आजकल बिजली हमारे लिए काफी जरूरी हो गई है; क्योंकि हर एक मशीन को चलाने के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है और जब कभी इन मशीनों में दिक्कत आती है तो इसे ठीक करने के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की भी जरूरत पड़ती है। ऐसे में अगर आप अपना इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में कैरियर बनाते हैं तो यहां आपके पास जॉब के काफी अवसर निकल सकते हैं।
वर्तमान समय में युवाओं की दिलचस्पी इंजीनियरिंग की फील्ड में बढ़ रही है जैसे: सिविल इंजीनियरिंग ,सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग ,मैकेनिकल इंजीनियरिंग ,कंप्यूटर इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग।
दुनिया में हर एक इंडस्ट्री और कंपनी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की मांग रहती है और दुनिया के हर एक सेक्टर जैसे: ऑटोमोबाइल, टेलीकम्युनिकेशन, रेलवेज, एयरोस्पेस, पावर जेनरेशन, ऑयल एंड गैस इत्यादि क्षेत्र में जॉब कर सकता है। कंप्यूटर साइंस के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय कोर्स इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स है क्योंकि; इसके माध्यम से आप हर एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज के साथ जॉब कर सकते हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की नौकरी साधारण नहीं होती है इनका काम बहुत जोखिम भरा और जिम्मेदारी वाला होता है। इसलिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को अपना काम बहुत ही सावधानी से करना पड़ता है। वर्तमान में बिना ऊर्जा व बिजली के कोई भी काम संभव नहीं हो सकता। छोटे से लेकर बड़े तक सभी उपकरण बिजली पर निर्भर है ,तो इन्हीं सब उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की जरूरत पड़ती है। इसी वजह से आज इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की करियर में रोजगार की संभावनाएं बहुत ज्यादा है। तो चलिए आप जानते हैं कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बनते हैं?
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्या होता है?
यह एक इंजीनियरिंग कोर्स होता है जिसमें आप बिजली से चलने वाले उपकरणों के आंतरिक ढांचे को समझते हैं इस कोर्स में आपको सर्किट, कम्युनिकेशन, सिस्टम कंट्रोल, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, फोटोनिक्स, सिगनल प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रिसिटी एंड पावर सिस्टम, रिमोट सेंसिंग एंड पावर सेंसिंग, इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म इत्यादि के बारे में पढ़ाया जाता है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने?
इसके दो रास्ते हैं; पहला आप दसवीं के बाद पॉलिटेक्निक कोर्सकरके इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की फील्ड में आ सकते हैं। सबसे पहले आपको पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेना होगा जहां आपको 3 साल का डिप्लोमा कोर्स कराया जाएगा। अब आप जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बन जाते हैं , उसके बाद आप सीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंगर बनने के लिए आपको इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का डिग्री कोर्स हासिल करना होगा जैसे कि BE या फिर Btech।
अगर आप 12वीं के बाद पॉलिटेक्निक में एडमिशन लेते हैं और वहां से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करते हैं तब आपका डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का कोर्स सिर्फ 2 साल का होता है। इस कोर्स को करने के बाद आप किसी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कॉलेज से डिग्री का कोर्स कर सकते हैं।
जो दूसरा रास्ता है कि आपको अपनी 12वीं कक्षा साइंस से पास करनी होगी और उसके बाद आपको 4 साल का बैचलर डिग्री कोर्स करना होगा। इसको करने के बाद आप एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन जाओगे और आप किसी भी कंपनी में आसानी से नौकरी पा सकते हैं। अगर आप आगे इसकी मास्टर डिग्री लेना चाहते हैं तो आप Mtech इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कर सकते हैं।
योग्यता
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के लिए अगर योग्यता की बात करें तो यह आपके कोर्स पर निर्भर करती है। अगर आपने डिप्लोमा करना है तब आप दसवीं के बाद कर सकते हैं; वही डिग्री करने के लिए आपको 12वीं कक्षा पास होना जरूरी है। अगर आप प्रोफेशनल डिग्री कोर्स करना चाहते हैं जैसे बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिकल इंजीनियरिंग तब आपको 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी जिसमें आपके पास पीसीएम यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ सब्जेक्ट होने चाहिए।
