12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से पास करने के बाद बहुत सारे छात्रों के मन में यह सवाल होता है कि आगे वह कौन सा कोर्स करें तो अगर आपकी भी रुचि अपराध की जांच और हल करने में है या फिर फॉरेंसिक लैब में काम करने की है तो आप BSc Forensic Science Course in hindi कर सकते हैं।

आज के इस लेख में हम जानेंगे बीएससी फॉरेंसिक साइंस क्या है? बीएससी फॉरेंसिक साइंस कैसे करें- कोर्स, फीस, कॉलेज, जॉब, करियर और साथ ही जाने कि बीएससी फॉरेंसिक साइंस के बाद क्या करें?

बीएससी फॉरेंसिक साइंस क्या है?

यह एक अंडरग्रैजुएट डिग्री कोर्स है जिसकी अवधि 3 साल होती है।जो किसी अपराध की जांच और हल करने से संबंधित होता है। इस कोर्स में आपको विभिन्न साइंटिफिक तरीकों से अपराध की जांच के बारे में सिखाया जाता है।

बीएससी फॉरेंसिक साइंस के लिए योग्यता

बीएससी के इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए सबसे पहले आपको अपनी 12वीं कक्षा न्यूनतम 60% अंक के साथ पास करनी होगी। 12वीं कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या मैथ से पास से करनी होगी।

बीएससी फॉरेंसिक साइंस के प्रकार

  • मेडिकल फॉरेंसिक साइंस: इस फील्ड में शामिल होते हैं: फॉरेंसिक पैथोलॉजी, साइकोलॉजी फॉरेंसिक, ओडोनटोलॉजी।
  • लेबोरेटरी फॉरेंसिक साइंस: इस फील्ड में शामिल है: केमिस्ट्री, बायोलॉजी, टॉक्सिकोलॉजी, फिंगरप्रिंट स्पेशलिस्ट, मार्क एंड इंप्रेशन स्पेशलिस्ट।
  • फील्ड फॉरेंसिक साइंस: में शामिल है – क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन।

बीएससी फॉरेंसिक साइंस कैसे करें?

  • 12वीं कक्षा पास करें: फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी या मैथ से 12वीं कक्षा न्यूनतम 60% अंक के साथ पास करें।
  • एंट्रेंस एग्जाम: प्रतिष्ठित और सरकारी कॉलेज से बीएससी फॉरेंसिक साइंस करने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम से गुजरना होगा। हालांकि कुछ इंस्टिट्यूट 12वीं कक्षा के अंक के आधार पर भी आपको एडमिशन देते हैं। बीएससी के लिए कुछ टॉप एंट्रेंस एग्जाम है:
  • कॉलेज चुने: बीएससी फॉरेंसिक साइंस कॉलेज की लिस्ट बनाएं और अपने मनपसंद कॉलेज को चुने। आप कोशिश करें कि सबसे पहले सरकारी कॉलेज में ही एडमिशन लें क्योंकि इसमें आपको फीस कम होती है।
  • अप्लाई करें: एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त करने के बाद अपने मनपसंद कॉलेज की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर बीएससी फॉरेंसिक साइंस के लिए अप्लाई करें और एडमिशन प्राप्त करें।

बीएससी फॉरेंसिक साइंस सिलेबस

introduction to criminology and criminal behaviourcrime and social culture
psychological factorsintroduction to forensic science
law and criminal behaviorforensic science laboratory
crimes investigation and Physical evidence 10 digit footprint

बीएससी फॉरेंसिक साइंस के बाद करियर

BSc Forensic science ( in hindi) के बाद आपके पास विभिन्न तरह की करियर ऑप्शन उपलब्ध रहते हैं जिनका चुनाव आप अपनी रुचि और कैरियर लक्ष्य के आधार पर कर सकते हैं। यह कुछ टॉप बीएससी फॉरेंसिक साइंस जॉब है।

  • फॉरेंसिक साइंटिस्ट: आप फॉरेंसिक साइंटिस्ट बन कर विभिन्न तरह के अपराधों को समझने, सबूतों का विश्लेषण और न्यायिक प्रक्रिया में सहायता देने का काम कर सकते हैं।
  • क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर: CSI की पोस्ट पर रहकर आप अपराध वाली जगह पर सबूतों को इकट्ठा करना, क्राइम सीन से जुड़े डॉक्यूमेंट को तैयार करना और उनकी सुरक्षा करने का काम कर सकते है।
  • फॉरेंसिक एनालिस्ट: इस जॉब प्रोफाइल में आप फॉरेंसिक लैब में काम करते हैं जहां पर सबूतों का विश्लेषण, डीएनए एनालिसिस, फिंगरप्रिंट एनालिसिस इत्यादि पर काम करते हैं।
  • फॉरेंसिक लैब टेक्नीशियन: आप फॉरेंसिक लैबोरेट्री में टेक्नीशियन के पद पर काम कर सकते हैं। जहां पर आप विभिन्न भी प्रकार के साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स और टेक्निक्स को इस्तेमाल करना जानते हैं और उन्हें मैनेज करते हैं।
  • फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्ट:
  • फॉरेंसिक डीएनए एनालिसिस: इस फील्ड में रहकर आप डीएनए सैंपल का विश्लेषण करते हैं जो न्यायिक प्रक्रिया में सहायक होते हैं।
  • एकेडमिक: अगर आप शिक्षा संस्थानों में टीचिंग करना चाहते हैं तो आप B.Ed करके टीचर की जॉब कर सकते हैं।
  • लॉ एनफोर्समेंट ऑफीसर: केंद्र सरकार की विभिन्न एजेंसी जो अपराध को रोकने पर पर काम करती हैं उनमें काम कर सकते हैं जैसे: सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) इत्यादि।

बीएससी फॉरेंसिक साइंस के बाद क्या करें?

