटल दुनिया में ग्राफिक डिजाइनर काफी लोकप्रिय कोर्स बन चुका है क्योंकि हर तरह की मार्केटिंग में ग्राफिक डिजाइनिंग का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए हर कंपनी में मार्केटिंग डिपार्टमेंट में ग्राफिक डिजाइनर के पद के लिए जॉब रहती है।
ग्राफिक डिजाइनर की फील्ड में आप दसवीं और बारहवीं कक्षा के बाद आ सकते हैं। इसी के साथ आप ग्रेजुएशन के बाद भी ग्राफिक डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। आज हम जाने के 12th ke baad ग्राफिक डिजाइनर कैसे बने इसी के साथ जानेंगे ग्राफिक डिजाइनर कोर्स फीस, सैलेरी। और आपको ग्राफिक डिजाइनर की फील्ड में कौन सा कोर्स करना चाहिए।
ग्राफिक डिजाइनिंग क्या होता है?
तस्वीरों, वीडियोस और रंगों का इस्तेमाल करके संदेश को व्यक्त करना ग्राफिक डिजाइनिंग कहलाता है। ग्राफिक डिजाइनर दो तरह के होते हैं वर्चुअल ग्राफिक डिजाइनर यानी जो आप ऑनलाइन वेबसाइट पर प्रोडक्ट देखते हैं और जो फिजिकल ग्राफिक डिजाइनर होते हैं वह पोस्टर, अखबारों के लिए होते हैं जिन्हे आप छू सकते हैं।
ग्राफिक डिजाइन के प्रकार
ग्राफिक डिजाइनिंग काफी बड़ी फील्ड है और यह कोई प्रकार की होती है जैसे:
- ब्रांडेड एंटिटी डिजाइन
- मार्केटिंग एंड एडवरटाइजिंग ग्राफिक डिजाइन
- पब्लिकेशन ग्राफिक डिजाइन
- पैकेजिंग ग्राफिक डिजाइन
- मोशन ग्राफिक डिजाइन
- आर्ट एंड इलस्ट्रेशन
- यूजर इंटरफेस (UI) ग्राफिक डिजाइनर
- यजर एक्सपीरियंस (UX) डिजाइन
- इंफोग्राफिक डिजाइन
ग्राफिक डिजाइनर की विशेषताएं
ग्राफिक डिजाइनिंग एक तरह की कला होती है जिसमें आप अपने मैसेज को आकर्षित रूप से पेश करते हैं। इसमें आप फोटो और वीडियो के माध्यम से अपने मैसेज को ग्राहकों तक पंहुचाते हैं।
जैसे आप किसी कंपनी का लोगो या किसी कंपनी के प्रोडक्ट की पैकेजिंग देखते है वह ग्राफिक डिजाइनर द्वारा ही बनाया जाता है। किताबों, न्यूज़पेपर, मैगज़ीन, इनविटेशन कार्ड, ब्लॉग पेज, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, कपड़ों की प्रिंटिंग, इत्यादि में ग्राफिक डिजाइनिंग का इस्तेमाल किया जाता है।
ग्राफिक डिजाइनर कैसे बने?
