अगर आप एमएससी बॉटनी कोर्स कर रहे हैं या आगे करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको जानना चाहिए कि एमएससी बॉटनी करने के बाद? और इसमें उच्च शिक्षा और कैरियर के क्या विकल्प उपलब्ध है। तो आज हम बात करेंगे एमएससी बॉटनी कोर्स करने के बाद क्या करें इसी के साथ जानेंगे कि अगर आप एमएससी के बाद आगे नहीं पड़ना चाहते और जॉब करना चाहते हैं तो उसके लिए क्या विकल्प रहते हैं?

MSc botany ke fayde

भारत में टीचिंग की जॉब काफी लोकप्रिय जॉब है अब एमएससी बॉटनी करने के बाद टीचिंग की फील्ड में जा सकते हैं। अगर आप बीएससी B.Ed के बजाय एमएससी + B.Ed करते हैं तो आपके पास ज्यादा करियर विकल्प रहते हैं।

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क्योंकि आजकल हर एक कंपनी और सेक्टर में स्पेशलिस्ट की मांग रहती है तो ऐसे में अगर आप एमएससी किसी स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट से करते हैं तो आप किसी भी सेक्टर में आसानी से जॉब पा सकते हैं और आपको बीएससी कैंडिडेट से ज्यादा महत्वता दी जाएगी। इसी के साथ अगर आप पीएचडी कर लेते हैं तो आप किसी भी क्षेत्र में अच्छी सैलरी के साथ जॉब कर सकते हैं।

MSc Botany ke baad kya kare

PGT

अगर आप एमएससी के बाद जॉब करना चाहते हैं तो टीचर की जॉब काफी लोकप्रिय और अच्छी जॉब है। जिसके लिए न्यूनतम योग्यता पोस्ट ग्रेजुएशन पास होनी चाहिए। इसके माध्यम से आप कॉलेज/ स्कूल में टीचिंग शुरू कर सकते हैं जिसके शुरुआती सैलरी की बात करें तो यह 50 से 60 हजार प्रतिमाह तक होती है।

PHD

वह बच्चे जो MSc Botany ke baad उच्च शिक्षा के लिए जाना चाहते हैं उनके लिए सबसे अच्छा करियर विकल्प पीएचडी रहता है। पीएचडी एक रिसर्च केंद्रित कोर्स होता है जिसके माध्यम से आप गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर में रिसर्च एसोसिएट के पद के लिए योग्य होते हैं।

NET JRF

जब आप अपनी मास्टर पूरी कर रहे होते हैं तो आपको किसी JRF सर्टिफिकेट जैसे यूजीसी नेट जेआरएफ सर्टिफिकेट, आईसीएमआर सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई करना चाहिए। अगर आप यूजीसी नेट जेआरएफ सर्टिफिकेट प्राप्त करते हैं तो उसके माध्यम से आप केंद्रीय यूनिवर्सिटीज में पीएचडी में एडमिशन ले सकते हैं जिसके लिए आपको केंद्र सरकार द्वारा फेलोशिप प्रदान की जाएगी।

यह फेलोशिप दो तरह की होती है; पहली जूनियर रिसर्च फैलोशिप जो आपको पहले 2 साल दी जाती है जो इस समय ₹31000 है। बाकी के 3 साल आपको सीनियर रिसर्च फैलोशिप दी जाएगी जो कि इस समय ₹35000 है। इसी के साथ आपको एचआरए भी दिया जाता है

नोट: एमएससी बॉटनी के दौरान आप किसी भी JRF सर्टिफिकेट का एग्जाम जरूर दें।

Assistant Professor

MSc Botany ke baad आप टीचिंग की फील्ड में आप असिस्टेंट प्रोफेसर भी बन सकते हैं। प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर में फर्क इतना है कि यह बस यह एक रैंक प्रोफेसर से नीचे होते हैं। एक्सपीरियंस और समय के साथ (लगभग 6-8 साल) असिस्टेंट प्रोफेसर प्रमोशन के साथ प्रोफेसर के पद पर जॉब पा सकता है। अगर सैलरी की बात करें तो यह शुरुआती तौर पर 70,000 प्रतिमाह तक होती है।

अगर आपने पीएचडी पूरी की है तो आप सीधा प्रोफेसर और हेड ऑफ डिपार्टमेंट HOD के पद पर भी जॉब पा सकते हैं; जिसकी सैलरी 70,000 से 1 लाख प्रतिमाह तक हो सकती है।

Msc + bed

B.Ed के माध्यम से भी आप टीचिंग की फील्ड में जा सकते हैं, जिससे आप कक्षा 1 और कक्षा बारहवीं तक के छात्र को पढ़ा सकते हैं। B.Ed 2 साल का कोर्स होता है अगर सैलरी की बात करें तो यह 30,000 प्रतिमाह तक हो सकती है । पहले आप प्राइवेट स्कूल में पढ़ा सकते हैं और जैसे ही गवर्नमेंट वैकेंसी आती है तो आप उस में अप्लाई कर के गवर्नमेंट जॉब पा सकते हैं।