अगर आप बीएससी के बाद उच्च शिक्षा के लिए जाना चाहते हैं तो आप इसमें विभिन्न मास्टर कोर्स: एमएससी, एमबीए इत्यादि कर सकते हैं। मास्टर कोर्स करने के बाद आप इस फील्ड में भी विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं जिससे आपके पास ज्यादा करियर विकल्प खुलते हैं। यह कुछ टॉप बीएससी फॉरेंसिक साइंस के बाद कोर्स है:

एमएससी फॉरेंसिक साइंस (MSc)

मास्टर कोर्स में सबसे पहले आप एमएससी फॉरेंसिक साइंस कर सकते हैं जो कि 2 साल का पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री कोर्स होता है। इस कोर्स के माध्यम से आप पर इस की फील्ड में एडवांस नॉलेज और प्राप्त करते हैं। एमएससी फॉरेंसिक साइंस के लिए कुछ टॉप कॉलेज है:

एमएससी फॉरेंसिक साइंस ऑफ़ विभिन्न विषयों में कर सकते हैं जैसे:

  • एमएससी क्रिमिनोलॉजी
  • एमएससी इन फॉरेंसिक साइकोलॉजी
  • एमएससी साइबर फॉरेंसिक एंड इनफार्मेशन सिक्योरिटी
  • एमएससी इन फॉरेंसिक अकाउंटिंग
  • एमएससी टॉक्सिकोलॉजी
  • एमएससी इन फॉरेंसिक जेनेटिक्स

पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस (PG)

अगर आप मास्टर डिग्री नहीं करना चाहते हैं तो आप शॉर्ट टर्म – पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस कर सकते हैं जो कि आपको विभिन्न विषय में मिलते हैं। यह पीजी कोर्स लगभग 2 साल के होते हैं। यह कुछ टॉप इंस्टिट्यूट है जो आपको यह कोर्स ऑफर करते हैं:

  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस न्यू दिल्ली
  • एमिटी इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंस नोएडा
  • गुजरात फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधीनगर
  • उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी
  • कर्नाटका यूनिवर्सिटी
  • सरदार पटेल यूनिवर्सिटी गुजरात
  • अन्ना यूनिवर्सिटी चेन्नई

एमबीए (MBA)

अगर आपकी रूचि मैनेजमेंट में है तो आप बीएससी फॉरेंसिक के बाद एमबीए इन फॉरेंसिक अकाउंटिंग एंड

फ्रूट एग्जामिनेशन कोर्स कर सकते हैं। जो कि 2 साल का होता है। मैनेजमेंट की फील्ड में जाने के लिए एमबीए सबसे लोकप्रिय कोर्स है। एमबीए के लिए एंट्रेंस एग्जाम और अन्य जानकारी के लिए आप इन लेख को पढ़ सकते हैं:

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एमबीए (MBA) क्या होता है? एमबीए (MBA) टॉप एंट्रेंस एग्जाम
एमबीए (MBA) के बाद क्या करे ?IIT से एमबीए कैसे करे

लाॅ (LLB)

अगर आप फॉरेंसिक साइंस के साथ-साथ लीगल फील्ड की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप बैचलर ऑफ लो एलएलबी कोर्स कर सकते हैं जिसकी अवधि 3 साल होती है। इस कोर्स को करने के बाद आप लीगल कंसलटेंट, टेस्टिमोनियल लीगल एनालिसिस के पद पर काम कर सकते हैं।

यह भी पड़े:
एलएलबी (LLB) क्या होता है?LLB AILET एग्जाम क्या है?

पीएचडी इन फॉरेंसिक साइंस (PhD)

अगर आप फॉरेंसिक साइंस की फील्ड में एडवांस नॉलेज प्राप्त करना चाहते हैं और रिसर्च की फील्ड में ज्यादा चाहते हैं तो आप फॉरेंसिक साइंस के मास्टर कोर्स करने के बाद पीएचडी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) इन फॉरेंसिक साइंस कोर्स कर सकते हैं। पीएचडी की अवधि 4 से 6 साल की होती है जिसमें रिसर्च प्रोजेक्ट भी शामिल होता है। पीएचडी भी अब विभिन्न विषयों में कर सकते हैं जैसे:

  • फॉरेंसिक केमिस्ट्री
  • फॉरेंसिक डीएनए एनालिसिस
  • डिजिटल फॉरेंसिक
  • फॉरेंसिक एंथ्रोपोलॉजी
  • फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी
  • फॉरेंसिक ओडोनटोलॉजी
  • फॉरेंसिक पैथोलॉजी
  • फॉरेंसिक साइकोलॉजी
  • फॉरेंसिक डॉक्यूमेंट एग्जामिनेशन
  • फॉरेंसिक अकाउंटिंग
  • क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन
  • फॉरेंसिक माइक्रोबायोलॉजी
  • फॉरेंसिक नर्सिंग
यह भी पड़े:NET JRF Kya hota hai ? नेट जेआरएफ के लिए योग्यता

सर्टिफिकेट कोर्स (forensic certificates)

अगर आप भी बीएससी के बाद किसी विशेष विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं जो कि 6 महीने से 1 साल के होते हैं। इसमें आप क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन, फिंगरप्रिंट एनालिसिस, डिजिटल फॉरेंसिक, फॉरेंसिक फोटोग्राफी इत्यादि पर सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं।

हमें आशा है कि हमारा इस लेख बीएससी फॉरेंसिक साइंस क्या है? के माध्यम से आपको पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। इसके अलावा अगर आप कुछ पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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