कोई भी ग्राफिक डिजाइनर कोर्स करने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आपकी 12th कक्षा पास होनी चाहिए। आप 12th किसी भी स्ट्रीम यानी कॉमर्स, साइंस आर्ट्स से कर सकते है। उसके बाद आप ग्राफिक डिजाइनिंग में बैचलर, मास्टर्स, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं।
प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आपके पास कम से कम बैचलर डिग्री होनी चाहिए। बैचलर कोर्स 3 से लेकर 4 साल के होते हैं। मास्टर कोर्स 2 साल के होते हैं। वही डिप्लोमा कोर्स 1 साल के होते हैं। सर्टिफिकेशन कोर्स 6 महीने से लेकर 1 साल तक के हो सकते हैं।
मास्टर डिग्री में एडमिशन लेने के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन CEED देना होता है। बैचलर डिग्री में एडमिशन लेने के लिए कुछ एंट्रेंस एग्जाम है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (NID) |
अंडरग्रैजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन (UCEED) |
सिंबोसिस एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइनर (SEED) |
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ग्राफिक डिजाइन कोर्स
ग्राफिक डिजाइन में बहुत सारे कोर्स कर सकते हैं यह कुछ टॉप कोर्स है।
कोर्स | अवधि |
बैचलर इन फाइन आर्ट्स | 4 साल |
बैचलर ऑफ आर्ट्स इन ग्राफिक डिजाइन | 3 साल |
बैचलर ऑफ साइंस इन ग्राफिक डिजाइन | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ डिजाइन इन ग्राफिक डिजाइन | 4 साल |
मास्टर ऑफ डिजाइन इन ग्राफिक डिजाइन | 2 साल |
मास्टर ऑफ आर्ट्स इन ग्राफिक डिजाइन | 2 साल |
डिप्लोमा इन ग्राफिक डिजाइन | 1 साल |
ग्राफिक डिजाइन कोर्स फीस
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स फीस आपके कोर्स और कॉलेज पर निर्भर करती है। अगर आप डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स कर रहे हैं तो उसकी फीस 30,000 तक हो सकती है। वहीं अगर आप बैचलर डिग्री कर रहे हैं तो उसकी फीस 1.5 लाख तक हो सकती है और अगर आप मास्टर कोर्स कर रहे हैं तो उसकी फीस डेढ़ लाख लेकर 2 लाख तक हो सकती है।
इसी के साथ गवर्नमेंट कॉलेज में फीस कम होती है और प्राइवेट में इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होने के कारण ज्यादा फीस होती है। तो अगर आप ग्राफिक डिजाइनर कोर्स करना चाहते हैं तो आप सरकारी कॉलेज से ही करें जिसके लिए आपको नेशनल एंट्रेंस एग्जाम एग्जाम पास करने होंगे।
ग्राफिक डिजाइनर कॉलेज
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद गुजरात | इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर आईआईटी बॉम्बे |
सिंबोसिस इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन पुणे | इंडियन स्कूल ऑफ इनोवेशन एंड डिजाइन मुंबई |
आईआईटी गुवाहाटी | एकेडमी ऑफ एनिमेशन आर्ट्स एंड टेक्नोलॉजी हैदराबाद |
दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट दिल्ली | जेजे इंस्टीट्यूट आफ अप्लाइड आर्ट्स मुंबई |
इमेज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मल्टीमीडिया आर्ट्स एंड ग्राफिक इफेक्ट्स तमिलनाडु | महाराष्ट्र नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कंप्यूटर आर्ट्स महाराष्ट्र |
सैलरी
ग्राफिक डिजाइनर की मांग हर क्षेत्र में रहती है और इसकी शुरुआती सैलरी 10 हजार से लेकर 30 हजार प्रतिमाह तक हो सकती है। 5 साल के अनुभव आने के बाद 1 लाख प्रति माह तक भी हो सकती है।
यहां पर एक बात ध्यान रखें कि आप ग्राफिक डिजाइनर कोर्स के दौरान जितनी ज्यादा स्किल्स को सीखेंगे उतनी ही आप इसमें अच्छी नौकरी पा सकते हैं। यह कुछ स्किल्स है:
- टाइपोग्राफी
- क्रिएटिविटी
- यूजर इंटरफेस डिजाइन की जानकारी
- फोटोग्राफी
- कोडिंग
- विजुअल कम्युनिकेशन
- स्केच
पोस्ट | एवरेज सैलेरी |
ग्राफिक डिजाइनर | 2 से 10 लाख |
मल्टीमीडिया डिजाइनर | 1.5 से 9 लाख |
पैकेजिंग डिजाइनर | 3 से 8 लाख |
बुक डिजाइनर | 4 से 7 लाख |
स्कोप
ग्राफिक डिजाइनर की मांग हर क्षेत्र की कंपनी में है जैसे मीडिया
पब्लिशिंग हाउस | IT इंडस्ट्री |
रिटेल | न्यूज़ पेपर एजेंसीज |
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज | एडवर्टाइजमेंट कंपनी |
प्रोडक्ट कंपनीज | एनीमेशन स्टूडियो |
सॉफ्टवेयर डेवलपर | पैकेजिंग कंपनीज |
ग्राफिक डिज़ाइनिंग कोर्स
अगर आप ग्राफ़िक डिज़ाइनर में कैरियर बनाना चाहते हैं तो आप इसमें विभिन्न तरह के कोर्स कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स/ बीएफए
