वर्तमान समय में युवाओं की दिलचस्पी इंजीनियरिंग की फील्ड में बढ़ रही है जैसे: सिविल इंजीनियर ,सॉफ्टवेयर इंजीनियर ,मैकेनिकल इंजीनियर ,कंप्यूटर इंजीनियर और बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी। कई मां-बाप अपने बच्चों को इंजीनियर के रूप में देखना चाहते हैं तो ऐसा क्यों
;क्योकि इस फील्ड में नौकरी असानी से मिल जाती है। इसे करने के बाद सम्मान और आदर मिलता है। इसके साथ साथ है एक अच्छी-खासी सैलरी भी मिल जाती है। इसलिए ज्यादातर विद्यार्थी और उनके मां-बाप अपने बच्चों को इंजीनियर बनाने में दिलचस्पी रखते हैं। आज हम जानेगे कि बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे करें बने
तो सबसे पहले जानते हैं कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्या होता है और उसके क्या काम होते हैं
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर क्या होता है और बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी :- [basic electrical engineering hindi]
सरकारी और प्राइवेट बिजली विभाग में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का करियर रोशन होता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बिजली से संबंधित सभी उपकरणों का काम करता है। बिजली के हर क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के काम अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन इसका मुख्य काम होता है बिजली के संबंधित उपकरणों की मरम्मत , उसे बनाना आदि। इसके आगे बहुत क्षेत्र होते हैं जैसे :-
>Automotive
>Electronics
>Aerospace
>Telecommunication
>Railways
आदि क्षेत्रों में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग अलग-अलग पद पर काम करते हैं
बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी की नौकरी साधारण नहीं होती इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का काम बहुत जोखिम भरा और जिम्मेदारी वाला होता है। इसलिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को अपना काम बहुत ही सावधानी से करना पड़ता है। वर्तमान में बिना ऊर्जा व बिजली के कोई भी काम संभव नहीं हो सकता। छोटे से लेकर बड़े तक सभी उपकरण आज बिजली पर निर्भर है ,तो इन्हीं सब उपकरणों को नियंत्रित और करने के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की जरूरत पड़ती है। इसी वजह से आज इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की करियर में रोजगार की संभावनाएं बहुत ज्यादा है
तो चलिए आप जानते हैं कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बनते हैं और इसके लिए कौन-कौन सी क्वालिफिकेशन चाहिए होती हैं
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने
इसके दो रास्ते हैं: पहला अगर आप दसवीं के बाद बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी पढ़ना चाहते हैं ,तो आप पॉलिटेक्निक [polytechnic electrical engineering] करके इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की फील्ड में आ सकते हैं सबसे पहले आपको पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेना होगा वहां आपको 3 साल का डिप्लोमा कोर्स कराया जाएगा। अब आप जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बन जाते हैं , उसके बाद आप सीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंगर कैसे बने। सीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बनने के लिए आपको इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का डिग्री कोर्स हासिल करना होगा जैसे कि BE या फिर Btech .
अगर आप 12वीं के बाद पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेते हैं और वहां से अपनी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करते हैं तो तब आपका डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स सिर्फ 2 साल का होता है। इस कोर्स को करने के बाद आप किसी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कॉलेज से या इंजीनियरिंग ब्रांच से डिग्री का कोर्स कर सकते हैं
जो दूसरा रास्ता है कि आप बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी बन सकते वह है कि आपको अपनी 12वीं कक्षा साइंस से पास करनी होगी और उसके बाद आपको इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कॉलेज में 4 साल का बैचलर डिग्री कोर्स करना होगा। इसको करने के बाद आप एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन जाओगे और आप किसी भी कंपनी में आसानी से नौकरी पा सकते हैं। अगर आप आगे इसकी मास्टर डिग्री लेना चाहते हैं तो आप वह भी किसी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग काॅलेज से कर सकते हैं
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए किन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर
हाल ही में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सेमीकंडक्टर ,नेवी ,ऑटोमोबाइल्स ,टेलीकॉम ,कम्युनिकेन ,नेटवर्किंग ,नेवीगेशन सिस्टम ,कंप्यूटर एंड डाटा एनालिसिस जैसी उन्नत टेक्नोलॉजी वाले क्षेत्रों में रोजगार के अवसर ज्यादा है
बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग हिंदी में आप रिसर्च करके भी अपना करियर बना सकते हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के ग्रेजुएट के लिए इंस्टिट्यूट और कंपनियों ने नए क्षेत्रों में रिसर्च के लिए भी निवेश करती रहती है। इस रिसर्च में गैर पारंपरिक ऊर्जा ,समुद्र के नीचे से तेल और गैस निकालने का काम , एनर्जी सेक्टर में काफी रिसर्च प्रोजेक्ट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को मिल सकते हैं। सरकार डिजिटल भारत को बढ़ावा दे रही है ऐसे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को नेटवर्क और संचार के क्षेत्र में रोजगार का अवसर मिल सकता है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए क्या है नौकरी की संभावना है
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर विद्युत उत्पादन ,रेडियो व टेलीविजन ट्रांसमिशन और वितरण यानी उच्च वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर ,विद्युत सर्किट ,डिजिटल प्रोसेसर ,माइक्रो कंट्रोलर ,नेवीगेशन सिस्टम ,कंप्यूटर ,उपग्रह ,उड़ान नियंत्रण पैनल ,बिजली उत्पादन ,जी. पी .एस तकनीक ,अंतरिक्ष यात्रा तकनीक आदि। आज के समय में ऐसी कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का काम ना हो। अगर आप ऐसे में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करते हैं तो 2020 से लेकर 2025 तक इसकी रोजगार की संभावना बढ़ने की ज्यादा उम्मीद है क्योंकि आने वाला भविष्य बिजली उपकरण पर निर्भर होगा।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद सैलेरी। हमारे देश में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को सैलरी करीबन ₹30,000 ₹40,000 प्रति माह मिलती है। इतना ही नहीं जैसे-जैसे उसका एक्सपीरियंस बड़ता जाता है ,उसकी सैलरी भी बढ़ती है। इसके अलावा विदेशों में भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को बहुत अच्छी सैलरी मिलती है ।
कुछ रिपोर्ट के अनुसार इलेक्ट्रिकल इंजीनियर सालाना औसतन $90,000 कमाते हैं। फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किस अन्य रिपोर्ट 2010 से 2011 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर बैंकिंग के रूप में दिखाया गया था जिसमें वेतन $60,000 से लेकर $62,000 तक बताया गया।
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