IFS

नेशनल लेवल पर फॉरेस्ट अधिकारी की भर्ती के लिए IFS एग्जाम आयोजित किया जाता है जोकि यूपीएससी द्वारा आयोजित किया जाता है। आईएएस और आईपीएस की तरह ही आईएफएस भारत की लोकप्रिय सिविल सेवा परीक्षा में से एक है। IAS, IPS और IFS ऑल इंडिया सर्विस में आती है।

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अगर योगिता की बात करें तो आपने बैचलर डिग्री एनिमल हसबेंडरी एंड वेटरिनरी साइंस , भूटानी, केमिस्ट्री, जूलॉजी, एग्रीकल्चर और फॉरेस्ट्री या इंजीनियरिंग कर रखी है तो आप IFS में अप्लाई कर सकते हैं। उम्र सीमा की बात करें तो न्यूनतम उम्र 21 वर्ष और अधिकतम 32 वर्ष तक हो सकती है। वही आरक्षित वर्ग को अतिरिक्त छूट दी जाती है अगर attempt की बात करें तो जनरल कैटेगरी के लिए 6 टाइम है और एससी/ एसटी के लिए कोई भी बदता नहीं है।

इसका एग्जाम पैटर्न भी आईएएस और आईपीएस जैसा ही होता है जो कि 3 भागों में होता है: प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू जिसको आप हिंदी और इंग्लिश भाषा में दे सकते हैं।

सैलरी की बात करें तो अलग-अलग पदों के लिए अलग सैलरी होती है। जैसे प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट की सैलरी 2,25,000 प्रति महीना होती है, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ फारेस्ट की सैलरी 1,75,000 प्रति महीना होती है वही असिस्टेंट कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट की सैलरी ₹56,000 होती है।

ASRB -NET

एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट रिक्रूटमेंट बोर्ड के माध्यम से साइंटिस्ट की भर्ती की जाती है। इसके द्वारा हर साल एग्रीकल्चर रिसर्च साइंटिस्ट नेट एग्जाम (ARS – NET) आयोजित किया जाता है। इस एग्जाम में 50 से ज्यादा विषय होते हैं। इसमें 2 एग्जाम होते हैं एआरएस और दूसरा नेट एग्जाम यानी इसके माध्यम से आप नेट सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रीलिम्स एग्जाम के माध्यम से आपको नेट सर्टिफिकेट मिलता है और ARS के लिए आपको प्रीलिम्स एग्जाम के बाद मेंस और इंटरव्यू देना होता है। जिसके बाद उसको ARS में साइंटिस्ट की जॉब मिलती है। और इसमें जो आपको नेट सर्टिफिकेट मिलता है उसके माध्यम से आप असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए योग्य होते हैं।

Gate

आगर किसी कारणवश से आपका NET JRF सर्टिफिकेट नहीं पास हो सका तो दूसरा ऑप्शन आपके पास गेट एग्जाम होता है। सबसे पहला फायदा तो यह है कि गेट एग्जाम के माध्यम से आप PSUs यानी पब्लिक सेटिंग अन्डर्टैकिंग जॉब में अप्लाई कर सकते हैं। इसी के साथ कुछ टॉप प्राइवेट कंपनीज आपको गेट के स्कोर के आधार पर इंटरव्यू कॉल पर बुलाती हैं।

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MSc Botany ke baad JObs

प्लांट बायोकेमिस्ट्स का काम पौधों की विभिन्न बीमारियों पर रिसर्च करना और कैसे पौधों के उत्पाद को बढ़ा सकते हैं शामिल होता है। इसमें प्लांट ब्रीडिंग के जरिए नई-नई पौधों की प्रजातियों पर रिसर्च की जाती है।
एनआईओ/NIOनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोलॉजी में समुंदर के नीचे पौधों की प्रजातियों पर रिचार्ज करना शामिल होता है। जैसा कि समुंदर काफी विशाल है और अभी तक हम समुंदर के 1 से 2 परसेंट हिस्से को ही खोज पाए हैं तो इसमें रिसर्च की काफी ज्यादा संभावना है।
रिसर्चपीएचडी के दौरान गवर्नमेंट और प्राइवेट रिसर्च प्रोजेक्ट्स आते हैं जिसमें आप किसी सीनियर रिसर्चर के अंतर्गत रिसर्च करते हैं। इन रिसर्च प्रोजेक्ट्स में आप कॉलेज की तरफ से या फिर खुद से अप्लाई कर सकते हैं।
प्रिजर्वेटिव साइंटिस्टइसमें आप उन प्रजातियों पर रिसर्च करते हैं जो विलुप्त होने वाली है। इसमें गवर्नमेंट के भी प्रोजेक्ट शामिल रहते हैं। जिसमें विलुप्त हो रही प्रजातियों के कारण और उन्हें कैसे बचाया जाता है इनके बारे में रिसर्च करना होता है।
फॉरेस्ट डिपार्टमेंटकेंद्र सरकार और राज्य सरकार के अलग-अलग फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में फॉरेस्ट अधिकारी की भर्ती होती है; जिसमें एमएससी बॉटनी वाले छात्र अप्लाई कर सकते हैं।
सीड, ड्रग, और फूड कंपनीआप गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर की सीड(बीज), फूड और ड्रग की कंपनी में काम कर सकते हैं जैसे FSI,FASSI, Bharat Biotech, Serum Institute of India, इत्यादि

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