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स 4 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है; जिसको आप 12th कक्षा पास करने के बाद कर सकते हैं। BFA कोर्स आप बहुत सारे विषय में कर सकते हैं। जैसे अप्लाइड आर्ट, पेंटिंग, हिस्ट्री, प्रिंट मेकिंग, स्कल्पचर।
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक होने चाहिए। इस कोर्स की फीस 10 हजार से लेकर 1 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है। यह निर्भर करता है कि आप यह प्राइवेट कॉलेज से कर रहे हैं या सरकारी कॉलेज से। आमतौर पर सरकारी कॉलेज में फीस कम रहती है और अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर होने के कारण प्राइवेट कॉलेज आपसे ज्यादा फीस लेते हैं।
इस कोर्स को करने के लिए टॉप इंस्टिट्यूट है:
दिल्ली यूनिवर्सिटी | जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी |
सर जेजे कॉलेज ऑफ़ अप्लाइड आर्ट्स मुंबई | बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी |
कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट त्रिवेंद्रम | जवाहरलाल नेहरू आर्किटेक्चर एंड फाइन आर्ट्स यूनिवर्सिटी हैदराबाद |
BFA कोर्स करने के बाद आपकी सैलरी आपके अनुभव और कंपनी पर निर्भर करती है। शुरुआती सैलरी की बात करें तो यह 20 हजार से शुरू होकर 30 हजार प्रतिमाह तक हो सकती है।
बीएससी मल्टीमीडिया
यह 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है जो आप 12th कक्षा के बाद कर सकते हैं अगर आपने 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से की है तो यह आपके लिए एक अच्छा विकल्प रह सकता है।
इस कोर्स के जरिए आप एनीमेशन, मल्टीमीडिया, वीएफएक्स को जानते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप वेब डेवलपर, वेबसाइट डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, एनिमेशन डिजाइनर, गेम डिजाइनर के पद पर नौकरी कर सकते हैं।
इसे कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको 12वीं कक्षा न्यूनतम 50% अंक के साथ पास करनी होगी। आप बारहवीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम से कर सकते हैं। ज्यादातर कॉलेज आपको 12th कक्षा के अंको के आधार पर बीएससी मल्टीमीडिया में एडमिशन देते हैं। वहीं कुछ कॉलेज अपना एंट्रेंस एग्जाम भी आयोजित करवाते हैं जैसे : NID, LPUNEST, UCEED, NIFT।
बीएससी मल्टीमीडिया कोर्स करने के लिए यह कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है:
बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी जयपुर | अरीना एनीमेशन बेंगलुरु |
वॉग इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलॉजी बैंगलोर | वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी चेन्नई |
वेस्टफोर्ड इंस्टीट्यूट आफ फिल्म टेक्नोलॉजी पुणे | बाबा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट साइंस (BIMS) अलवर |
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर फैशन एंड एनीमेशन (IIFA) बैंगलोर | डायमंड डॉट एकेडमी (DDA) चेन्नई |
अगर फीस की बात करें तो यह 40 हजार से लेकर 1.5 लाख प्रतिवर्ष तक हो सकती है। इस कोर्स करने के बाद आप एमएससी इन मल्टीमीडिया और बाद में पीएचडी भी कर सकते है। लेकिन अगर आप जॉब करना चाहते हैं तो आप मल्टीमीडिया कंपनी, एडवरटाइजिंग कंपनी में 30 हजार की शुरुआती सैलरी पर जॉब पा सकते है।
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बैचलर ऑफ डिजाइन / B.Design
यह 3 से 4 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है जिसमें एडमिशन लेने के लिए आप 12वीं कक्षा न्यूनतम 50% एग्रीगेट के साथ पास करें। अगर फीस की बात करें तो यह कुल 30,000 से लेकर 3 लाख तक हो सकती है जोकि अलग-अलग कॉलेज पर निर्भर करती है।
अगर आप भारत के प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेज आईआईटी से डिजाइनिंग में कोर्स करना चाहते हैं तब आपको UCEED का एग्जाम देना होता है। यह एग्जाम IIT-Bombay द्वारा आयोजित किया जाता है। जिसके माध्यम से आप आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी हैदराबाद, और आईआईआईटी जबलपुर में बी-डिजाइन में एडमिशन ले सकते हैं।
बी-डिजाइन में आप फैशन डिजाइनिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, टैक्सटाइल डिजाइनिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग जैसे कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
UCEED क्या होता है?