लेकिन अगर न्यूनतम योग्यता की बात करें तो किसी भी डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपका दसवीं कक्षा पास होना जरूरी है और इसमें कोई भी एंट्रेंस एग्जाम नहीं होता है। अगर डिग्री की योग्यता की बात करें तो इसमें आपको एंट्रेंस एग्जाम भी देना हो सकता है जैसे जेईई मेंस और जेईई एडवांस।
आप 12वीं कक्षा आर्ट्स और कॉमर्स से पास करने के बाद आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियर नहीं बन सकते लेकिन इलेक्ट्रीशियन बन सकते हैं । इलेक्ट्रीशियन मामूली इलेक्ट्रिक सर्किट को बना सकता है वही इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हर तरह के क्षेत्र में काम कर सकता है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कोर्स
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की पढ़ाई करने के लिए आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, डिग्री और पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं।
डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियर
यह 3 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है जो आप दसवीं कक्षा पास करने के बाद कर सकते हैं। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कोई भी एंट्रेंस एग्जाम नहीं देना होता है । इसमें आपको कोई भी गहराई में जानकारी नहीं दी जाती और इसमें सैलरी भी इतनी अच्छी नहीं होती। जो बच्चे दसवीं के बाद कम समय में इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की फील्ड में जाना चाहते हैं वह यह डिप्लोमा कोर्स करते हैं। लेकिन हम आपको यह सुझाव देना चाहते हैं अगर आप एक प्रोफेशनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं तब आप डिग्री कोर्स की तरफ जाएं। इस कोर्स में आपको थियोरेटिकल और प्रैक्टिकल जानकारी दी जाती है। इस कोर्स के मुख्य सब्जेक्ट हैं।
electrical machines | elements of electrical engineering |
embedded systems | Transmission and distribution |
electrical installation | Basic Circuits |
अगर फीस की बात करें तो आपको हर साल 20 से 30 हजार तक की फीस देनी पड़ सकती है। वही कुछ बड़ी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में यह 70,000 प्रतिवर्ष तक भी हो सकती है। डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन आपका मेरिट बेस पर भी हो सकता है और कुछ कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करवाते हैं। यह कुछ एंट्रेंस एग्जाम है:
APJEE | MSBTE |
CET Delhi Polytechnic | MP PPT |
CG PPT | HP PAT |
JEECUP | Odisha DET |
यह कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है जहां से आप डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कोर्स कर सकते हैं।
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी पंजाब | सीवी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी भुवनेश्वर |
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ | वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट मुंबई |
जी डी गोयनका यूनिवर्सिटी हरियाणा | BFIT ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन देहरादून |
क्वांटम स्कूल ऑफ़ टेक्नोलॉजी रुड़की | रामेश्वरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी लखनऊ |
बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
अगर आप एक प्रोफेशनल के तौर पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की फील्ड में जाना चाहते हैं तो आपको डिग्री कोर्स करना चाहिए। डिग्री कोर्स में से सबसे अच्छा कोर्स बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग होता है। यह 4 साल का अंडरग्रैजुएट फुल टाइम कोर्स होता है इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको अपनी 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करनी होगी जिसमें मैथ, केमिस्ट्री और फिजिक्स मुख्य सब्जेक्ट होने चाहिए। इसी के साथ आपको 12वीं कक्षा 55% अंक के साथ पास करनी होगी तभी आपको एक अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलेगा।
एंट्रेंस एग्जाम की बात करें तो अगर आप भारत के प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेज IITs/ NITs से बीटेक करना चाहते हैं तब आपको जेईई मेंस और एडवांस का एग्जाम पास करना होगा। जेईई मेंस का एग्जाम साल में दो बार आयोजित किया जाता है।
इस कोर्स में आपको इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग के बारे में काफी गहराई में जानकारी दी जाती है। अगर फीस की बात करें तो सरकारी कॉलेज में यह 20,000 से लेकर 1,00,000 प्रतिवर्ष तक हो सकती है। वहीं प्राइवेट यूनिवर्सिटीज की बात करें तो यह 2 लाख प्रति वर्ष तक भी हो सकती है। बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने के बाद इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर होते है।