एग्जाम मोड | भाग-A ऑनलाइन भाग-B ऑफलाइन |
एग्जाम फीस | 3600 जनरल कैटेगरी 1800 महिला कैंडिडेट/ आरक्षित वर्ग |
अवधि | 3 घंटे |
योगिता | अगर आप 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं या इस साल 12वीं कक्षा पास करने जा रहे है |
ऑफिशल वेबसाइट |
UCEED ” अंडरग्रैजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन ” आईआईटी बॉम्बे द्वारा साल में एक बार आयोजित किया जाता है। यह नेशनल लेवल एग्जाम है; जिसके माध्यम से आप डिजाइनिंग कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। जैसा कि यह एक नेशनल लेवल एग्जाम है तो इसके माध्यम से आप भारत के लगभग हर डिजाइनिंग कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं या कुछ टॉप कॉलेज है।
आर्च कॉलेज आफ डिजाइन एंड बिजनेस, जयपुर | एसआरएम इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई |
चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब | यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, नोएडा |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर | दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी, दिल्ली |
मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर | सृष्टि इंस्टीट्यूट आफ आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी, बेंगलुरू |
पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स
यह 1 से 2 साल का पोस्ट ग्रैजुएट लेवल डिप्लोमा कोर्स होता है जो आप ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद कर सकते हैं। आप ग्रेजुएशन किसी भी विषय के साथ पास करने के बाद यह डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।
इस कोर्स की फीस 90,000 से लेकर 2 लाख तक हो सकती है वही सैलरी की बात करें तो यह 3 लाख से लेकर 10 लाख तक हो सकती है। इसको करने के बाद आप एनिमेटर, मल्टीमीडिया प्रोग्रामर, प्रिंट मेकर, ग्राफिक डिजाइनर, एनिमेटर, इलस्ट्रेटर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं। यह कुछ इंस्टिट्यूट है:जो आपको पीजीडी डिजाइनिंग कोर्स उपलब्ध करवाते हैं।
जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी, जोधपुर | सीजी एनीमेशन अकैडमी, पुणे |
DOT स्कूल ऑफ डिजाइन, चेन्नई | पर्ल अकैडमी, मुंबई |
पीए इनामदार कॉलेज ऑफ विजुअल इफेक्ट्स, डिजाइन एंड आर्ट्स | कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी, इंदौर |
डिप्लोमा इन ग्राफिक डिजाइनिंग
यह 6 महीने से 1 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है जिसमें एडमिशन लेने के लिए 12th 50% अंक के साथ पास करनी होगी। अगर फीस की बात करें तो यह 10,000 से लेकर 1 लक तक हो सकती है। इस डिप्लोमा को करने के बाद आप कॉर्पोरेट डिजाइनर, एडवरटाइजिंग डिजाइनर, मल्टीमीडिया प्रोग्रामर, पैकेजिंग डिजाइनर के पद पर काम कर सकते हैं।
ज्यादातर इंस्टिट्यूट में डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन मेरिट बेस पर हो जाता है। यह कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है:
इमेज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मल्टीमीडिया आर्ट्स एंड ग्राफिक डिजाइन अफेक्ट्स, तमिलनाडु | इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ कंप्यूटर ग्राफिक्स (IACG), हैदराबाद |
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ | नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कंप्यूटर आर्ट्स, मुंबई |
नेताजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी, कोलकाता | हिमांशु आर्ट स्कूल, न्यू दिल्ली |
मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स/ MFA
यह 2 साल का पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री कोर्स है जो आप ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद कर सकते हैं। अगर आपने ग्रेजुएशन किसी भी सब्जेक्ट से की है और आगे ग्राफिक डिजाइन में मास्टर करना चाहते हैं तब आप यह कोर्स कर सकते हैं। MFA कोर्स बहुत सारी स्पेशलाइजेशन में होता हैं जैसे:
क्रिएटिव राइटिंग | ग्राफिक डिजाइन |
अप्लाइड आर्ट्स | एक्टिंग |
ड्राइंग एंड इलस्ट्रेशन | पेंटिंग |
कंप्यूटर एनीमेशन | स्कल्पचर |
अगर फीस की बात करें तो यह 50,000 से लेकर 5 लाख तक हो सकती है। वही एवरेज सैलरी की बात करें तो शुरुआती तौर पर आप 4 से 7 लाख तक की सैलरी पा सकते हैं। यह कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है:
एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा | निम्स, जयपुर |
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ | जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली |
कॉलेज ऑफ आर्ट्स, यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली | बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी |
विश्वा भारती यूनिवर्सिटी, कोलकाता | वर्ल्ड यूनिवर्सिटी आफ डिजाइन, सोनीपत |
यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद, हैदराबाद | लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर |
सर्टिफिकेट इन 3D एनीमेशन
यह एक 3 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स होता है जोकि आप 12th कक्षा के बाद कर सकते हैं। जो बच्चे बहुत कम अवधि में ग्राफिक डिजाइनर की फील्ड में जाना चाहते हैं वह यह कोर्स करते हैं। लेकिन अगर आप एक प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर बनना चाहते हैं तो आप सिर्फ डिग्री कोर्स की तरफ ही जाए और डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स को ना करें।
FAQ
ग्राफिक डिजाइन में मुख्य तीन तरह के कोर्स होते हैं पहला डिप्लोमा जो कि 6 महीने से 1 साल, बैचलर डिग्री 3 से 4 साल, मास्टर डिग्री 2 साल की होता है। इसी के साथ कुछ सर्टिफिकेट कोर्स होते हैं जो कि 3 महीने से 6 महीने तक के होते हैं।
ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?
अगर आप एक प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर बनना चाहते हैं तो आपको ग्राफिक डिजाइनिंग में बैचलर कोर्स करना चाहिए जैसे बीएफए, बी.डिजाइन इत्यादि। इसके बाद इसमें आप मास्टर कोर्स एमएफए, एम.डिजाइन करके गहराई में जानकारी ले सकते हैं।
क्या मैं 3 महीने में ग्राफिक डिजाइन सीख सकता हूं?
आप सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से 3 महीने में ग्राफिक डिजाइन की बुनियादी चीजों को सीख सकते हैं। लेकिन अगर आप प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर बनना चाहते हैं तब आपको बैचलर और मास्टर कोर्स की तरफ जाना चाहिए।
डिजाइनिंग के लिए कौन सा कोर्स बेस्ट है?
डिजाइनिंग की फील्ड में कैरियर बनाने के लिए को बहुत सारे कोर्स उपलब्ध हैं; लेकिन सबसे बेस्ट कोर्स बी.डिजाइन/ BDes है। यह 3 से 4 साल का कोर्स होता है। BDes कई सब्जेक्ट में होता है जैसे ग्राफिक डिजाइनिंग, फैशन डिजाइनिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, इत्यादि।
ग्राफिक डिजाइनर जॉब में क्या होता है?
ग्राफिक डिजाइनर जॉब में आपको किसी कंपनी या बिजनेस के प्रोडक्ट को ऑनलाइन आकर्षित रूप से एडवर्टाइज करना होता है। टेक्स्ट, फोटो, वीडियो के जरिए प्रोडक्ट के बैनर को आकर्षित रूप से बनाना ग्राफिक डिजाइनिंग जॉब में शामिल है।
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स की फीस कितनी होती है?
ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स की फीस कोर्स पर निर्भर करती है। डिप्लोमा कोर्स की फीस 50000 तक हो सकती है। वही बैचलर और मास्टर कोर्स करने में 2 से 3 लाख तक की फीस हो सकती है।