सेमीकंडक्टर | नेवी |
कम्युनिकेन | नेटवर्किंग |
नेवीगेशन सिस्टम | कंप्यूटर एंड डाटा एनालिसिस |
पीजी डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
अगर आपने ग्रेजुएशन पूरी कर ली है और अब आप इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की फील्ड में जाना चाहते हैं; तब आप पीजी यानी पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कर सकते हैं यह दो 2 साल का पीजी डिप्लोमा कोर्स होता है जिस में एडमिशन लेने के लिए आपको अपनी ग्रेजुएशन साइंस के सब्जेक्ट से पास करनी होगी जैसे बीएससी फिजिक्स, बीएससी इलेक्ट्रानिक्स । अगर फीस की बात करें तो यह 50,000 से 80,000 प्रतिवर्ष तक हो सकती है।
सर्टिफिकेट कोर्से
डिप्लोमा और डिग्री कोर्स करने के साथ-साथ आप सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं जो आपको इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की फील्ड में गहराई में जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह सर्टिफिकेट कोर्सेज आपकी CV को भी बड़ाएगे जिससे आपको जॉब मिलने में मदद होगी।
certificate |
certificate course in CCN |
certificate course in power electronics |
certificate course in embedded system |
certificate course in hardware networking |
certificate course in VLSI system |
certificate course in signal processing |
certificate course in robotics and intelligent system |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जॉब्स
इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के बाद आपके पास बहुत सारे करियर ऑप्शंस निकल कर आ जाते हैं। आप अपनी रुचि के हिसाब से नौकरी कर सकते हैं। हर क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की मांग रहती है। प्राइवेट सेक्टर के साथ-साथ गवर्नमेंट में भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के पदों पर नौकरियां निकलती रहती है; जिसमे आप अप्लाई कर सकते हैं। प्राइवेट सेक्टर में आप इन क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
electronics | power generation |
oil and gas | Railway |
Aerospace | automotive |
marine | construction |
materials and metals | telecoms |
MNCs | merchant navy |
आप रिसर्च में भी अपना करियर बना सकते हैं। बड़ी कंपनियां नए क्षेत्रों में रिसर्च के लिए निवेश करती रहती है। इस रिसर्च में गैर पारंपरिक ऊर्जा ,समुद्र के नीचे से तेल और गैस निकालने का काम , एनर्जी सेक्टर में काफी रिसर्च प्रोजेक्ट इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को मिल सकते हैं। सरकार भी डिजिटल भारत को बढ़ावा दे रही है; ऐसे में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को नेटवर्क और संचार के क्षेत्र में रोजगार का अवसर मिल सकता है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सैलरी
अगर सैलरी की बात करें तो यह आपके कौशल, जॉब लोकेशन और कंपनी पर निर्भर करती है। लेकिन अगर हम शुरुआती तौर पर देखें तो एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ₹15,000 से ₹30,000 प्रतिमाह तक कमा सकता है। 1 से 3 साल का एक्सपीरियंस आने के बाद ₹30,000 से ₹50,000 प्रतिमाह तक कमा सकता है। वही 10 साल का एक्सपीरियंस आने के बाद ₹60,000 से लेकर 1 लाख प्रतिमाह तक की नौकरी पा सकते हैं।
इसके अलावा विदेशों में भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को बहुत अच्छी सैलरी मिलती है कुछ रिपोर्ट के अनुसार इलेक्ट्रिकल इंजीनियर सालाना औसतन $50,000 कमाते हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग कैरियर
सरकारी और प्राइवेट बिजली विभाग में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के जॉब्स विक्लप रहते है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बिजली से संबंधित सभी उपकरणों का काम करता है। बिजली के हर क्षेत्र में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के काम अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन इसका मुख्य काम बिजली के संबंधित उपकरणों की मरम्मत करना होता है। इसके आगे बहुत क्षेत्र होते हैं जैसे :-
सीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर | इलेक्ट्रिकल मैनेजर |
प्रोफेसर | मेंटिनेस इंजीनियर |
इलेक्ट्रिकल कंसल्टेंट्स | इलेक्ट्रिकल डिजाइन इंजीनियर |
माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर | इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर |
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर | रोबोटिक इंजीनियर |
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